Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Ramayana Story: इन वजहों से मंथरा के कहने पर कैकेयी ने भगवान राम के लिए मांगा था 14 वर्षों का वनवास

    Updated: Tue, 07 Jan 2025 02:03 PM (IST)

    सनातन धर्म में मुख्य ग्रंथों में से एक है रामायण। इस ग्रंथ के द्वारा लोगों को जीवन को सफल बनाने के लिए सीख मिलती है। रामायण (Ramayana Story) में भगवान श्री राम को पुरूषोत्तम कहा गया है और माता सीता की पवित्रता के बारे में उल्लेख किया गया है। इस धार्मिक ग्रंथ में भगवान श्री राम के जीवन का सार छिपा है।

    Hero Image
    Ramayana Story: मंथरा क्यों बनी वनवास का कारण?

    धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Ramayana Story: सनातन धर्म से जुड़े के लोग रोजाना पूजा-पाठ के दौरान विधिपूर्वक रामायण का पाठ करते हैं। धार्मिक मान्यता है कि इसका पाठ करने से व्यक्ति को राम जी का आशीर्वाद प्राप्त होता है और घर में सुख-शांति का वास होता है। रामायण का पाठ करने से भगवान श्री राम के जुड़ी महत्वपूर्ण बातों के बारे में पता चलता है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    राम जी ने जीवन के दौरान कई तरह की समस्यायों का सामना किया था। क्या आप जानते हैं कि किन वजहों से मंथरा के कहने पर कैकेयी ने राजा दशरथ से भगवान राम के लिए 14 वर्षों का वनवास (Kaikeyi Request for Exile) मांगा था। अगर नहीं पता, तो चलिए हम आपको इस विषय के बारे में विस्तार से बताएंगे।  

    सनातन शास्त्रों के अनुसार, राजा दशरथ योद्धा थे। एक बार राजा दशरथ को देवताओं की ओर से असुरों  से युद्ध लड़ने के लिए कहा गया। इसके बाद राजा दशरथ ने असुरों के विरुद्ध युद्ध लड़ा। युद्ध के दौरान असुरों ने राजा दशरथ को घायल कर दिया थे। इस दौरान उनकी मदद कैकेयी ने की, जिसकी वजह से राजा दशरथ को युद्ध में सफलता प्राप्त हुई और राजा दशरथ ने कैकेयी से 2 वर मांगने के लिए कहा, लेकिन उस समय कैकेयी ने कोई वरदान नहीं मांगा। उन्होंने कहा कि समय पड़ने पर वरदान मांग लूंगी।  

    वाल्मीकि द्वारा रचित रामायण के अनुसार, जब भगवान श्री राम को उत्तराधिकारी के रूप में चुना गया, तो इस बात का पता मंथरा को पता लगा, जिसके बाद मंथरा ने कैकेयी को श्री राम जी का राजतिलक करने की प्रमुख वजह के बारे में विस्तार से बताया।

    यह भी पढ़ें: Mata Sita: माता सीता ने एक ही साड़ी में बिताया था पूरा वनवास, जानिए क्या थी इसकी खासियत?

    मंथरा को ऐसा लगता था कि श्री राम जी के राजा बनने के बाद उनके और उनके पुत्र का अधिकार कम हो जाएगा। यदि राजतिलक को न रोका गया, तो आने वाला समय अच्छा नहीं होगा। इस वजह से मंथरा के कहने पर कैकेयी ने राजा दशरथ से 2 वरदान मांगे, जिसमे पहला भगवान श्री राम को 14 साल का वनवास (Lord Ram's 14-Year Exile reason) और भरत को राजा बनाना था।

    वनवास लेने की ये थी वजह

    सनातन शास्त्रों के अनुसार, लंकापति रावण अधिक शक्तिशाली था। राम जी को दशानन रावण से युद्ध लड़ना था, लेकिन रावण को हरा पाना बेहद कठिन काम था। इसी वजह से भगवान श्री राम ने चौदह वर्षों को चुना।

    यह भी पढ़ें: Mata Sita Shrap: झूठ बोलने के कारण इन सभी को झेलना पड़ा था माता सीता का क्रोध, आज भी भुगत रहे हैं श्राप

    अस्वीकरण: ''इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है''।