Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Raksha Bandhan 2025: रक्षा बंधन पर 95 साल बाद बन रहा दुर्लभ महासंयोग, इस समय राखी बांधने से मिलेगा दोगुना फल

    By Pravin KumarEdited By: Pravin Kumar
    Updated: Tue, 05 Aug 2025 03:06 PM (IST)

    रक्षा बंधन (Raksha Bandhan 2025) के दिन सौभाग्य योग समेत कई मंगलकारी योग बन रहे हैं। इन योग में लक्ष्मी नारायण जी की पूजा करने से साधक को अक्षय फल मिलेगा। साथ ही घर में सुख समृद्धि एवं खुशहाली आएगी। इस साल राखी के त्योहार पर भद्रा का साया नहीं रहेगा।

    Hero Image
    Raksha Bandhan 2025: रक्षा बंधन का धार्मिक महत्व

    धर्म डेस्क, नई दिल्ली। हर साल सावन पूर्णिमा के दिन भाई-बहन के प्रेम का प्रतीक पर्व राखी या रक्षा बंधन मनाया जाता है। इस शुभ अवसर पर बड़ी संख्या में साधक गंगा समेत पवित्र नदियों में स्नान-ध्यान कर लक्ष्मी नारायण जी की पूजा करते हैं। वहीं, पूजा के बाद बहनें अपने भाई की कलाई पर राखी बांधती हैं। वहीं, भाई अपनी बहनों को गिफ्ट देते हैं। साथ ही सुख और दुख में साथ देने का वचन देते हैं। यह पर्व देशभर में धूमधाम से मनाया जाता है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    ज्योतिषियों की मानें तो दशकों बाद रक्षा बंधन (Raksha Bandhan 2025) पर दुर्लभ महासंयोग बन रहा है। यह संयोग साल 1930 समान है। आसान शब्दों में कहें तो दिन, नक्षत्र, पूर्णिमा संयोग, राखी बांधने का समय लगभग समान है। इन योग में लक्ष्मी नारायण जी की पूजा करने और राखी बांधने से दोगुना फल मिलेगा। आइए, इसके बारे में सबकुछ जानते हैं-

    रक्षा बंधन शुभ मुहूर्त (Raksha Bandhan 2025 Shubh Muhurat)

    वैदिक पंचांग के अनुसार, 08 अगस्त को दोपहर 02 बजकर 12 मिनट पर सावन महीने की पूर्णिमा तिथि की शुरुआत होगी। वहीं, 09 अगस्त को दोपहर 01 बजकर 24 मिनट पर पूर्णिमा तिथि समाप्त होगी। हालांकि, 08 अगस्त को भद्रा दोपहर 02 बजकर 12 मिनट से 09 अगस्त को देर रात 01 बजकर 52 मिनट तक है। इसके लिए 08 अगस्त के बदले 09 अगस्त को राखी का त्योहार मनाया जाएगा। भद्रा के धरती पर रहने के दौरान शुभ काम नहीं किया जाता है। इसके लिए भद्रा का साया रहने पर रक्षा बंधन का त्योहार अगले दिन मनाया जाता है।

    यह भी पढ़ें- Raksha Bandhan 2025 Date: क्या इस बार 2 दिन मनेगी राखी? जानें शुभ मुहूर्त और दूर करें कन्फ्यूजन

    राखी बांधने का सही समय

    09 अगस्त को राखी बांधने का सही समय सुबह 05 बजकर 21 मिनट से लेकर दोपहर 01 बजकर 24 मिनट तक है। इस समय तक बहनें अपने भाई को राखी बांध सकती हैं। इसके बाद भाद्रपद महीने की शुरुआत होगी।

    रक्षा बंधन शुभ योग (Raksha Bandhan 2025 Shubh Yog)

    रक्षा बंधन के दिन सौभाग्य योग (Saubhagya Yog) का संयोग बन रहा है। सौभाग्य योग का समापन 10 अगस्त को देर रात 02 बजकर 15 मिनट पर होगा। इसके बाद शोभन योग का निर्माण होगा। वहीं, सर्वार्थ सिद्धि योग (Sarvarth Siddhi Yog) का संयोग सुबह 05 बजकर 47 मिनट से लेकर दोपहर 02 बजकर 23 मिनट तक है। इसके साथ ही श्रवण नक्षत्र (Sharavan Nakshatra Muhurat) दोपहर 02 बजकर 23 मिनट तक है। जबकि करण, बव और बालव हैं। इन योग में राखी का त्योहार मनाया जाएगा।

    साल 1930 का पंचांग

    वैदिक पंचांग गणना के अनुसार, साल 1930 में शनिवार 09 अगस्त के दिन राखी का त्योहार मनाया गया था। इस दिन पूर्णिमा का संयोग शाम 04 बजकर 27 मिनट तक था। वहीं, पूर्णिमा तिथि की शुरुआत दोपहर 02 बजकर 07 मिनट पर शुरु हुआ था। इस प्रकार महज 5 मिनट का अतंर पूर्णिमा तिथि में है। सौभाग्य योग का संयोग 10 अगस्त को सुबह 05 बजकर 21 मिनट पर हुआ था। श्रवण नक्षत्र शाम 04 बजकर 41 मिनट तक था। वहीं, बव और बालव करण के संयोग थे। कुल मिलाकर कहें तो 95 साल बाद राखी का त्योहार समान दिन एवं समय, नक्षत्र और योग में मनाया जाएगा।

    यह भी पढ़ें- Raksha Bandhan 2025: इस रक्षाबंधन राशि अनुसार बांधे भाई की कलाई पर राखी, उज्ज्वल होगा भविष्य

    अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।