Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Pradosh Vrat 2025: शुक्र प्रदोष व्रत पर रखें इन बातों का ध्यान, शिव जी की कृपा से दूर होंगे सभी कष्ट

    वैशाख माह का प्रदोष व्रत शुक्रवार 25 अप्रैल को किया जाएगा। शुक्रवार के दिन पड़ने के कारण इसे शुक्र प्रदोष व्रत (Guru Pradosh Vrat 2025) भी कह सकते हैं। इस दिन पर विशेष रूप से महादेव की पूजा-अर्चना की जाती है। ऐसे में प्रदोष व्रत के दिन इन बातों का ध्यान जरूर रखें ताकि आपको व्रत का पूर्ण फल मिल सके।

    By Suman Saini Edited By: Suman Saini Updated: Wed, 23 Apr 2025 06:36 PM (IST)
    Hero Image
    Pradosh Vrat 2025 प्रदोष व्रत पर क्या नहीं करना चाहिए।

    धर्म डेस्क, नई दिल्ली। हर महीने में कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि पर प्रदोष व्रत किया जाता है, जो पूर्ण रूप से भगवान शिव की आराधना के लिए समर्पित है। इस दिन भगवान शिव जी की पूजा प्रदोष काल में की जाती है। प्रदोष व्रत के दिन शिव जी की पूजा का मुहूर्त शाम 06 बजकर 58 मिनट से रात 09 बजकर 13 मिनट तक रहेगा। 

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    भूल से भी न करें ये काम

    प्रदोष व्रत करने वाले साधक को इस दिन पर नमक का सेवन करने से बचना चाहिए। आप इस दिन पर फल और जल का सेवन कर सकते हैं। व्रत न करने वाले साधक को भी इस दिन मांस-मदिरा आदि से दूरी बनानी चाहिए और ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए।

    (Picture Credit: Freepik) (AI Image)

    न करें ये गलती

    प्रदोष व्रत की पूजा में काले रंग के कपड़े न पहनें। इसी के साथ प्रदोष व्रत की पूजा में भूल से भी शिवलिंग पर टूटे हुए चावल, तुलसी, सिंदूर, हल्दी या फिर नारियल अर्पित न करें। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार शिवलिंग पर ये सभी चीजें चढ़ाना वर्जित माना गया है। 

    यह भी पढ़ें - Pradosh Vrat पर पूजा के समय राशि अनुसार करें इन मंत्रों का जप, हर परेशानी होगी दूर

    नहीं मिलता फल

    प्रदोष व्रत की पूजा के दौरान अपने मन में किसी तरह का नकारात्मक विचार न लाएं। इस दिन पर अगर आप झगड़ा करते हैं, झूठ बोलते हैं या फिर किसी का अहित करते हैं, तो इससे भी व्यक्ति को व्रत का पूर्ण फल नहीं मिलता।

    (Picture Credit: Freepik) 

    इस तरह करें पूजा

    प्रदोष व्रत के दिन शिव जी की कृपा के लिए पूजा के दौरान शिवलिंग का पंचामृत (दूध, दही, घी, शहद, और शक्कर) से अभिषेक करें। इसी के साथ शिव जी को बेलपत्र, फल, फूल, धूप-दीप और नैवेद्य आदि अर्पित करें। इस दिन पर आप शिव चालीसा के साथ-साथ शिव जी के मंत्रों का भी जप कर सकते हैं। महादेव को खीर, दही या फिर सूजी के हलवे का भोग लगाएं और घी का दीपक जलाकर शिव जी की आरती करें।

    यह भी पढ़ें - Pradosh Vrat 2025: प्रदोष व्रत पर इस तरह करें शिव जी की कृपा प्राप्त, दूर होंगे सभी दुख-दर्द

    अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।