Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Pradosh Vrat पर पूजा के समय राशि अनुसार करें इन मंत्रों का जप, हर परेशानी होगी दूर

    By Pravin KumarEdited By: Pravin Kumar
    Updated: Tue, 22 Apr 2025 09:00 PM (IST)

    वैशाख माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि (Pradosh Vrat 2025 Yoga) पर कई मंगलकारी योग बन रहे हैं। इन योग में देवी मां पार्वती और भगवान शिव की पूजा करने ...और पढ़ें

    Hero Image
    Pradosh Vrat 2025: प्रदोष व्रत पर क्या करें और क्या न करें?

    धर्म डेस्क, नई दिल्ली। प्रत्येक माह के कृष्ण और शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि देवों के देव महादेव को समर्पित होता है। इस शुभ अवसर पर भगवान शिव और देवी मां पार्वती की पूजा की जाती है। साथ ही उनके निमित्त प्रदोष व्रत रखा जाता है। इस व्रत को करने से अक्षय फल की प्राप्ति होती है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    वैदिक पंचांग के अनुसार, वैशाख माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी शुक्रवार 25 अप्रैल को है। इस शुभ अवसर पर शुक्र प्रदोष व्रत मनाया जाएगा। शुक्र प्रदोष व्रत करने से साधक को मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है। साथ ही सभी बिगड़े काम बनने लगते हैं। अगर आप भी मनचाहा वरदान पाना चाहते हैं, तो शुक्र प्रदोष व्रत पर भक्ति भाव से शिव-शक्ति जी की पूजा करें। साथ ही पूजा के समय राशि अनुसार इन मंत्रों का जप करें। वहीं, पूजा का समापन शिव आरती से करें।

    यह भी पढ़ें: Masik Durgashtami पर 'वृद्धि' योग समेत बन रहे हैं कई मंगलकारी संयोग, बनेंगे सारे बिगड़े काम

    राशि अनुसार मंत्र जप

    • मेष राशि के जातक संकटों से निजात पाने के लिए 'ॐ महाकाल नमः और ॐ पार्वतीयै नमः' मंत्र का जप करें।
    • वृषभ राशि के जातक मनचाहा वरदान पाने के लिए 'ॐ चंद्रमोली नमः और ॐ सरस्वत्यै नमः' मंत्र का जप करें।
    • मिथुन राशि के जातक कारोबार में तरक्की हेतु 'ॐ चंद्रधारी नमः और ॐ चण्डिकायै नमः' मंत्र का जप करें।
    • कर्क राशि के जातक महादेव को प्रसन्न करने के लिए'ॐ नंदराज नमः और ॐ चामुण्डायै नमः' मंत्र का जप करें।
    • सिंह राशि के जातक करियर को नया आयाम देने के लिए 'ॐ विषधारी नमः और ॐ गौरीयै नमः' मंत्र का जप करें।
    • कन्या राशि के जातक नए कारोबार में सफलता के लिए 'ॐ उमापति नमः और ॐ रामायै नमः' मंत्र का जप करें।
    • तुला राशि के जातक सुख और सौभाग्य में वृद्धि के लिए 'ॐ गणपिता नमः और ॐ सदानंदायै नमः' मंत्र का जप करें।
    • वृश्चिक राशि के जातक शिव-शक्ति की कृपा पाने के लिए 'ॐ ओंकारेश्वर नमः और ॐ ब्रह्मचारिण्यै नमः' मंत्र का जप करें।
    • धनु राशि के जातक धन की परेशानी दूर करने के लिए 'ॐ त्रिपुरारी नमः और ॐ नित्यायै नमः' मंत्र का जप करें।
    • मकर राशि के जातक भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए 'ॐ केदारनाथ नमः और ॐ परायै नमः' मंत्र का जप करें।
    • कुंभ राशि के जातक शनिदेव की कृपा पाने के लिए 'ॐ मंगलेश्वर नमः और ॐ कल्याण्यै नमः' मंत्र का जप करें।
    • मीन राशि के जातक जॉब में सफलता पाने के लिए पूजा के समय 'ॐ रामेश्वर नमः और ॐ अम्बायै नमः' मंत्र का जप करें।

    शिवजी की आरती

    ॐ जय शिव ओंकारा,स्वामी जय शिव ओंकारा।

    ब्रह्मा, विष्णु, सदाशिव,अर्द्धांगी धारा॥

    ॐ जय शिव ओंकारा...

    एकानन चतुराननपञ्चानन राजे।

    हंसासन गरूड़ासनवृषवाहन साजे॥

    ॐ जय शिव ओंकारा...

    दो भुज चार चतुर्भुजदसभुज अति सोहे।

    त्रिगुण रूप निरखतेत्रिभुवन जन मोहे॥

    ॐ जय शिव ओंकारा...

    अक्षमाला वनमालामुण्डमाला धारी।

    त्रिपुरारी कंसारीकर माला धारी॥

    ॐ जय शिव ओंकारा...

    श्वेताम्बर पीताम्बरबाघम्बर अंगे।

    सनकादिक गरुणादिकभूतादिक संगे॥

    ॐ जय शिव ओंकारा...

    कर के मध्य कमण्डलुचक्र त्रिशूलधारी।

    सुखकारी दुखहारीजगपालन कारी॥

    ॐ जय शिव ओंकारा...

    ब्रह्मा विष्णु सदाशिवजानत अविवेका।

    प्रणवाक्षर मध्येये तीनों एका॥

    ॐ जय शिव ओंकारा...

    लक्ष्मी व सावित्रीपार्वती संगा।

    पार्वती अर्द्धांगी,शिवलहरी गंगा॥

    ॐ जय शिव ओंकारा...

    पर्वत सोहैं पार्वती,शंकर कैलासा।

    भांग धतूर का भोजन,भस्मी में वासा॥

    ॐ जय शिव ओंकारा...

    जटा में गंगा बहत है,गल मुण्डन माला।

    शेष नाग लिपटावत,ओढ़त मृगछाला॥

    ॐ जय शिव ओंकारा...

    काशी में विराजे विश्वनाथ,नन्दी ब्रह्मचारी।

    नित उठ दर्शन पावत,महिमा अति भारी॥

    ॐ जय शिव ओंकारा...

    त्रिगुणस्वामी जी की आरतीजो कोइ नर गावे।

    कहत शिवानन्द स्वामी,मनवान्छित फल पावे॥

    ॐ जय शिव ओंकारा...

    यह भी पढ़ें: अक्षय तृतीया पर घर लाएं ये चीजें, पूरे साल बरसेगी मां लक्ष्मी की कृपा

    अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।