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    Pradosh Vrat 2025: 09 या 10 अप्रैल, कब है प्रदोष व्रत, जानें सही डेट और पूजा टाइम

    Updated: Sat, 05 Apr 2025 08:00 PM (IST)

    प्रदोष व्रत (Pradosh Vrat 2025) भगवान शिव को समर्पित है। इस दिन महादेव के संग मां पार्वती की पूजा-अर्चना संध्याकाल में करने का विधान है। साथ ही जीवन के सभी डर से छुटकारा पाने के लिए व्रत भी किया जाता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार इस व्रत को करने से महादेव प्रसन्न होते हैं। साथ ही सुख-समृद्धि में वृद्धि होती है।

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    Pradosh Vrat 2025: प्रदोष व्रत पर कैसे करें महादेव की पूजा

    धर्म डेस्क, नई दिल्ली। हर माह के कृष्ण और शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि पर प्रदोष व्रत (Pradosh Vrat 2025) किया जाता है। इस दिन भक्त महादेव और देवी पार्वती की पूजा-अर्चना करते हैं। इस दिन पूजा करने के बाद गरीब लोगों या मंदिर में दान जरूर करना चाहिए। इससे जीवन में किसी चीज की कमी का सामना नहीं करना पड़ता है। इस बार प्रदोष व्रत की डेट को लेकर लोगों में असमंजस की स्थिती बन रही है। ऐसे में आइए इस आर्टिकल हम आपको बताएंगे प्रदोष व्रत की सही डेट और शुभ मुहूर्त के बारे में।

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    गुरु प्रदोष व्रत 2025 डेट और शुभ मुहूर्त (Guru Pradosh Vrat 2025 Date and Shubh Muhurat)

    पंचांग के अनुसार, चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि 09 अप्रैल को रात 10 बजकर 55 मिनट से शुरु होगी और अगले दिन यानी 11 अप्रैल को रात 01 बजे तिथि का समापन होगा। ऐसे में 10 अप्रैल को प्रदोष व्रत किया जाएगा। इस दिन पूजा करने का शुभ मुहूर्त शाम 06 बजकर 44 मिनट से 08 बजकर 59 मिनट तक है।  

    ब्रह्म मुहूर्त - प्रातः 04 बजकर 31 मिनट से 05 बजकर 16 मिनट तक

    गोधूलि मुहूर्त - शाम 06 बजकर 34 मिनट से शाम 07 बजकर 05 मिनट तक

    निशिता मुहूर्त - रात्रि 11 बजकर 59 मिनट से देर रात 12 बजकर 45 मिनट तक

    अभिजीत मुहूर्त - सुबह 11 बजकर 57 मिनट से दोपहर 12 बजकर 48 मिनट तक

    यह भी पढ़ें: Chaitra Pradosh Vrat 2025: चैत्र माह में कब-कब किया जाएगा प्रदोष व्रत? अभी नोट करें डेट और पूजा टाइम

    प्रदोष व्रत पूजा विधि (Pradosh Vrat Puja Vidhi)

    प्रदोष व्रत के दिन सुबह स्नान करने के बाद सूर्य देव को जल अर्पित करें। इसके बाद भगवान शिव को पंचामृत से अभिषेक करें । प्रभु पर बेल पत्र, फूल, धूप, दीप समेत आदि चीजें चढ़ाएं।आरती कर फल और मिठाई का भोग लगाएं। आखिरी में लोगों में प्रसाद बाटें। इसके अलावा अन्न और धन का दान जरूर करना चाहिए। धार्मिक मान्यता के अनुसार, प्रदोष व्रत के दिन दान करने से धन लाभ के योग बनते हैं और महादेव की कृपा प्राप्त होती है।  

    प्रदोष व्रत 2025 पूजा सामग्री लिस्ट (Pradosh Vrat 2025 Puja Samagri List)

    अक्षत, कलावा, दूध, पवित्र जल, गंगाजल, कनेर का फूल, आसन, भांग,  शिव चालीसा, शंख, शहद, फल, फूल, सफेद मिठाई और धतूरा आदि।  

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    अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।