Pradosh Vrat 2025: शुक्र प्रदोष व्रत पर ऐसे करें शिवलिंग का पूजन, दूर होगी आर्थिक परेशानियां
Pradosh Vrat 2025 शुक्र प्रदोष व्रत को करने से आपकी धन संंबंधी परेशानियां दूर हो जाएंगी और भोलेनाथ के आशीर्वाद से मां लक्ष्मी की कृपा आप पर भी होने लगेगी। गन्ने के रस से शिवलिंग का अभिषेक करने से मां लक्ष्मी की कृपा मिलती है। रात्रि में शिव मंदिर में दीपक जलाने का विशेष महत्व है जिससे धन प्राप्ति के योग बनते हैं।

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Pradosh Vrat 2025: यदि आप भी धन की कमी से जूझ रहे हैं। सुख-समृद्धि नहीं मिल रही है, तो इस बार पड़ने वाले शुक्र प्रदोष व्रत को करें। शुक्रवार का दिन मां लक्ष्मी की पूजा के लिए विशेष होता है। वहीं शुक्र ग्रह स्वयं धन और ऐश्वर्य को देने वाले हैं।
इन सब से ऊपर देवाधिदेव महादेव तो भोलेनाथ हैं। वह बड़ी आसानी से प्रसन्न हो जाते हैं और भक्तों का कल्याण करते हैं। शुक्र प्रदोष व्रत को करने से आपकी धन संंबंधी परेशानियां दूर हो जाएंगी और भोलेनाथ के आशीर्वाद से मां लक्ष्मी की कृपा आप पर भी होने लगेगी।
25 अप्रैल को है शुक्र प्रदोष
हर महीने कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि पर भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए प्रदोष व्रत किया जाता है। वैशाख माह का पहला प्रदोष व्रत 25 अप्रैल को शुक्रवार के दिन पड़ रहा है। इस दिन प्रदोष काल में भगवान शिव जी की पूजा की जाती है।
प्रदोष काल आमतौर पर सूर्यास्त से 45 मिनट पहले से लेकर 45 मिनट बाद तक रहता है। व्रत के दिन शिव जी की पूजा का मुहूर्त शाम 6 बजकर 58 मिनट से रात 9 बजकर 13 मिनट तक रहेगा। इस समय पर भोलेनाथ का विधि-विधान से पूजन करने से सुख-समृद्धि मिलेगी।
इस तरह करें पूजा
प्रदोष व्रत के दिन शिव जी की कृपा के लिए पूजा के दौरान शिवलिंग का पंचामृत (दूध, दही, घी, शहद, और शक्कर) से अभिषेक करें। इसी के साथ शिव जी को बेलपत्र, फल, फूल, धूप-दीप और नैवेद्य आदि चढ़ाएं।
गन्ने के रस से शिवलिंग का अभिषेक करने से मां लक्ष्मी की कृपा मिलती है। रात्रि में शिव मंदिर में दीपक जलाने का विशेष महत्व है, जिससे धन प्राप्ति के योग बनते हैं।
धन की कमी को दूर करने के लिए, शिवलिंग पर अक्षत, गंगाजल, दूध, दही, घी, शहद, और शक्कर चढ़ाना शुभ माना जाता है। इसके अलावा, बेलपत्र, धतूरा और सुगंधित तेल चढ़ाने से भी धन-धान्य की वृद्धि होती है।
शिवलिंग पर सुगंधित तेल चढ़ाने से व्यक्ति को धन-धान्य और भौतिक सुख प्राप्त होते हैं। शिवलिंग पर लौंग का जोड़ा, सफेद चंदन या अरहर दाल चढ़ाने से भी धन की कमी दूर होती है और आर्थिक स्थिति में सुधार होता है।
इस दिन पर आप शिव चालीसा के साथ-साथ शिव जी के मंत्रों का भी जप कर सकते हैं। महादेव को खीर, दही या फिर सूजी के हलवे का भोग लगाएं और घी का दीपक जलाकर शिव जी की आरती करें।
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भूल से भी न करें ये काम
इस दिन पर नमक का सेवन करने से बचना चाहिए।
जो व्रत नहीं कर रहे हैं, वो भी मांस-मदिरा से बनाएं दूरी।
प्रदोष व्रत की पूजा में काले रंग के कपड़े नहीं पहनने चाहिए।
शिवलिंग पर टूटे हुए चावल, तुलसी, सिंदूर नहीं चढ़ाएं।
पूजा के दौरान किसी तरह का नकारात्मक विचार न लाएं।
झगड़ा करने, झूठ बोलने, किसी का अहित करने से बचें।
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