Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Pitru Paksha की द्वादशी तिथि पर शिवलिंग पर चढ़ाएं ये चीजें, कुंडली से कम होगा अशुभ ग्रहों का प्रभाव

    Updated: Wed, 17 Sep 2025 04:51 PM (IST)

    पितृ पक्ष (Pitru Paksha 2025) में द्वादशी तिथि का बहुत महत्व है। इस दिन पूर्वजों का श्राद्ध किया जाता है। ऐसी मान्यता है कि इस दिन शिवलिंग पर कुछ खास चीजें चढ़ाने से पितरों को शांति मिलती है और कुंडली में अशुभ ग्रहों का प्रभाव कम होता है तो आइए इस तिथि से जुड़ी प्रमुख बातों को जानते हैं।

    Hero Image
    Pitru Paksha की द्वादशी तिथि पर करें ये काम।

    धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Pitru Paksha 2025: पितृ पक्ष में द्वादशी तिथि का विशेष महत्व है, क्योंकि इस दिन उन पूर्वजों का श्राद्ध किया जाता है, जिनकी मृत्यु द्वादशी तिथि को हुई थी। इस दिन भगवान शिव की पूजा करने और कुछ विशेष चीजें शिवलिंग पर चढ़ाने से पितरों की आत्मा को शांति मिलती है, साथ ही कुंडली में मौजूद अशुभ ग्रहों का प्रभाव भी कम होता है। ऐसी मान्यता है कि भगवान शिव की पूजा करने से पितर देव खुश होते हैं और सुख-समृद्धि का आशीर्वाद देते हैं।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    शिवलिंग पर चढ़ाएं ये खास चीजें (Offer These Special Things To Shivling)

    • जौ - शिवलिंग पर जौ चढ़ाने से पितरों को मोक्ष की प्राप्ति होती है और पितृ दोष से मुक्ति मिलती है।
    • काले तिल - काले तिल का संबंध शनि ग्रह से माना जाता है। शिवलिंग पर काले तिल चढ़ाने से शनि के अशुभ प्रभाव कम होते हैं।
    • दूर्वा घास - दूर्वा भगवान गणेश को बहुत प्रिय है, लेकिन इसे शिवलिंग पर भी चढ़ाया जाता है। कहते हैं कि शिवलिंग पर दूर्वा चढ़ाने से आरोग्य की प्राप्ति होती है।
    • गंगाजल - गंगाजल से शिवलिंग का अभिषेक करने से सभी पापों से मुक्ति मिलती है और मन को शांति मिलती है।
    • बिल्व पत्र - बिल्व पत्र भगवान शिव को सबसे प्रिय है। बिल्व पत्र पर 'ॐ नमः शिवाय' लिखकर शिवलिंग पर चढ़ाने से पितरों को शांति मिलती है और परिवार में सुख-समृद्धि आती है।
    • अक्षत - शिवलिंग पर अक्षत चढ़ाने से घर में कभी भी अन्न की कमी नहीं होती और परिवार में खुशहाली बनी रहती है।

    पूजा विधि (Shivling Puja Vidhi)

    • सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और साफ कपड़े पहनें।
    • शिव मंदिर जाकर शिवलिंग पर जल और दूध से अभिषेक करें।
    • इसके बाद सफेद फूल, चंदन, खीर और बिल्व पत्र अर्पित करें।
    • भगवान शिव के वैदिक मंत्रों का जाप करें।
    • अंत में आरती करें।
    • पूजा के बाद, पितरों के निमित्त तर्पण करें और गरीबों को भोजन कराएं।

    यह भी पढ़ें: Bhai Dooj 2025 Date: भाई दूज कब है? जानें तिलक विधि और महत्व

    यह भी पढ़ें: Nahay Khay 2025 Date: कब है नहाय-खाय? जानें डेट और टाइम से लेकर सभी अपडेट्स

    अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।