Pitra Dosh Upay: घर के इन स्थानों पर जरूर जलाएं दीपक, पितृ देंगे सुख-समृद्धि का आशीर्वाद
पितृ दोष के लगने पर व्यक्ति को कई तरह के अशुभ परिणाम झेलने पड़ सकते हैं। ऐसे में आप इससे मुक्ति के लिए कुछ उपाय भी कर सकते हैं। जिसमें पितरों के निमित्त दीपक जलाना भी शामिल है। ऐसे में चलिए जानते हैं कि पितृ दोष के निवारण के लिए आप कहां-कहां दीपक जला सकते हैं।

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। कई बार जाने-अनजाने में व्यक्ति से कुछ ऐसी गलतियां हो जाती हैं, जो पितृ दोष का कारण बन सकती हैं। इस वजह से व्यक्ति व उसके परिवार को अशुभ परिणामों का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में चलिए जानते हैं कि पितृ दोष से राहत पाने के लिए आपको दीपक से जुड़े कौन-से उपाय करने चाहिए।
पितरों से मिलेगा सुख-समृद्धि का आशीर्वाद
पितृ दोष से राहत पाने के लिए आपको छत पर दक्षिण दिशा में एक मिट्टी के दीपक में तेल डालकर बाती जलानी चाहिए और पितरों का ध्यान करना चाहिए। इसके बाद अपनी गलतियों के लिए क्षमा-याचना करें। इस उपाय को करने से पितृ प्रसन्न होते हैं और व्यक्ति को सुख-समृद्धि का आशीर्वाद देते हैं।
(Picture Credit: Freepik)
इस स्थान पर जरूर जलाएं दीपक
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार दक्षिण दिशा को पितरों की दिशा माना जाता है। ऐसे में पितरों को याद करते हुए रोजाना घर की दक्षिण दिशा में सरसों की तेल का दीपक जलाएं। इसके साथ ही आप पितरों की तस्वीर के पास भी सरसों के तेल का दीपक जला सकते हैं। ऐसा करने से भी जातक को पितरों की कृपा मिल सकती है और जीवन में खुशहाली बनी रहती है।
यह भी पढ़ें - Pitra Dosh Upay: क्यों और कैसे लगता है पितृ दोष? यहां जानें लक्षण और बचाव के उपाय
(Picture Credit: Freepik)
पितृ दोष से मिलेगी राहत
हिंदू मान्यताओं के अनुसार, पीपल के पेड़ में भी पितरों का वास माना जाता है। ऐसे में पितृ दोष से राहत पाने के लिए दोपहर के समय पीपल के पेड़ में जल चढ़ाएं और सात बार परिक्रमा करें। इसके बाद पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाएं और उसमें काले तिल डालकर छाया दान करें। इस उपाय को करने से आपको पितृ दोष के कारण मिल रहे अशुभ परिणामों से कुछ राहत मिल सकती है।
यह भी पढ़ें - Pitru Dosh Effects: पितृ दोष होने पर मिलते हैं ये संकेत, हो जाएं सावधान, ऐसे करें निवारण
अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।