Nazar Utarne ke Upay: अगर आपको भी लग गई है किसी की बुरी नजर, तो इन उपाय से मिलेगी राहत
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, नजर लगने से व्यक्ति को जीवन में कई तरह की समस्यायों का सामना करना पड़ सकता है। साथ ही जीवन में सफलता प्राप्त नहीं होती है। अगर आप भी इस तरह की समस्या से जूझ रहे हैं, तो चलिए जानते हैं नजर दोष (nazar dosh) के उपाय के बारे में।

Nazar Dosh ke Upay in Hindi: कैसे उतारे नजर
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। सनातन धर्म में ज्योतिष शास्त्र का विशेष महत्व है। इसमें बुरी नजर से मुक्ति पाने के लिए उपाय का वर्णन किया गया है। ऐसा माना जाता है कि नजर लगने पर ज्योतिष शास्त्र के उपाय करने से जातक को नकारात्मक ऊर्जा से छुटकारा मिलता है। साथ ही जीवन सुख-शांति नहीं रहती है। अगर आप भी नजर दोष (evil eye solutions) का सामना कर रहे हैं, तो ऐसे में आइए इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि नजर दोष (nazar dosh remedies) से जुड़े उपाय के बारे में।
नजर लगने पर मिलते हैं ये संकेत
- ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, किसी की बुरी नजर लगने पर घर-परिवार में में लड़ाई-झगडे की समस्या बनी रहती है।
- सुख-शांति का वास नहीं होता है।
- जातक की सेहत पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है।
- इसके अलावा कारोबार में सफलता नहीं मिलती है।
- नकारात्मक ऊर्जा का सामना करना पड़ता है।
- व्यक्ति की प्रगति में रुकावट आना।
करें ये उपाय
- तांबे के लोटे में साफ जल लेकर जिस व्यक्ति को नजर को लगी है। उसके ऊपर से 11 बार उतार लें। इसके बाद इस जल को किसी पौधे या चौराहे पर डाल दें। ऐसा माना जाता है कि इस उपाय को करने से बुरी नजर से छुटकारा मिलता है। इस उपाय को करते समय ध्यान रखें कि बीच में कोई न टोके ।
- अगर आप किसी बुरी नजर का सामना कर रहे हैं, तो भैरो बाबा के मंदिर से काला धागा लाएं और उसे हाथ में बांध लें।
- इससे बुरी नजर उतर जाती है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, इस उपाय को करने से नजर दोष दूर होता है।
- बुरी नजर से बचाव के लिए लौंग का उपाय बेहद लाभकारी होता है। अगर आपके परिवार में किसी को नजर लग गई है, तो 5 लौंग को उसके ऊपर से 7 बार सीधा और 7 बार उल्टा उतारें। ऐसा माना जाता है कि इस उपाय को करने से नजर दोष दूर होता है।
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अस्वीकरण: ''इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है''।

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