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    Nag Panchami 2025: नागपंचमी की डेट से लेकर पूजा विधि तक जानिए सारी जानकारी

    Updated: Wed, 23 Jul 2025 10:00 PM (IST)

    नाग पंचमी का पर्व सावन महीने के शुक्ल पक्ष की पंचमी को मनाया जाता है। ऐसी मान्यता है कि नाग पंचमी पर नाग देवता की पूजा करने से कुंडली में मौजूद कालसर्प दोष का प्रभाव कम होता है और घर में सुख-शांति बनी रहती है तो आइए इस दिन से जुड़ी प्रमुख बातों को जानते हैं।

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    Nag Panchami 2025: कब है नाग पंचमी 2025?

    धर्म डेस्क, नई दिल्ली। सावन का महीना बहुत शुभ माना जाता है। इस दौरान कई सारे तीज-त्योहार पड़ते हैं, जिनमें से एक नाग पंचमी भी है, जो नाग देवता को समर्पित है। हर साल की तरह इस साल भी नाग पंचमी की डेट को लेकर लोगों में थोड़ी कन्फ्यूजन है कि यह पर्व (Nag Panchami 2025) 28 जुलाई को मनाया जाएगा या 29 जुलाई को? तो आइए इस आर्टिकल में जानते हैं, जो इस प्रकार हैं।

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    कब है नाग पंचमी 2025? (Nag Panchami 2025 Kab Hai?)

    हिंदू पंचांग के अनुसार, नाग पंचमी का पर्व हर साल सावन महीने के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता है। इस साल पंचमी तिथि 28 जुलाई 2025 को रात 11 बजकर 24 मिनट पर शुरू होगी और इसका समापन 30 जुलाई 2025 को सुबह 12 बजकर 46 मिनट पर होगा। पंचांग के आधार पर इस साल यह पर्व 29 जुलाई को मनाया जाएगा।

    नाग पंचमी 2025 पूजा मुहूर्त (Nag Panchami 2025 Puja Muhurat)

    नाग पंचमी पर पूजा का शुभ मुहूर्त 29 जुलाई 2025 को सुबह 05 बजकर 41 मिनट से सुबह 08 बजकर 23 मिनट तक रहेगा।

    नाग पंचमी का महत्व (Nag Panchami 2025 Significance)

    • ऐसा माना जाता है कि इस दिन नाग देवता की पूजा करने से कुंडली में मौजूद कालसर्प दोष के नकारात्मक प्रभाव कम होते हैं।
    • यह पर्व नागों के प्रति सम्मान और उनकी सुरक्षा का प्रतीक है।
    • कहते हैं कि नाग पंचमी के दिन नाग देवता की पूजा करने से घर में सुख-शांति और समृद्धि आती है।

    नाग पंचमी 2025 पूजा विधि (Nag Panchami 2025 Puja Vidhi)

    • सुबह स्नान कर साफ वस्त्र धारण करें।
    • नाग देवता की प्रतिमा या तस्वीर स्थापित करें।
    • अगर मूर्ति न हो तो आटे से सांप बनाकर भी पूजा कर सकते हैं।
    • नाग देवता को दूध, जल, हल्दी, रोली, चावल, फूल और मिठाई आदि चीजें अर्पित करें।
    • 'ॐ नागदेवाय नमः' या 'ॐ भुजंगेशाय विद्महे, सर्पराजाय धीमहि, तन्नो नागः प्रचोदयात्' मंत्र का क्षमता अनुसार जप करें।
    • नाग पंचमी की कथा सुनें और आरती करें।
    • इस दिन नागों को दूध पिलाने के बजाय, उन्हें दूध से स्नान कराना अच्छा माना जाता है, क्योंकि दूध पीने से उन्हें नुकसान पहुंच सकता है।

    यह भी पढ़ें- Nag Panchami 2025: नाग पंचमी पर जरूर करें ये काम, जीवन में नहीं होगी सुख-समृद्धि की कमी

    अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।