Meen Sankranti 2025 Date: कब मनाई जाएगी मीन संक्रांति? नोट करें सही डेट एवं शुभ मुहूर्त
ज्योतिषियों की मानें तो मीन संक्रांति (Meen Sankranti 2025 Date) के दिन होली भी मनाई जाएगी। यह पर्व हर साल फाल्गुन पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है। इस शुभ अवसर पर लोग एक दूसरे क रंग लगाकर होली मनाते हैं। होली से एक दिन पहले होलिका दहन मनाया जाता है। फाल्गुन पूर्णिमा के अगले दिन से चैत्र महीने की शुरुआत होती है।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। सनातन धर्म में फाल्गुन महीने का खास महत्व है। इस महीने में कई प्रमुख व्रत एवं त्योहार मनाए जाते हैं। फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि पर महाशिवरात्रि मनाई जाती है। वहीं, फाल्गुन पूर्णिमा पर रंगों का त्योहार होली मनाया जाता है। इसके साथ ही विजया और आमलकी एकादशी भी मनाई जाती है।
ज्योतिषियों की मानें तो फाल्गुन महीने में सूर्य देव राशि परिवर्तन करेंगे। आसान शब्दों में कहें तो फाल्गुन महीने में सूर्य देव मीन मीन राशि में गोचर करेंगे। सूर्य देव के मीन राशि में गोचर करने की तिथि से खरमास शुरू होता है। संक्रांति तिथि पर स्नान-ध्यान, पूजा, जप-तप और दान किया जाता है। आइए, मीन संक्रांति की सही डेट (Meen Sankranti 2025) एवं शुभ मुहूर्त जानते हैं-
यह भी पढ़ें: कब मनाई जाएगी आमलकी एकादशी? नोट करें शुभ मुहूर्त एवं योग
कब से शुरू होगा खरमास?
ज्योतिषियों की मानें तो 14 मार्च से खरमास शुरू होगा। वहीं, खरमास का समापन 14 अप्रैल को होगा। आसान शब्दों में कहें तो 14 मार्च से लेकर 13 अप्रैल तक खरमास रहेगा। इस दौरान कोई भी शुभ काम नहीं किया जाएगा। वहीं, 14 अप्रैल से सभी प्रकार के शुभ काम किए जाएंगे।
सूर्य राशि परिवर्तन (Surya Gochar 2025)
ज्योतिषीय गणना के अनुसार, आत्मा के कारक सूर्य देव 14 मार्च को संध्याकाल 06 बजकर 58 मिनट पर मीन राशि में गोचर करेंगे। इससे पहले सूर्य देव 12 फरवरी को मकर राशि से निकलकर कुंभ राशि में गोचर करेंगे। इसके बाद सूर्य देव 14 मार्च को मीन राशि में गोचर करेंगे। इससे पूर्व सूर्य देव 19 फरवरी को शतभिषा और 04 मार्च को पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र में गोचर करेंगे।
मीन संक्रांति शुभ मुहूर्त (Meen Sankranti Shubh Muhurat)
वैदिक पंचांग के अनुसार, 14 मार्च के दिन सूर्य देव मीन राशि में गोचर करेंगे। आसान शब्दों में कहें तो 14 मार्च को मीन संक्रांति और होली मनाई जाएगी। मीन संक्रांति तिथि पर पुण्य काल दोपहर 12 बजकर 39 मिनट से लेकर शाम 06 बजकर 29 मिनट तक है। वहीं, महा पुण्य काल शाम 04 बजकर 29 मिनट से लेकर शाम 06 बजकर 29 मिनट तक है। मीन संक्रांति के दिन पुण्य क्षण शाम 06 बजकर 59 मिनट पर है। साधक अपनी सुविधा अनुसार समय पर मीन संक्रांति के दिन स्नान-ध्यान एवं पूजा, जप-तप कर सकते हैं।
मीन संक्रांति शुभ योग (Meen Sankranti Shubh Yog)
मीन संक्रांति पर शिववास योग का संयोग बन रहा है। शिववास योग दोपहर 12 बजकर 23 मिनट से है। इस समय देवों के देव महादेव कैलाश पर मां गौरी के साथ रहेंगे। इसके साथ ही उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र का संयोग है। वहीं, बव एवं बालव करण के योग हैं।
यह भी पढ़ें: हनुमान जी से मिलती हैं ये 4 सीख, जीवन में अपनाने से सभी संकट होते हैं दूर
अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।