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    Mahashivratri 2025: महाशिवरात्रि पर इस सरल विधि से करें शिवलिंग का अभिषेक, सभी पाप होंगे दूर

    Updated: Mon, 24 Feb 2025 10:40 AM (IST)

    महाशिवरात्रि के शुभ पर्व पर भक्त भगवान शिव और मां पार्वती की पूजा-अर्चना विधिपूर्वक करते हैं। साथ ही जीवन में सुख-समृद्धि में वृद्धि के लिए व्रत भी रखते हैं। धार्मिक मान्यता है कि महाशिवरात्रि (Mahashivratri 2025) व्रत को सच्चे मन से करने से वैवाहिक जीवन में खुशियों का आगमन होता है। साथ ही सुख और सौभाग्य की प्राप्ति होती है।

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    Mahashivratri 2025: इस मुहूर्त में करें शिवलिंग का अभिषेक (Pic Credit-AI)

    धर्म डेस्क, नई दिल्ली। पंचांग के अनुसार, भगवान शिव को समर्पित महाशिवरात्रि का पर्व 26 फरवरी (Mahashivratri 2025 Date) को मनाया जाएगा। इस त्योहार का सनातन शास्त्रों में विशेष महत्व है। इस दिन साधक शुभ मुहूर्त में विशेष चीजों के द्वारा शिवलिंग का अभिषेक करते हैं और साथ ही जीवन में सुख-शांति की प्राप्ति के लिए महादेव से कामना करना करते हैं।

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    अगर आप भी भगवान शिव को प्रसन्न करना चाहते हैं, तो महाशिवरात्रि के दिन स्नान-ध्यान के बाद विधिपूर्वक शिवलिंग का अभिषेक करें। इससे महादेव का आशीर्वाद प्राप्त होगा और इससे पापों से छुटकारा मिलता है। ऐसे में आइए जानते हैं कि महाशिवरात्रि का शुभ मुहूर्त और शिवलिंग अभिषेक विधि के बारे में।

    (Pic Credit-AI)

    महाशिवरात्रि 2025 डेट और शुभ मुहूर्त (Mahashivratri 2025 Date and Shubh Muhurat)

    वैदिक पंचांग के अनुसार, फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि की शुरुआत 26 फरवरी को सुबह 11 बजकर 08 मिनट पर होगी और अगले दिन यानी 27 फरवरी को सुबह 08 बजकर 54 मिनट पर तिथि का समापन होगा। ऐसे में 26 फरवरी (Kab Hai Mahashivratri 2025) महाशिवरात्रि का पर्व मनाया जाएगा। इस बार महाशिवरात्रि पर भद्रा का साया रहेगा। 26 फरवरी को महादेव की पूजा करने का शुभ मुहूर्त शाम 06 बजकर 19 मिनट से लेकर रात 09 बजकर 26 मिनट तक है।

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    महाशिवरात्रि शिवलिंग अभिषेक विधि (Mahashivratri Shivling Abhishek Vidhi)

    • महाशिवरात्रि के दिन सुबह स्नान करें और सूर्य देव को जल अर्पित करें।
    • इसके बाद पूजा की शुरुआत करें।
    • जल में दूध, शहद, घी और गंगाजल मिलाकर शिवलिंग का अभिषेक करें।
    • अब शिवलिंग पर बेलपत्र, मोली, अक्षत, फल, पान, सुपारी समेत आदी चीजें चढ़ाएं।
    • देसी घी का दीपक जलाकर आरती करें और शिव चालीसा एवं मंत्रों का जप करें।
    • प्रभु को फल, हलवा, दूध, दही और घी का भोग लगाएं।
    • आखिरी में लोगों में प्रसाद का वितरण करें।

    इन बातों का रखें ध्यान

    • पूजा के लिए उत्तर दिशा की तरफ मुंह करके बैठें।
    • शिवलिंग पर चंदन का तिलक लगाएं।
    • इस दिन काले रंग के कपड़े न पहनें।
    • शिवलिंग की पूरी परिक्रमा न लगाएं।
    • शिवलिंग पर जल चढ़ाने के लिए तांबे के लोटे का इस्तेमाल करें।
    • पूजा के दौरान किसी से वाद-विवाद न करें।

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    अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।