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    Maha Shivratri 2025: महाशिवरात्रि पर रहेगा भद्रा का साया, इस मुहूर्त में करें महादेव की पूजा

    Updated: Tue, 18 Feb 2025 10:26 AM (IST)

    पंचाग के अनुसार हर साल फाल्गुन माह के कृष्ण की चतुर्दशी तिथि के दिन महाशिवरात्रि का पर्व मनया जाता है। यह त्योहार महादेव और मां पार्वती को समर्पित है। इस दिन भक्त विधिपूर्वक व्रत करते हैं। साथ ही शिवलिंग का विशेष अभिषेक करते हैं। इस बार महाशिवरात्रि (Mahashivratri 2025) पर भद्रा का साया रहेगा। आइए जानते हैं भद्रा के समय के बारे में।

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    Mahashivratri 2025: कब करें शिव जी की पूजा-अर्चना? (Pic Credi-AI)

    धर्म डेस्क, नई दिल्ली। शिव पुराण में महाशिवरात्रि के पर्व का विशेष महत्व है। इस दिन महादेव और मां पार्वती की पूजा का विधान है। शिव भक्त इस पर्व का बेसब्री से इंतजार करते हैं। साथ ही अन्न और धन समेत विशेष चीजों का दान करते हैं। धार्मिक मान्यता है कि महाशिवरात्रि व्रत करने से जातक को विवाह में आ रही बाधा से छुटकारा मिलता है और मनचाहा वर मिलता है।

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    इस बार महाशिवरात्रि (Maha Shivratri 2025) पर भद्रा का साया रहेगा। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि भद्रा के दौरान प्रमुख पर्व की पूजा, मुंडन संस्कार और ग्रह प्रवेश समेत शुभ और मांगलिक कामों पर रोक रहती है। ऐसे में आइए जानते हैं महाशिवरात्रि पर भगवान शिव और मां पार्वती की पूजा-अर्चना करने के लिए शुभ मुहूर्त के बारे में।

    यह भी पढ़ें: Mahashivratri 2025: महाशिवरात्रि व्रत में न करें ये गलतियां, वरना पूर्ण फल से रह जाएंगे वंचित

    महाशिवरात्रि 2025 डेट (Mahashivratri 2025 Date)

    वैदिक पंचांग के अनुसार, महाशिवरात्रि की तिथि 26 फरवरी को सुबह 11 बजकर 08 मिनट पर शुरू हो रही है और तिथि का समापन 27 फरवरी को सुबह 08 बजकर 54 मिनट पर होगा। ऐसे में महाशिवरात्रि का महापर्व 26 फरवरी को मनाया जाएगा। साथ ही इसी दिन महाकुंभ का आखिरी स्नान होगा। इसके अगले दिन यानी 27 फरवरी को सुबह 06 बजकर 48 मिनट से 08 बजकर 54 मिनट तक व्रत का पारण किया जा सकता है।

    (Pic Credi-AI)

    महाशिवरात्रि 2025 भद्रा टाइम (Mahashivratri 2025 Bhadra Time)

    26 फरवरी यानी महाशिवरात्रि के दिन सुबह 11 बजकर 03 मिनट से रात 10 बजकर 17 मिनट तक भद्रा का साया है। सनातन शास्त्रों के अनुसार, भद्रा के दौरान शुभ और मांगलिक काम नहीं किए जाते हैं। स्वर्ग लोक और पाताल लोक की भद्रा को अशुभ नहीं माना जाता है। महाशिवरात्रि के दिन भद्रा का वास पाताल लोक में होगा, तो ऐसे में महाशिवरात्रि के दिन किसी भी समय महादेव की पूजा की जा सकती है।

    महाशिवरात्रि पूजा समय

    महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव की पूजा करने का शुभ मुहूर्त शाम 06 बजकर 19 मिनट से लेकर रात 09 बजकर 26 मिनट तक है।

    रात को 09 बजकर 26 मिनट से लेकर देर रात 12 बजकर 34 मिनट तक तक है।

    इन दोनों समय में महाशिवरात्रि की पूजा-अर्चना कर सकते हैं। धार्मिक मान्यता है कि विधिपूर्वक महादेव की उपासना करने से भक्त की सभी मुरादें जल्द पूरी होती हैं।

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    अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।