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    Lord Shiva: जब मिलने लगे ये संकते, तो समझिए कि बनी हुई है भगवान शिव की कृपा

    Updated: Tue, 17 Jun 2025 07:00 PM (IST)

    देवों के देव कहलाने वाले महादेव जब किसी व्यक्ति से प्रसन्न होते हैं तो उन्हें कुछ खास संकेत मिलने लगते हैं। इन संकेतों का वर्णन शिव पुराण में भी मिलता है। ऐसे में अगर आपको भी यह संकेत मिल रहा है तो समझना चाहिए कि जल्द ही आपका अच्छा समय शुरू होने वाला है।

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    Lord Shiva pleased signs in hindi (background Picture Credit: Freepik)

    धर्म डेस्क, नई दिल्ली। आज हम आपको कुछ ऐसे संकेतों के बारे में बताने जा रहे हैं, जो आपको देखने में साधारण लग सकते हैं, लेकिन इनका बहुत ही खास अर्थ होता है। भगवान शिव से जुड़ी चीजें संकेत के रूप में दिखना आपके लिए एक बहुत ही खास संकेत हो सकता है, जिसे बिल्कुल भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। चलिए जानते हैं इस बारे में। 

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    मिलते हैं ये खास संकेत

    शिव पुराण (shiva puran) में वर्णन मिलता है कि अगर किसी व्यक्ति को सुबह के समय डमरू की आवाज सुनाई देती है, तो यह शिव जी की कृपा का संकेत हो सकता है। वहीं अगर किसी व्यक्ति को रास्ते में नंदी महाराज के दर्शन होते हैं, तो यह भी शिव जी की कृपा का संकेत माना जाता है।

    जब आएं ऐसे सपने

    अगर किसी व्यक्ति को सपने में भगवान शिव के प्रसन्न मुद्रा में या फिर मुस्कुराते हुए दिखाई देते हैं, तो इसे एक बहुत ही शुभ संकेत माना जाता है। इसका अर्थ है कि जल्द ही आपको भगवान शिव की कृपा मिलने वाली है।

    इसी के साथ अगर किसी को सपने में भगवान शिव का मंदिर, त्रिशूल, सांप या फिर अर्धचंद्र जैसी चीजें दिखना भी एक शुभ संकेत (Lord Shiva In Dream) के रूप में देखा जाता है। इसका अर्थ है कि महादेव आपसे प्रसन्न हैं और जल्द ही आपको कोई खुशखबरी मिलने वाली है।

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    इन लोगों को मिलती है कृपा

    माना जाता है कि अगर आपको भविष्य में घटने वाली कुछ घटनाओं का पहले ही आभास हो जाता है और आप उसके अनुसार, तैयार हो जाते हैं, तो इसका अर्थ है कि उस व्यक्ति पर शिव जी की कृपा बनी हुई है। इसी के साथ जो व्यक्ति कठिन-से-कठिन समय में भी अपने मन को शांत रखता है और ईश्वर पर भरोसा रखता है, उसपर भोलेनाथ की कृपा बनी रहती है।

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    अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।