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    2 अगस्त का सूर्य ग्रहण होने वाला है खास, अगले 100 साल तक ऐसा नहीं होगा दोबारा

    Updated: Tue, 22 Jul 2025 02:23 PM (IST)

    साल 2027 में सदी की सबसे अद्भुत खगोलीय घटना होने जा रही है। 2 अगस्त को सूर्य पूरे 6 मिनट 23 सेकंड के लिए गायब हो जाएगा जो अगले 100 सालों तक नहीं दिखेगा। यूरोप उत्तरी अफ्रीका और मध्य पूर्व में इस अद्भुत नजारे को देखा जा सकेगा। जानिए इसके बारे में खास बातें...

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    इस पूर्ण सूर्यग्रहण की वजह से दिन में ही पूरा आसमान अंधेरे में डूब जाएगा।

    धर्म डेस्क, नई दिल्ली। सदी की सबसे महत्वपूर्ण खगोलीय घटना साल 2027 को होने जा रही है। पूरे छह मिनट 23 सेकंड तक सूरज 2 अगस्त 2027 को गायब रहेगा। अगले 100 साल तक भी नहीं देखने को मिलेगा। लिहाजा, इस नजारे का गवाह बनने के लिए दुनियाभर के खगोलविदों और वैज्ञानिकों में उत्सुकता है। 

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    इस पूर्ण सूर्यग्रहण की वजह से दिन में ही पूरा आसमान अंधेरे में डूब जाएगा। दुनिया के अलग-अलग महाद्वीपों पर रहने वाले करोड़ों लोगों इस हैरतअंगेज खगोलीय घटना के गवाह बनेंगे। यूरोप, उत्तरी अफ्रीका और मध्य पूर्व के कुछ हिस्सों के आसमान में सूर्य ग्रहण का अद्भुत नजारा कई मिनटों के लिए दिखेगा।

    अधिकांश सूर्य ग्रहण (Solar Eclipse) की घटना करीब 3 मिनट के लिए ही होती है। इस दौरान सूर्य के कोरोना की छोटी सी झलक दिखती है। space.com के अनुसार 1991 से साल 2114 के बीच होने वाला सबसे लंबा ग्रहण 2 अगस्त 2027 को दिखेगा। 

    क्यों होगी ऐसी घटना 

    सूर्य ग्रहण की यह आकर्षक घटना होने की वजह सूर्य और चंद्रमा की स्थितियों में होने वाला बदलाव है। दरअसल, उस समय पृथ्वी अपहेलियन के करीब पहुंच चुकी होगी, जो कि सूर्य से इसका सबसे दूर की जगह है। इसकी वजह से धरती से सूर्य थोड़ा छोटा दिखाई देगा। 

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    वहीं, इस समय चंद्रमा की स्थिति पेरिजी के पास होगी, जो कि धरती से बहुत करीब होगा। इसकी वजह से चंद्रमा का आकार बड़ा दिखाई देगा। ग्रहण के समय जब चंद्रमा सूर्य को ढंक लेगा, तो काफी समय तक यह स्थिति बनी रहेगी। इसकी वजह से ग्रहण का समय भी आम सूर्य ग्रहण की तुलना में लगभग दो गुना हो जाएगा। 

    “ग्रेट नॉर्थ अफ्रीकन एक्लिप्स” की यह घटना अटलांटिक महासागर से शुरू होकर जिब्राल्टर जलडमरूमध्य, उत्तरी मोरक्को, दक्षिणी स्पेन, उत्तरी ट्यूनेशिया, उत्तरी अल्जीरिया, मिस्त्र, उत्तर पूर्वी लीबिया, सूडान, दक्षिण पश्चिमी सऊदी अरब, सोमालिया, यमन और अरब प्रायद्वीप के अन्य देशों तक देखी जा सकेगी। 

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    अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।