Laddu Gopal Ke Niyam: लड्डू गोपाल पुराने वस्त्रों को फेंकने की न करें ये गलती, जरूर जान लें ये नियम
आपने कई हिंदू घरों में भगवान श्रीकृष्ण के बाल स्वरूप यानी लड्डू गोपाल को विराजमान देखा होगा। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार लड्डू गोपाला जी की नियमित रूप से पूजा-अर्चना करने से घर-परिवार में सुख-समृद्धि का माहौल बना रहता है। ऐसे में उनकी सेवा से जुड़े कुछ नियम जरूर जान लेने चाहिए।

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। भगवान श्रीकृष्ण के बाल स्वरूप की नियमित पूजा-अर्चना के भी कुछ नियम भी बताए गए हैं। जैसे घर में कोई भी खाने-पीने की सात्विक चीज आती है, तो सबसे पहले उसका भोग लड्डू गोपाल को ही लगाया जाता है।
इसी के साथ पूजा नियमों में रोजाना लड्डू गोपाल को स्नान करवाना और उनके वस्त्र बदलना भी शामिल है। ऐसे में चलिए जानते हैं कि लड्डू गोपाल की वस्त्र पुराने हो जाने या फट जाने पर आपको इन वस्त्रों का क्या करना चाहिए।
न पहनाएं ऐसे कपड़े
लड्डू गोपाल को कभी भी ऐसे वस्त्र नहीं पहनना चाहिए, जो फटे-पुराने हों या फिर जो गंदे हों। जिस प्रकार खंडित मूर्ति की पूजा से नकारात्मकता बढ़ती है, ठीक उसी प्रकार लड्डू गोपाल जी को इस तरह के वस्त्र पहनाने से भी नकारात्मकता बढ़ सकती है। गंदे वस्त्रों को अच्छे से धोने के बाद दुबारा पहनाया जा सकता है, लेकिन फटे कपड़ों को दुबारा सिलकर पहनाना शुभ नहीं माना जाता।
ऐसे वस्त्रों का क्या करें
लड्डू गोपाल जी के जो वस्त्र फट जाएं या फिर ज्यादा पुराने हो जाएं, तो उन्हें फेंकने की गलती भी नहीं करनी चाहिए। आप इन वस्त्रों को श्रद्धाभाव के साथ इन वस्त्रों को मिट्टी में दबा सकते हैं। इसके लिए केला, तुलसी या फिर आंवले के पेड़े के नीचे इन्हें दबाना शुभ माना जाता है। आप इन वस्त्रों को बहते हुए साफ जल स्रोत में भी प्रवाहित कर सकते हैं। इसके साथ ही आप लड्डू गोपाल के इन वस्त्रों को किसी सजावटी वस्तु में भी उपयोग कर सकते हैं।
यह भी पढ़ें - Swapna Shastra: सपने में लड्डू गोपाल ने दिए हैं दर्शन, तो समझिए शुरू होने वाले हैं अच्छे दिन
रखें इन बातों का ध्यान
फिलहार गर्मियों का मौसम चल रहा है, ऐसे में लड्डू गोपाल को हल्के और आरामदायक वस्त्र पहनाने चाहिए। इस बात का भी खासतौर से ध्यान रखें कि लड्डू गोपाल को हमेशा साफ-सुथरे वस्त्र पहनांए। इसके साथ लड्डू गोपाल को केवल वही वस्त्र पहनाएं, जिनकी चमक बरकरार रहे। रंग उड़ जाने के बाद भी लड्डू गोपाल को वह वस्त्र पहनाने से बचना चाहिए।
यह भी पढ़ें - Laddu Gopal Puja Niyam: सुबह उठाने से लेकर रात में सुलाने तक, इस तरह करें लड्डू गोपाल की सेवा
अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।