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    Kharmas 2025: खरमास का आखिरी दिन आज, इस दिन से शुरू होंगे शुभ काम

    Updated: Sun, 13 Apr 2025 09:57 AM (IST)

    खरमास का महीना हिंदू धर्म में बहुत ज्यादा महत्वपूर्ण माना जाता है। इस बार इसकी शुरुआत 14 मार्च को हुई थी। वहीं इसका (Kharmas 2025) समापन आज यानी 13 अप्रैल को हो रहा है। खरमास के दौरान शादी सगाई गृह प्रवेश मुंडन नामकरण संस्कार और अन्य शुभ काम वर्जित हो जाते हैं। हालांकि इस अवधि में धार्मिक कार्यों से जुड़े रहना चाहिए।

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    Kharmas 2025 End Date: खरमास का धार्मिक महत्व।

    धर्म डेस्क, नई दिल्ली। हिंदू धर्म में खरमास का विशेष महत्व होता है। खरमास में सूर्य देव की चाल धीमी हो जाती है, इसलिए इस दौरान शुभ काम करने की मनाही होती है। आज खरमास (Kharmas 2025) का आखिरी दिन है, जो कि बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है, क्योंकि इस दिन के बाद से ही शुभ काम शुरू होते हैं।

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    इस डेट से शुरू होंगे शुभ काम (Shubh Muhurat)

    पंचांग के अनुसार, 14 अप्रैल से मांगलिक काम शुरू हो जाएंगे। अप्रैल में विवाह के लिए 9 शुभ दिन है – (14, 16, 18, 19, 20, 21, 25, 29 और 30 अप्रैल। ) इन तिथियों पर आप किसी जानकारी पुरोहित से सलाह लेकर कोई भी शुभ काम शुरू कर सकते हैं।

    खरमास का महत्व (Kharmas 2025 Significance)

    खरमास में सूर्य देव धनु और मीन राशि में गोचर करते हैं। इस दौरान सूर्य देव की चाल धीमी हो जाती है, इसलिए इस समय को शुभ नहीं माना जाता है। खरमास में मांगलिक कामों जैसे - विवाह, मुंडन, गृह प्रवेश और नए कार्यों की शुरुआत करना अशुभ माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि खरमास में किए गए कार्यों से शुभ फल नहीं मिलते हैं।

    खरमास का आखिरी दिन (Kharmas 2025 End Date )

    खरमास का आखिरी दिन बहुत महत्वपूर्ण होता है। इस दिन सूर्य देव मीन राशि से निकलकर मेष राशि में प्रवेश करते हैं। इसके साथ ही खरमास समाप्त हो जाता है और शुभ कार्य फिर से शुरू हो जाते हैं।

    खरमास के बाद शुरू होंगे अच्छे काम

    खरमास समाप्त होने के बाद विवाह, मुंडन, गृह प्रवेश और नए कार्यों की शुरुआत कर सकते हैं। खरमास के बाद आप किसी भी शुभ कार्य को करने के लिए स्वतंत्र हैं।

    खरमास में क्या करें? (Kharmas 2025 Dos)

    खरमास में शुभ कार्य करना वर्जित होता है, लेकिन आप इस दौरान कुछ धार्मिक कार्य कर सकते हैं। आप भगवान विष्णु और सूर्य देव की पूजा कर सकते हैं। इसके अलावा, आप गरीबों को दान भी कर सकते हैं। खरमास का आखिरी दिन शुभ कार्यों की शुरुआत का प्रतीक है। इस दिन के बाद आप अपने सभी शुभ काम कर सकते हैं।

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    अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।