Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Kharmas 2025: खरमास के दौरान करें इन मंत्रों का जप, नहीं पड़ेगा जीवन पर बुरा असर

    Updated: Thu, 11 Dec 2025 12:55 PM (IST)

    खरमास 16 दिसंबर 2025 से शुरू हो रहा है। इस दौरान सूर्य धनु राशि में प्रवेश करते हैं। इस अवधि में मांगलिक काम वर्जित होते हैं, लेकिन पूजा-पाठ, दान और म ...और पढ़ें

    Hero Image

    Kharmas 2025: खरमास के दिन करें ये काम।

    धर्म डेस्क, नई दिल्ली। खरमास की शुरुआत 16 दिसंबर 2025 से हो रही है। यह वह अवधि है जब सूर्य धनु राशि में प्रवेश करते हैं। खरमास के दौरान मांगलिक काम वर्जित होते हैं, क्योंकि सूर्य का तेज बृहस्पति की राशि में कमजोर पड़ जाता है। इस समय को कई लोग अशुभ मानते हैं।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    हालांकि, खरमास (Kharmas 2025) का समय पूजा-पाठ, दान और मंत्र जाप के लिए बहुत फलदायी माना जाता है। इस अवधि में भगवान सूर्य के 108 नामों का जाप करने से जीवन पर खरमास का कोई भी बुरा असर नहीं पड़ता है, बल्कि सौभाग्य और समृद्धि बढ़ती है।

    ।।सूर्यदेव 108 नाम।।

    06_01_2022-surya_22357592_05914125

    ॐ अरुणाय नमः
    ॐ शरण्याय नमः
    ॐ करुणारससिन्धवे नमः
    ॐ असमानबलाय नमः
    ॐ आर्तरक्षकाय नमः
    ॐ आदित्याय नमः
    ॐ आदिभूताय नमः
    ॐ अखिलागमवेदिने नमः
    ॐ अच्युताय नमः
    ॐ अखिलज्ञाय नमः
    ॐ अनन्ताय नमः
    ॐ इनाय नमः
    ॐ विश्वरूपाय नमः
    ॐ इज्याय नमः
    ॐ इन्द्राय नमः
    ॐ भानवे नमः
    ॐ इन्दिरामन्दिराप्ताय नमः
    ॐ वन्दनीयाय नमः
    ॐ ईशाय नमः
    ॐ सुप्रसन्नाय नमः
    ॐ सुशीलाय नमः
    ॐ सुवर्चसे नमः
    ॐ वसुप्रदाय नमः
    ॐ वसवे नमः
    ॐ वासुदेवाय नमः
    ॐ उज्ज्वल नमः
    ॐ उग्ररूपाय नमः
    ॐ ऊर्ध्वगाय नमः
    ॐ विवस्वते नमः
    ॐ उद्यत्किरणजालाय नमः
    ॐ हृषीकेशाय नमः
    ॐ ऊर्जस्वलाय नमः
    ॐ वीराय नमः
    ॐ निर्जराय नमः
    ॐ जयाय नमः
    ॐ ऊरुद्वयाभावरूपयुक्तसारथये नमः
    ॐ ऋषिवन्द्याय नमः
    ॐ रुग्घन्त्रे नमः
    ॐ ऋक्षचक्रचराय नमः
    ॐ ऋजुस्वभावचित्ताय नमः
    ॐ नित्यस्तुत्याय नमः
    ॐ ऋकारमातृकावर्णरूपाय नमः
    ॐ उज्ज्वलतेजसे नमः
    ॐ ऋक्षाधिनाथमित्राय नमः
    ॐ पुष्कराक्षाय नमः
    ॐ लुप्तदन्ताय नमः
    ॐ शान्ताय नमः
    ॐ कान्तिदाय नमः
    ॐ घनाय नमः
    ॐ कनत्कनकभूषाय नमः
    ॐ खद्योताय नमः
    ॐ लूनिताखिलदैत्याय नमः
    ॐ सत्यानन्दस्वरूपिणे नमः
    ॐ अपवर्गप्रदाय नमः
    ॐ आर्तशरण्याय नमः
    ॐ एकाकिने नमः
    ॐ भगवते नमः
    ॐ सृष्टिस्थित्यन्तकारिणे नमः
    ॐ गुणात्मने नमः
    ॐ घृणिभृते नमः
    ॐ बृहते नमः
    ॐ ब्रह्मणे नमः
    ॐ ऐश्वर्यदाय नमः
    ॐ शर्वाय नमः
    ॐ हरिदश्वाय नमः
    ॐ शौरये नमः
    ॐ दशदिक्संप्रकाशाय नमः
    ॐ भक्तवश्याय नमः
    ॐ ओजस्कराय नमः
    ॐ जयिने नमः
    ॐ जगदानन्दहेतवे नमः
    ॐ जन्ममृत्युजराव्याधिवर्जिताय नमः
    ॐ उच्चस्थान समारूढरथस्थाय नमः
    ॐ असुरारये नमः
    ॐ कमनीयकराय नमः
    ॐ अब्जवल्लभाय नमः
    ॐ अन्तर्बहिः प्रकाशाय नमः
    ॐ अचिन्त्याय नमः
    ॐ आत्मरूपिणे नमः
    ॐ अच्युताय नमः
    ॐ अमरेशाय नमः
    ॐ परस्मै ज्योतिषे नमः
    ॐ अहस्कराय नमः
    ॐ रवये नमः
    ॐ हरये नमः
    ॐ परमात्मने नमः
    ॐ तरुणाय नमः
    ॐ वरेण्याय नमः
    ॐ ग्रहाणांपतये नमः
    ॐ भास्कराय नमः
    ॐ आदिमध्यान्तरहिताय नमः
    ॐ सौख्यप्रदाय नमः
    ॐ सकलजगतांपतये नमः
    ॐ सूर्याय नमः
    ॐ कवये नमः
    ॐ नारायणाय नमः
    ॐ परेशाय नमः
    ॐ तेजोरूपाय नमः
    ॐ हिरण्यगर्भाय नमः
    ॐ सम्पत्कराय नमः
    ॐ ऐं इष्टार्थदाय नमः
    ॐ अं सुप्रसन्नाय नमः
    ॐ श्रीमते नमः
    ॐ श्रेयसे नमः
    ॐ सौख्यदायिने नमः
    ॐ दीप्तमूर्तये नमः
    ॐ निखिलागमवेद्याय नमः
    ॐ नित्यानन्दाय नमः।।

    यह भी पढ़ें- Kharmas 2025: 15 या 16 दिसंबर, कब शुरू हो रहा है खरमास? ऐसे दें भगवान सूर्य को अर्घ्य

    यह भी पढ़ें- Kharmas: खरमास के बाद फरवरी से बजेगी शहनाई, शादी-विवाह के कुल 59 शुभ मुहूर्त; नोट करें डेट

    अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।