Vinayak Chaturthi 2025 Date: विनायक चतुर्थी की डेट को लेकर न हो कन्फ्यूज, एक क्लिक में देखें सही तारीख
विनायक चतुर्थी (Vinayak Chaturthi 2025) के दिन भगवान गणेश (Lord ganesha) और शिव परिवार की पूजा-अर्चना करने का विधान है। साथ ही गणपति बप्पा को विशेष चीजों का भोग लगाना फलदायी साबित होता है। धार्मिक मान्यता है कि गणपति बप्पा की पूजा करने से सभी तरह के विघ्न दूर होते हैं। इसलिए भगवान गणेश को विघ्नहर्ता भी कहा जाता है।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। प्रत्येक माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि के दिन विनायक चतुर्थी (Vinayak Chaturthi 2025) का पर्व मनाया जाता है। यह तिथि भगवान गणेश को प्रसन्न करने के लिए बेहद शुभ मानी जाती है। साथ ही श्रद्धा अनुसार गरीब लोगों या मंदिर में दान किया जाता है। मान्यता है कि इन कामों को करने से जातक के जीवन में आ रहे संकट और दुख दूर होते हैं। साथ ही गणपति बप्पा की कृपा सदैव बनी रहती है।
इस बार पौष माह के शुक्ल पक्ष की विनायक चतुर्थी की डेट को लेकर लोगों में कन्फ्यूजन की स्थिति उत्पन्न हो रही है। ऐसे में हर कोई जानना चाहता है कि विनायक चतुर्थी की सही डेट क्या है? ऐसे में आइए इस आर्टिकल में हम आपको पंचांग के अनुसार बताएंगे विनायक चतुर्थी की सही तारीख और शुभ मुहूर्त के बारे में।
विनायक चतुर्थी 2025 डेट और टाइम (Vinayak Chaturthi 2025 Date and Time)
पंचांग के अनुसार, पौष माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि (Vinayak Chaturthi 2025 Shubh Muhurat) की शुरुआत 03 जनवरी को देर रात 01 बजकर 08 मिनट पर होगा। वहीं, इसका समापन अगले दिन यानी 03 जनवरी को रात 11 बजकर 39 मिनट पर होगा। ऐसे में 03 जनवरी को विनायक चतुर्थी का व्रत किया जाएगा।
शुभ मुहूर्त
ब्रह्म मुहूर्त - सुबह 05 बजकर 25 मिनट से 06 बजकर 20 मिनट तक
विजय मुहूर्त - दोपहर 02 बजकर 10 मिनट से 02 बजकर 51 मिनट तक
गोधूलि मुहूर्त - शाम 05 बजकर 34 मिनट से 06 बजकर 02 मिनट तक
निशिता मुहूर्त - रात्रि 11 बजकर 59 मिनट से 12 बजकर 53 मिनट तक
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विनायक चतुर्थी पूजा विधि (Vinayak Chaturthi Puja Vidhi)
- विनायक चतुर्थी के दिन सुबह स्नान करने के बाद सूर्य देव को अर्घ्य अर्पित करें।
- इसके बाद बाद घर की साफ-सफाई करें।
- पंचोपचार कर विधिपूर्वक से भगवान गणेश की पूजा करें।
- भगवान गणेश को मोदक, दूर्वा, हल्दी, पीले रंग का वस्त्र आदि चीजें अर्पित करें।
- देसी घी का दीपक जलाकर आरती करें।
- मंत्रों का जप करें। गणेश चालीसा का पाठ करें।
- जीवन में सुख-समृद्धि में वृद्धि के लिए कामना करें।
- अंत में भोग लगाकर लोगों में प्रसाद का वितरण करें।
- विनायक चतुर्थी के दिन अन्न और धन का दान करना शुभ माना जाता है।
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अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।
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