Ashadha Purnima 2024: आषाढ़ पूर्णिमा के इन उपाय से जल्द बजेगी शहनाई, प्रसन्न होंगे श्री हरि
आषाढ़ पूर्णिमा पर भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा-अर्चना की जाती है। साथ ही व्रत भी किया जाता है। ज्योतिष शास्त्र में वर्णित आषाढ़ पूर्णिमा के कुछ उपाय करने से जातक का जीवन खुशहाल रहता है। साथ ही भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त होता है। चलिए जानते हैं आषाढ़ पूर्णिमा के दिन किए जाने वाले उपायों के बारे में।

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Kab Hai Ashadha Purnima 2024: हर महीने में पूर्णिमा का पर्व मनाया जाता है। प्रत्येक महीने शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि के अगले दिन पूर्णिमा तिथि पड़ती है। इस बार आषाढ़ माह में पूर्णिमा 21 जुलाई को है। ऐसी मान्यता है कि इस तिथि पर महाभारत के रचयिता महान ऋषि वेद व्यास जी का जन्म हुआ था। इसलिए इसे गुरु पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है।
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आषाढ़ पूर्णिमा के उपाय (Ashadha Purnima Ke Upay)
- अगर आप अपने विवाह में किसी तरह की कोई परेशानी का सामना कर रहे हैं, तो आषाढ़ पूर्णिमा के दिन बरगद के पेड़ पर 7 बार कलावा बांधें और दूध अर्पित करें। अब बरगद के पत्ते पर मनचाहे वर की इच्छा लिखकर उसे कमरे में रख दें। ऐसा माना जाता है कि इस टोटके को करने से विवाह के योग बनते हैं।
- ज्योतिष शास्त्र में बताए गए उपाय बेहद फलदायी साबित होते हैं। मान्यता के अनुसार, आषाढ़ पूर्णिमा के दिन चंद्रमा को अर्घ्य देना उत्तम होता है। इसके लिए एक लोटे में जल, दूध, फूल, अक्षत और गंगाजल मिलाएं। भगवान चंद्रमा के वैदिक मंत्रों का जप कर अर्पित करें। ऐसा माना जाता है कि इस उपाय को करने से मानसिक शांति मिलेगी। साथ ही सभी भय से छुटकारा मिलेगा।
- इसके अलावा आषाढ़ पूर्णिमा पर दान करने का भी विधान है। ऐसे में आप इस शुभ तिथि पर चावल, चीनी, मिश्री, दूध, दही आदि चीजों का दान करें। इससे कुंडली में चंद्रमा मजबूत होता है, जिससे इंसान के सभी बिगड़े काम बनने लगते हैं।
आषाढ़ पूर्णिमा 2024 डेट और शुभ मुहूर्त (Ashadha Purnima 2024 Date and Shubh Muhurat)
हिंदू पंचांग के अनुसार, इस साल आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि 20 जुलाई दिन शनिवार को शाम 05 बजकर 59 मिनट पर शुरू होगी। वहीं, इस तिथि की समाप्ति अगले दिन 21 जुलाई, 2024 दिन रविवार को दोपहर 03 बजकर 46 मिनट पर होगी। गुरु पूर्णिमा का पर्व 21 जुलाई को मनाया जाएगा।
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अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।
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