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    Hindu New Year 2026: इस दिन से होगा हिंदू नववर्ष का आगाज, अभी नोट करें तिथि और जरूरी बातें

    Updated: Wed, 03 Dec 2025 12:00 PM (IST)

    वैदिक पंचांग के अनुसार, चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से चैत्र नवरात्र (Chaitra Navratri 2026) की शुरुआत होती है। सनातन धर्म में इस तिथि का ...और पढ़ें

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    Hindu New Year 2026: हिंदू नववर्ष से जुड़ी खास बातें। (Image Source: AI-Generated)

    धर्म डेस्क, नई दिल्ली। अंग्रेजी कैलेंडर के मुताबिक, 1 जनवरी (New Year 2026) से नए साल की शुरुआत होती है, लेकिन हिंदू नववर्ष (Hindu Navvarsh 2026) की शुरुआत चैत्र माह में होती है। हर साल हिंदू नववर्ष बहुत ही उत्साह के साथ मनाया जाता है। हिंदू नववर्ष के दिन को विभिन्न नामों से जाना जाता है, जैसे- गुड़ी पड़वा, युगादि, चेटी चंद और आदि।

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    धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से ही भगवान ब्रह्म जी ने सृष्टि की रचना शुरू की थी और इसी तिथि से चैत्र नवरात्र (Chaitra Navratri 2026 Date) का पर्व शुरू होता है। इस दौरान मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा अलग-अलग दिन की जाती है। इससे साधक को जीवन के सभी दुखों से मुक्ति मिलती है और शुभ फल की प्राप्ति होती है। ऐसे में आइए इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि साल 2026 में कब से शुरू होगा हिंदू नववर्ष।

    हिंदू नववर्ष 2026 कब है (Hindu Navvarsh 2026 Start Date)

    वैदिक पंचांग के अनुसार, इस बार हिंदू नववर्ष की शुरुआत 19 मार्च (Kab Se Hai Hindu New Year 2026) से होगी। इस दिन चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि है। यह विक्रम नवसंवत्सर 2083 रहेगा।

    कौन रहेगा हिंदू नववर्ष का राजा और मंत्री?

    इस बार हिंदू नववर्ष की शुरुआत गुरुवार से हो रही है, तो ऐसे में इस साल के राजा गुरु और मंत्री मंगल रहेंगे।

    हिंदू नववर्ष के दिन क्या करें?

    • इस दिन सुबह जल्दी उठें और दिन की शुरुआत देवी-देवताओं के ध्यान से करें।
    • स्नान करने के बाद साफ वस्त्र धारण करें। इसके बाद घर और मंदिर की साफ-सफाई करें।
    • दीपक जलाकर देवी-देवताओं की पूजा-अर्चना करें।
    • आरती कर भोग लगाएं।
    • जीवन में सुख-शांति की प्राप्ति के लिए कामना करें।
    • गरीब लोगों या मंदिर में अन्न, धन और कपड़े समेत आदि चीजों का दान करें।

    भूलकर भी न करें ये काम

    • इस दिन किसी से वाद-विवाद न करें। बातचीत के दौरान गलत शब्दों का प्रयोग न करें।
    • तामसिक चीजों का सेवन न करें।
    • घर और मंदिर की साफ-सफाई का खास ध्यान रखें।
    • किसी के बारे में गलत न सोचें।
    • महिलाओं और बड़े-बुर्जुगों का अपमान न करें।

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    अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।