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    लखनऊ का 400 साल पुराना मंदिर, जिसे बजरंगबली की लाखों प्रतिमाएं बनाती हैं खास

    Updated: Fri, 19 Dec 2025 01:03 PM (IST)

    लखनऊ में गोमती नदी के किनारे स्थित हनुमंत धाम मंदिर भक्ति का एक नया केंद्र है, जो अपनी भव्यता के लिए जाना जाता है। इस मंदिर की सबसे बड़ी खासियत यह है ...और पढ़ें

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    Hanumant Dham Lucknow: हनुमंत धाम की खासियत (AI-generated image)

    धर्म डेस्क, नई दिल्ली। नवाबों के शहर लखनऊ में गोमती के किनारे बसा हनुमंत धाम (Hanumant Dham)आज के दौर में भक्ति का एक नया केंद्र बनकर उभर रहा है। वैसे तो लखनऊ 'बड़ा मंगल' और नवाबी के लिए प्रसिद्ध है, लेकिन हनुमंत धाम की भव्यता इसे पूरी दुनिया में अलग पहचान दिलाती है। इस मंदिर की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि यहां हनुमान जी की एक-दो नहीं, बल्कि लाखों प्रतिमाएं विराजमान हैं।

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    लाखों प्रतिमाओं का अद्भुत संगम

    मंदिर परिसर की दीवारों, स्तंभों और मेहराबों को गौर से देखने पर आप हैरान रह जाएंगे। यहां की नक्काशी में हनुमान जी के लाखों छोटे-छोटे रूप उकेरे गए हैं। माना जाता है कि मंदिर की संरचना में ही बजरंगबली की लाखों आकृतियों को इस तरह पिरोया गया है कि भक्त जहां भी नजर डाले, उसे पवनपुत्र के दर्शन होते हैं। यह दृश्य ऐसा है जैसे पूरी इमारत ही 'राम भक्त' के रंग में रंगी हो।

    इतिहास और आधुनिकता का मिलन (History and Modernity)

    हैरत की बात यह है कि यह स्थान सदियों पुराना (लगभग 400 साल) माना जाता है, जहां साधु-संत तपस्या करते थे। लेकिन, वर्तमान में जो भव्य स्वरूप हम देखते हैं, वह इसे प्राचीन परंपरा और आधुनिक शिल्पकारी का एक बेजोड़ नमूना बनाता है। मंदिर का निर्माण लाल पत्थरों से हुआ है, जो इसे राजस्थान के किलों जैसी मजबूती और चमक देता है। रात के समय जब मंदिर की लाइटें जलती हैं, तो गोमती नदी के पानी में इसका प्रतिबिंब किसी सुनहरे महल जैसा दिखता है।

    सिर झुकाने आते हैं लाखों श्रद्धालु

    हनुमंत धाम में आने वाले श्रद्धालु बताते हैं कि यहां केवल सिर झुकाने से ही मन का भारीपन कम हो जाता है। शाम की आरती के वक्त जब शंख और घंटों की आवाज गूंजती है, तो ऐसा लगता है जैसे समय ठहर गया हो। लखनऊ के लोग यहां केवल मन्नत मांगने नहीं आते, बल्कि शहर के शोर-शराबे से दूर इस 'शांति के द्वीप' पर कुछ पल सुकून से बिताने आते हैं। गोमती की बहती धारा और मंदिर की सादगी मिलकर एक ऐसा आध्यात्मिक माहौल बनाती हैं जो सीधे रूह को छू जाता है।

    पर्यटन और आस्था का केंद्र

    आज यह मंदिर न केवल भक्तों के लिए बल्कि पर्यटकों के लिए भी आकर्षण का बड़ा केंद्र बना हुआ है। अगर आप लखनऊ में हैं, तो हनुमंत धाम जाना सिर्फ एक धार्मिक यात्रा नहीं, बल्कि एक सांस्कृतिक अनुभव भी साबित होगा।

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    अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।