Hanuman Chalisa: कब और कैसे करें हनुमान चालीसा का पाठ, यहां जानें सही तरीका
रोजाना खासकर मंगलवार और शनिवार के दिन हनुमान चालीसा (Hanuman Chalisa) का पाठ करने से जातक को जीवन में अद्भुत परिणाम मिलने लगते हैं। ऐसे में अगर आप हनुमान चालीसा के दौरान कुछ नियमों का ध्यान रखते हैं तो इससे आपको केसरी नंदन की विशेष कृपा की प्राप्ति हो सकती है। साथ ही जीवन के कई कष्टों से भी छुटकारा मिल जाता है।

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। तुलसीदास द्वारा रचित हनुमान चालीसा एक लोकप्रिय कृति है, जिसका पाठ करने से साधक को जीवन में अद्भुत परिणाम देखने को मिलते हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, हनुमान चालीसा के रोजाना पाठ से जीवन में आ रही कई समस्याएं दूर हो सकती हैं। इस चालीसा के पाठ के कोई कठिन नियम नहीं हैं, बल्कि आप सरल विधि से इसका पाठ करके हनुमान जी की कृपा के पात्र बन सकते हैं।
जरूर करें ये काम
हनुमान चालीसा का पाठ करने से पहले भगवान श्रीराम का आह्वान जरूर करें। इसी के साथ पाठ से पहले दीपक भी जरूर जलाएं। कई लोग सीधे हनुमान चालीसा का पाठ शुरू कर देते हैं और दोहे का पाठ नहीं करते, लेकिन दोहे का पाठ भी जरूर करना चाहिए, तब जाकर आपको हनुमान चालीसा के पाठ का पूर्ण फल मिलता है। हनुमान चालीसा के पाठ से पहले इस दोहे का पाठ जरूर करें -
दोहा
श्रीगुरु चरन सरोज रज निजमनु मुकुरु सुधारि।
बरनउँ रघुबर बिमल जसु जो दायकु फल चारि।।
बुद्धिहीन तनु जानिके, सुमिरौं पवन-कुमार।
बल बुधि बिद्या देहु मोहिं, हरहु कलेस बिकार।।
(Picture Credit: Freepik) (AI Image)
कैसे करना चाहिए पाठ
कभी भी तेज स्वर में हनुमान चालीसा का पाठ न करें, इसका पाछ हमेशा मध्यम स्वर में करना चाहिए। साथ ही इस बात का भी ध्यान रखें कि आपके उच्चारण में कोई गलती न हो। हनुमान चालीसा का पाठ कभी भी जल्दबाजी में नहीं करना चाहिए, बल्कि एक-एक दोहे को समझते हुए इसका पाठ करें। हनुमान चालीसा का पाठ, 11, 9, 7, 3, या फिर 1 बार करना शुभ माना जाता है। माना जाता है कि 7 या 21 दिनों तक लगातार हनुमान चालीसा का पाठ करने से साधक की सभी इच्छाएं पूरी होती हैं।
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रखें इन बातों का ध्यान
हनुमान चालीसा के पाठ के लिए हमेशा साफ-सुथरे स्थान का चयन करें। साथ ही वह स्थान शांत भी होना चाहिए, ताकि आप ध्यानपूर्वक चालीसा का पाठ कर सकें। साथ ही इस दौरान अपने मन में किसी तरह का नकारात्मक भाव न आने दें और ध्यान व श्रद्धा के साथ हनुमान चालीसा का पाठ करें।
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