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    Pradosh Vrat 2025: गुरु प्रदोष व्रत पर राशि अनुसार करें इन मंत्रों का जप, दूर हो जाएंगे सभी संकट

    चैत्र माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि यानी प्रदोष व्रत (Pradosh Vrat 2025) पर कई मंगलकारी योग बन रहे हैं। इन योग में देवों के देव महादेव और मां पार्वती की पूजा करने से सुखों में वृद्धि होगी। साथ ही जीवन में व्याप्त सभी प्रकार के संकटों से मुक्ति मिलती है। इस शुभ अवसर पर श्रद्धा भाव से भगवान शिव की पूजा की जाती है।

    By Pravin KumarEdited By: Pravin KumarUpdated: Tue, 25 Mar 2025 01:51 PM (IST)
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    Pradosh Vrat 2025: गुरु प्रदोष व्रत पर क्या करें और क्या न करें?

    धर्म डेस्क, नई दिल्ली। वैदिक पंचांग के अनुसार, गुरुवार 27 मार्च को प्रदोष व्रत है। यह पर्व देवों के देव महादेव को समर्पित होता है। इस दिन भगवान शिव और मां पार्वती की पूजा की जाती है। साथ ही मनचाहा वरदान पाने के लिए व्रत रखा जाता है। इस व्रत को करने से साधक की हर मनोकामना पूरी होती है। साथ ही सुख और सौभाग्य में भी वृद्धि होती है।

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    इस व्रत का फल दिन अनुसार मिलता है। गुरु प्रदोष व्रत करने से शत्रुओं का नाश होता है। साथ ही महादेव की कृपा साधक पर बरसती है। उनकी कृपा से जीवन में मंगल ही मंगल होता है। अगर आप भी महादेव की कृपा के भागी बनना चाहते हैं, तो प्रदोष व्रत पर भक्ति भाव से शिव-शक्ति की पूजा करें। साथ ही पूजा के समय राशि अनुसार इन मंत्रों का जप करें।

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    राशि अनुसार मंत्र जप

    • मेष राशि के जातक मनचाहा वरदान पाने के लिए 'ॐ महाकाल नमः और ॐ पार्वतीयै नमः' मंत्र का जप करें।
    • वृषभ राशि के जातक मानसिक तनाव से निजात पाने के लिए पर 'ॐ उमापति नमः और ॐ जगन्मात्रे नमः' मंत्र का जप करें।
    • मिथुन राशि के जातक कारोबार में तरक्की के लिए 'ॐ भोलेनाथ नमः और ॐ सरस्वत्यै नमः' मंत्र का जप करें।
    • कर्क राशि के जातक शुभ कामों में सफलता के लिए 'ॐ चंद्रधारी नमः और ॐ शिवदुत्यै नमः' मंत्र का जप करें।
    • सिंह राशि के जातक करियर में सफल होने के लिए 'ॐ ज्योतिलिंग नमः और ॐ चामुण्डायै नमः' मंत्र का जप करें।
    • कन्या राशि के जातक कारोबार में सफलता के लिए 'ॐ त्रिनेत्रधारी नमः और ॐ गौरीयै नमः' मंत्र का जप करें।
    • तुला राशि के जातक संकटों से निजात पाने के लिए 'ॐ केदारनाथ नमः और ॐ ईशायै नमः' मंत्र का जप करें।
    • वृश्चिक राशि के जातक दुख दूर करने के के लिए 'ॐ सोमनाथ नमः और ॐ भवन्यै नमः' मंत्र का जप करें।
    • धनु राशि के जातक सुखों में वृ्द्धि के लिए 'ॐ महेश नमः और ॐ रामायै नमः' मंत्र का जप करें।
    • मकर राशि के जातक प्रदोष व्रत के दिन 'ॐ नागधारी नमः और ॐ मोहिन्यै नमः' मंत्र का जप करें।
    • कुंभ राशि के जातक शनि दोष दूर करने के लिए 'ॐ नीलेश्वर नमः और ॐ वैष्णव्यै नमः' मंत्र का जप करें।
    • मीन राशि के जातक सौभाग्य में वृद्धि पाने के लिए 'ॐ गोरीशंकर नमः और ॐ कमलयै नमः' मंत्र का जप करें।

    भगवान शिव की आरती

    जय शिव ओंकारा ॐ जय शिव ओंकारा ।

    ब्रह्मा विष्णु सदा शिव अर्द्धांगी धारा ॥

    ॐ जय शिव…

    एकानन चतुरानन पंचानन राजे ।

    हंसानन गरुड़ासन वृषवाहन साजे ॥

    ॐ जय शिव…

    दो भुज चार चतुर्भुज दस भुज अति सोहे।

    त्रिगुण रूपनिरखता त्रिभुवन जन मोहे ॥

    ॐ जय शिव…

    अक्षमाला बनमाला रुण्डमाला धारी ।

    चंदन मृगमद सोहै भाले शशिधारी ॥

    ॐ जय शिव…

    श्वेताम्बर पीताम्बर बाघम्बर अंगे ।

    सनकादिक गरुणादिक भूतादिक संगे ॥

    ॐ जय शिव…

    कर के मध्य कमण्डलु चक्र त्रिशूल धर्ता ।

    जगकर्ता जगभर्ता जगसंहारकर्ता ॥

    ॐ जय शिव…

    ब्रह्मा विष्णु सदाशिव जानत अविवेका ।

    प्रणवाक्षर मध्ये ये तीनों एका ॥

    ॐ जय शिव…

    काशी में विश्वनाथ विराजत नन्दी ब्रह्मचारी ।

    नित उठि भोग लगावत महिमा अति भारी ॥

    ॐ जय शिव…

    त्रिगुण शिवजी की आरती जो कोई नर गावे ।

    कहत शिवानंद स्वामी मनवांछित फल पावे ॥

    ॐ जय शिव…

    जय शिव ओंकारा हर ॐ शिव ओंकारा|

    ब्रह्मा विष्णु सदाशिव अद्धांगी धारा॥

    ॐ जय शिव ओंकारा…

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    अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।