Ganga Dussehra 2025: गंगा दशहरा पर घर लाएं ये वस्तुएं, जीवन में होंगे सकारात्मक बदलाव
गंगा दशहरा ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की दशमी को मनाया जाता है। इस दिन मां गंगा का धरती पर अवतरण हुआ था। गंगा दशहरा पर गंगाजल तुलसी का पौधा श्रीयंत्र नारियल और शंख घर लाना शुभ माना जाता है। वहीं इस दिन दान-पुण्य करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं और मोक्ष की प्राप्ति होती है।

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। गंगा दशहरा हर साल धूमधाम के साथ मनाया जाता है। यह पावन पर्व ज्येष्ठ महीने के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को मनाया जाता है। इस साल यह 5 जून को पड़ रहा है। इस दिन धरती लोक पर मां गंगा का अवतरण हुआ था। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन (Ganga Dussehra 2025) देवी की पूजा, गंगा स्नान और दान-पुण्य करने से सभी कामनाओं की पूर्ति होती है। इसके साथ ही व्यक्ति को मोक्ष प्राप्त होता है।
गंगा दशहरा पर घर लाएं ये चीजें (Bring These Things Home On Ganga Dussehra)
गंगाजल - गंगा दशहरा के मौके पर हर किसी अपने घर पर गंगाजल जरूर लाना चाहिए। यह बहुत शुभ माना जाता है। गंगाजल को घर के पूजा स्थान पर रखें। कहते हैं कि ऐसा करने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का वास होता है। इसके साथ घर में खुशहाली बनी रहती है।
तुलसी का पौधा - तुलसी को हिंदू धर्म में बहुत पवित्र माना गया है। मान्यता है कि इसमें मां लक्ष्मी का वास होता है। ऐसे में इस दिन ही तुलसी का पौधा घर लाने से आर्थिक मुश्किलें समाप्त होती हैं और जीवन में सुख-शांति बनी रहती है।
श्रीयंत्र - गंगा दशहरा के दिन श्रीयंत्र को घर लाना बहुत शुभ माना जाता है। यह धन और समृद्धि का प्रतीक है। ऐसा कहा जाता है कि इससे आर्थिक तंगी दूर होती है। इसके साथ ही माता लक्ष्मी की कृपा मिलती है। ऐसे में इस मौके पर श्रीयंत्र लाएं और घर के मंदिर की उत्तर दिशा में स्थापित करें।
नारियल - इस दिन घर पर नारियल लाना बहुत फलदायी माना जाता है, क्योंकि इसे देवी लक्ष्मी का प्रतीक माना गया है। ऐसे में गंगा दशहरा के दिन नारियल घर लाएं और उसे अपनी तिजोरी या धन स्थान पर रखें। इससे घर में धन वृद्धि होती है और आर्थिक स्थिरता आती है।
शंख - शंख को समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। ऐसे में इसे इस पावन अवसर पर घर में लाने से मां लक्ष्मी खुश होती हैं। साथ ही इसे नियमित रूप से बजाने से घर की नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और जीवन में सुख, समृद्धि और शांति का वास होता है।
यह भी पढ़ें: Bada Mangal 2025 3rd: तीसरे बड़े मंगल पर जरूर करें हनुमान चालीसा का पाठ, मंगल दोष से मिलेगी मुक्ति
अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।