Ganesh Chaturthi 2025 Date: कब से शुरू होगा गणेश महोत्सव? यहां पता करें शुभ मुहूर्त और योग
धार्मिक मत है कि भगवान गणेश (Ganesh Chaturthi 2025) की पूजा करने से सुख और सौभाग्य में वृद्धि होती है। साथ ही कुंडली में बुध ग्रह मजबूत होता है। ज्योतिष भी आर्थिक संकट दूर करने के लिए भगवान गणेश की पूजा करने की सलाह देते हैं। भगवान गणेश की पूजा करने से साधक की हर मनोकामना पूरी होती है।

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। हर साल भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि के अगले दिन गणेश चतुर्थी मनाई जाती है। यह पर्व महाराष्ट्र और गुजरात समेत देश के कई राज्यों में धूमधाम से मनाया जाता है। इस शुभ अवसर पर रिद्धि-सिद्धि के दाता भगवान गणेश की भव्य तरीके से पूजा की जाती है। भक्तजन अपने घरों पर गणपति बप्पा की प्रतिमा स्थापित कर उनकी पूजा एवं आरती करते हैं।
भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि से गणेश महोत्सव शुरू होता है। वहीं, अनंत चतुर्दशी के दिन भगवान गणेश की प्रतिमा का भक्ति भाव से विसर्जन किया जाता है। गणेश महोत्सव के दौरान गणपति बप्पा की पूजा की जाती है। आइए, गणेश चतुर्थी की सही डेट, शुभ मुहूर्त एवं योग जानते हैं।
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गणेश चतुर्थी शुभ मुहूर्त (Ganesh Chaturthi Shubh Muhurat)
वैदिक पंचांग के अनुसार, भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि 26 अगस्त 2025 को दोपहर 01 बजकर 54 मिनट पर शुरू होगी। वहीं, 27 अगस्त को दोपहर 03 बजकर 44 मिनट पर चतुर्थी तिथि का समापन होगा। सनातन धर्म में उदया तिथि मान है। इसके लिए 27 अगस्त को गणेश चतुर्थी को मनाई जाएगी।
गणेश चतुर्थी शुभ योग (Ganesh Chaturthi Shubh Yog)
ज्योतिषियों की मानें तो गणेश चतुर्थी पर दुर्लभ शुभ और शुक्ल योग का निर्माण हो रहा है। शुभ योग का संयोग दोपहर तक है। वहीं, शुक्ल योग का समापन 28 अगस्त को दोपहर 01 बजकर 18 मिनट पर होगा। इसके बाद सर्वार्थ सिद्धि योग का संयोग है। वहीं, गणेश चतुर्थी तिथि पर सर्वार्थ सिद्धि योग का निर्माण सुबह 06 बजकर 04 मिनट पर होगा। भद्रावास योग का समापन दोपहर 03 बजकर 44 मिनट पर होगा।
पंचांग
- सूर्योदय - सुबह 06 बजकर 28 मिनट पर
- सूर्यास्त - शाम 06 बजकर 14 मिनट पर
- चन्द्रोदय- सुबह 08 बजकर 52 मिनट पर
- चंद्रास्त- शाम 08 बजकर 28 मिनट पर
- ब्रह्म मुहूर्त - सुबह 03 बजकर 58 मिनट से 04 बजकर 43 मिनट तक
- विजय मुहूर्त - दोपहर 01 बजकर 58 मिनट से 02 बजकर 49 मिनट तक
- गोधूलि मुहूर्त - शाम 06 बजकर 14 मिनट से 06 बजकर 36 मिनट तक
- निशिता मुहूर्त - रात 11 बजकर 28 मिनट से 12 बजकर 13 मिनट तक
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अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।
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