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    Bada Mangal 2025: हनुमान जी की पूजा के समय करें इन मंत्रों का जप, हर मनोकामना होगी पूरी

    By Pravin KumarEdited By: Pravin Kumar
    Updated: Mon, 02 Jun 2025 10:00 PM (IST)

    ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि पर (Bada Mangal 2025) कई मंगलकारी संयोग बन रहे हैं। इन योग में राम परिवार संग हनुमान जी की पूजा की जाएगी। वहीं पूजा के बाद दान-पुण्य किया जाएगा। राम भक्त हनुमान जी की पूजा करने से सकल मनोरथ सिद्ध हो जाते हैं।

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    Bada Mangal 2025: हनुमान जी को कैसे प्रसन्न करें?

    धर्म डेस्क, नई दिल्ली। मंगलवार का दिन हनुमान जी को बेहद प्रिय है। इस दिन हनुमान जी की भक्ति भाव से पूजा की जाती है। साथ ही मंगलवार का व्रत रखा जाता है। इस व्रत को करने से साधक पर हनुमान जी की कृपा बरसती है। साथ ही जीवन में व्याप्त सभी प्रकार के संकटों से मुक्ति मिलती है। ज्योतिष भी करियर में मनमुताबिक सफलता पाने के लिए हनुमान जी की पूजा करने की सलाह देते हैं। अगर आप भी हनुमान जी को प्रसन्न करना चाहते हैं, तो बड़े मंगल पर पूजा के समय इन मंत्रों का जप करें।

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    पूजा मंत्र

    1. ॐ आपदामप हर्तारम दातारं सर्व सम्पदाम,

    लोकाभिरामं श्री रामं भूयो भूयो नामाम्यहम !

    श्री रामाय रामभद्राय रामचन्द्राय वेधसे,

    रघुनाथाय नाथाय सीताया पतये नमः !

    2. अतुलितबलधामं हेमशैलाभदेहम्

    दनुजवनकृशानुं ज्ञानिनामग्रगण्यम् ।

    सकलगुणनिधानं वानराणामधीशम्

    रघुपतिप्रियभक्तं वातजातं नमामि।।

    ॐ ऐं ह्रीं हनुमते श्री रामदूताय नमः

    3. ऊँ नमो हनुमते रुद्रावताराय विश्वरूपाय अमितविक्रमाय

    प्रकट-पराक्रमाय महाबलाय सूर्यकोटिसमप्रभाय रामदूताय स्वाहा।

    4. ऊँ नमो हनुमते रुद्रावताराय रामसेवकाय

    रामभक्तितत्पराय रामहृदयाय लक्ष्मणशक्ति

    भेदनिवावरणाय लक्ष्मणरक्षकाय दुष्टनिबर्हणाय रामदूताय स्वाहा।

    5. ऊँ नमो हनुमते रुद्रावताराय सर्वशत्रुसंहरणाय

    सर्वरोगहराय सर्ववशीकरणाय रामदूताय स्वाहा।

    6. ॐ दाशरथये विद्महे जानकी वल्लभाय धी महि तन्नो रामः प्रचोदयात् ॥

    7. राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे।

    सहस्त्र नाम तत्तुन्यं राम नाम वरानने ।।

    8. ॐ जानकीकांत तारक रां रामाय नमः॥

    9. ॐ आपदामप हर्तारम दातारं सर्व सम्पदाम ,

    लोकाभिरामं श्री रामं भूयो भूयो नामाम्यहम !

    श्री रामाय रामभद्राय रामचन्द्राय वेधसे,

    रघुनाथाय नाथाय सीताया पतये नमः !

    10. ॐ राम ॐ राम ॐ राम ।

    ह्रीं राम ह्रीं राम ।

    श्रीं राम श्रीं राम ।

    क्लीं राम क्लीं राम।

    फ़ट् राम फ़ट्।

    रामाय नमः ।

    श्री रामचन्द्राय नमः ।

    श्री राम शरणं मम् ।

    ॐ रामाय हुँ फ़ट् स्वाहा ।

    श्री राम जय राम जय जय राम ।

    राम राम राम राम रामाय राम ।

    ॐ श्री रामचन्द्राय नम :

    तारक मंत्र

    श्री राम, जय राम, जय जय राम !!

    ‘श्री राम जय राम जय जय राम’।

    राम राम राम राम नाम तारकम्राम

    कृष्ण वासुदेव भक्ति मुक्ति दायकम् ॥

    जानकी मनोहरम सर्वलोक नायकम्

    जानकी मनोहरम सर्वलोक नायकम् ॥

    शङ्करादि सेव्यमान पुण्यनाम कीर्तनम्

    शङ्करादि सेव्यमान पुण्यनाम कीर्तनम् ॥

    राम राम राम राम नाम तारकम्राम

    कृष्ण वासुदेव भक्ति मुक्ति दायकम् ॥

    वीरशूर वन्दितं रावणादि नाशकम्

    वीरशूर वन्दितं रावणादि नाशकम् ॥

    आञ्जनेय जीवनाम राजमन्त्र रुपकम्

    आञ्जनेय जीवनाम राजमन्त्र रुपकम् ॥

    राम राम राम राम नाम तारकम्राम

    कृष्ण वासुदेव भक्ति मुक्ति दायकम् ॥

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    अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।