Dwijapriya Sankashti Chaturthi पर गणेश जी को लगाएं इन चीजों का भोग, मिलेगा मनचाहा करियर
पंचांग के अनुसार हर साल फाल्गुन माह में कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि पर द्विजप्रिय संकष्टी चतुर्थी व्रत किया जाता है। इस बार 16 फरवरी (Dwijapriya Sankashti Chaturthi 2025 Date) को द्विजप्रिय संकष्टी चतुर्थी मनाई जाएगी। इस खास तिथि पर भगवान गणेश (Lord Ganesh) की विशेष पूजा-अर्चना करने का विधान है। साथ ही अन्न और धन का दान करना चाहिए।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Dwijapriya Sankashti Chaturthi 2025: सनातन धर्म में शुभ और मांगलिक काम में सबसे पहले भगवान गणेश जी की पूजा-अर्चना की जाती है। इससे सभी काम सफल होते हैं। चतुर्थी तिथि पर भगवान गणेश की उपासना करने का विधान है। हर माह के कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि का व्रत किया जाता है।
फाल्गुन माह में कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को द्विजप्रिय संकष्टी चतुर्थी के रूप में मनाई जाती है। धार्मिक मान्यता है कि द्विजप्रिय संकष्टी चतुर्थी के दिन गणेश जी की पूजा करने से मनचाहा करियर मिलता है। साथ ही गणपति बप्पा की कृपा प्राप्त होती है।
अगर आप भगवान गणेश (Lord Ganesh Favourite Bhog) को प्रसन्न करना चाहते हैं, तो द्विजप्रिय संकष्टी चतुर्थी के दिन भगवान गणेश को प्रिय चीजों का भोग लगाएं। इससे जातक को पूजा का पूर्ण फल प्राप्त होगा। साथ ही जीवन में खुशियों का आगमन होगा। ऐसे में आइए जानते हैं संकष्टी चतुर्थी के दिन भगवान गणेश को किन चीजों का भोग लगाना चाहिए?
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द्विजप्रिय संकष्टी चतुर्थी 2025 डेट और शुभ मुहूर्त
पंचांग के अनुसार, फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि की शुरुआत 15 फरवरी को रात को 11 बजकर 52 मिनट पर होगी और 17 फरवरी को रात 02 बजकर 15 मिनट पर तिथि समाप्त हो रही है। ऐसे में 16 फरवरी को द्विजप्रिय संकष्टी चतुर्थी मनाई जाएगी।
भगवान गणेश जी के भोग (Lord Ganesha Favourite Bhog)
- द्विजप्रिय संकष्टी चतुर्थी के दिन सुबह स्नान करने के बाद गणेश जी की पूजा-अर्चना करें। भोग थाली में प्रभु की प्रिय चीजों को शामिल करें। इस दिन गणपति बप्पा को मोदक का भोग लगाएं। मोदक गणेश जी को बेहद प्रिय है। मान्यता है कि पूजा थाली में मोदक को शामिल करने से प्रभु प्रसन्न होते हैं और सभी मुरादें जल्द पूरी होती हैं।
- द्विजप्रिय संकष्टी चतुर्थी के दिन गणेश जी को लड्डू का भोग लगाएं। मान्यता है कि लड्डू का भोग लगाने से साधक को गणेश जी की कृपा प्राप्त होती है। साथ ही परिवार में हमेशा शांति बनी रहती है।
- इसके अलावा गणपति बप्पा के भोग में नारियल, फल, दूध, दही और फल को शामिल किया जा सकता है। माना जाता है कि इन चीजों का भोग लगाने से गणेश जी प्रसन्न होते हैं और जीवन की सभी बाधाएं दूर होती हैं।
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अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।
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