Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Durga Ashtami 2025 Mantra: इन चमत्कारी मंत्रों से करें मां दुर्गा को प्रसन्न, मिलेगा मनचाहा वरदान

    By Pravin KumarEdited By: Pravin Kumar
    Updated: Tue, 01 Jul 2025 02:56 PM (IST)

    आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि (Masik Durgashtami 2025 Mantra) पर शिव और परिघ समेत कई अद्भुत और मंगलकारी संयोग बन रहे हैं। इन योग में देवी मां पार्वती की पूजा करने से घर में सुख शांति एवं खुशहाली बनी रहती है। देवी मां दुर्गा ममता की सागर हैं।

    Hero Image
    Durga Ashtami 2025 Mantra: गुप्त नवरात्र का धार्मिक महत्व

    धर्म डेस्क, नई दिल्ली। सनातन धर्म में अष्टमी तिथि देवी मां दुर्गा को समर्पित है। इस शुभ तिथि पर जगत की देवी मां दुर्गा की पूजा की जाती है। साथ ही मनचाही मुराद पाने के लिए व्रत रखा जाता है। इस व्रत को करने से साधक की हर मनोकामना पूरी होती है। साथ ही देवी मां दुर्गा की कृपा से सभी संकटों से मुक्ति मिलती है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    अगर आप भी देवी मां दुर्गा को प्रसन्न करना चाहते हैं, तो अष्टमी तिथि पर भक्ति भाव से जगत की देवी की पूजा करें। साथ ही पूजा के समय देवी मां दुर्गा के नामों का जप करें।

    यह भी पढ़ें: सावन महीने में रोजाना शिव पूजा के समय जपें ये शक्तिशाली मंत्र, बदल जाएगी आपकी तकदीर

    मां दुर्गा के 108 नाम

    1. ॐ शिवायै नमः
    2. ॐ श्रीमहाविद्यायै नमः
    3. ॐ श्रीमन्मुकुटमण्डितायै नमः
    4. ॐ कल्याण्यै नमः
    5. ॐ करुणारससागरायै नमः
    6. ॐ कमलाराध्यायै नमः
    7. ॐ कालिप्रभृतिसंसेव्यायै नमः
    8. ॐ कमलासनसंस्तुतायै नमः
    9. ॐ अम्बिकाय नमः
    10. ॐ अनेकसौभाग्यदात्र्यै नमः
    11. ॐ आनन्दविग्रहायै नमः
    12. ॐ ईक्षणत्रयसंयुक्ताय नमः
    13. ॐ हृत्सरोरुहवासिन्यै नमः
    14. ॐ आद्यन्तरहितायै नमः
    15. ॐ अनेककोटिभास्करप्रभायै नमः
    16. ॐ ईश्वरोत्संगनिलयायै नमः
    17. ॐ ईतिबाधाविनाशिन्यै नमः
    18. ॐ इन्दिरारतिसंसेव्यायै नमः
    19. ॐ ईश्वरार्धशरीरिण्यै नमः
    20. ॐ लक्ष्म्यर्थरूपायै नमः
    21. ॐ लक्ष्मीशब्रह्मेशामरपूजितायै नमः
    22. ॐ उत्पत्यादिविनिर्मुक्तायै नमः
    23. ॐ विद्याप्रतिपादिन्यै नमः
    24. ॐ ऊर्ध्वलोकप्रदाय नमः
    25. ॐ हानिवृद्धिविवार्जितायै नमः
    26. ॐ सर्वेश्वर्यै नमः
    27. ॐ सर्वलभ्यायै नमः
    28. ॐ गुरुमूर्तिस्वरूपायै नमः
    29. ॐ समस्तप्राणिनिलयायै नमः
    30. ॐ सर्वलोकसुन्दर्यै नमः
    31. ॐ कामाक्ष्यै नमः
    32. ॐ कामदात्र्य नमः
    33. ॐ कामेशाङ्कनिवासिन्यै नमः
    34. ॐ हरार्धदेहायै नमः
    35. ॐ कल्हारभूषिताय नमः
    36. ॐ हरिलोचनायै नमः
    37. ॐ ललितायै नमः
    38. ॐ लाकिनीसेव्याय नमः
    39. ॐ लब्धैश्वर्यप्रवर्तिन्यै नमः
    40. ॐ ह्रींकारपद्मनिलयायै नमः
    41. ॐ ह्रींकारनवकौस्तुभायै नमः
    42. ॐ समस्तलोकजनन्यै नमः
    43. ॐ सर्वभूतेश्वर्यै नमः
    44. ॐ करीन्द्रारूढसंसेव्याय नमः
    45. ॐ कमलेशसहोदर्यै नमः
    46. ॐ गणेशगुहाम्बायै नमः
    47. ॐ ह्रींकारबिन्दुलक्षितायै नमः
    48. ॐ एकाक्षर्य नमः
    49. ॐ एकरूपायै नमः
    50. ॐ ऐश्वर्यफलदायिन्यै नमः
    51. ॐ ओंकारवर्णनिलयायै नमः
    52. ॐ औदार्यादिप्रदायै नमः
    53. ॐ गायत्र्यै नमः
    54. ॐ गिरिराजकन्याय नमः
    55. ॐ गूढार्थबोधिन्यै नमः
    56. ॐ चन्द्रशेखरार्धाङ्ग्य नमः
    57. ॐ चूडामणिभूषितायै नमः
    58. ॐ जातीचंपकपुन्नागकेतकीकुसुमार्चितायै नमः
    59. ॐ तनुमध्यायै नमः
    60. ॐ दानवेन्द्रसंहर्त्र्य नमः
    61. ॐ दीनरक्षिण्यै नमः
    62. ॐ स्वधर्मपरसंसेव्यायै नमः
    63. ॐ धनधान्याभिवृद्धिदाय नमः
    64. ॐ नारायण्यै नमः
    65. ॐ नामरूपविवर्जिताय नमः
    66. ॐ अपराजितायै नमः
    67. ॐ परमानन्दरूपायै नमः
    68. ॐ परमानन्ददायै नमः
    69. ॐ पाशाङ्कुशाभयवरविलसत्करपल्लवायै नमः
    70. ॐ पुराणपुरुषसेव्यायै नमः
    71. ॐ पुष्पमालाविराजिताय नमः
    72. ॐ फणीन्द्ररत्नशोभाढ्यायै नमः
    73. ॐ बदरीवनवासिन्यै नमः
    74. ॐ बालायै नमः
    75. ॐ विक्रमसंहृष्टायै नमः
    76. ॐ बिम्बोष्ठ्य नमः
    77. ॐ बिल्वपूजितायै नमः
    78. ॐ बिन्दुचक्रैकनिलयाय नमः
    79. ॐ भवारण्यदवानलायै नमः
    80. ॐ भवान्यै नमः
    81. ॐ भवरोगघ्न्यै नमः
    82. ॐ भवदेहार्धधारिण्य नमः
    83. ॐ भक्तसेव्यायै नमः
    84. ॐ भक्तगण्यायै नमः
    85. ॐ भाग्यवृद्धिप्रदायिन्यै नमः
    86. ॐ भूतिदात्र्यै नमः
    87. ॐ भैरवादिसंवृताय नमः
    88. ॐ माहेश्वर्यै नमः
    89. ॐ सर्वेष्टायै नमः
    90. ॐ श्रीमहादेव्यै नमः
    91. ॐ त्रिपुरसुन्दर्यै नमः
    92. ॐ मुक्तिदात्र्यै नमः
    93. ॐ राजराजेश्वर्यै नमः
    94. ॐ विद्याप्रदायिन्यै नमः
    95. ॐ भवरूपायै नमः
    96. ॐ विश्वमोहिन्यै नमः
    97. ॐ शंकर्यै नमः
    98. ॐ शत्रुसंहर्त्र्यै नमः
    99. ॐ त्रिपुरायै नमः
    100. ॐ त्रिपुरेश्वर्यै नमः
    101. ॐ श्रीशारदासंसेव्यायै नमः
    102. ॐ श्रीमत्सिंहासनेश्वर्यै नमः
    103. ॐ श्रीमन्मुनीन्द्रसंसेव्याय नमः
    104. ॐ श्रीमन्नगरनायिकायै नमः
    105. ॐ श्रीराजराजेश्वर्यै नमः
    106. ॐ श्रीस्वर्णगौर्यै नमः
    107. ॐ श्रीमात्रे नमः
    108. ॐ श्रीमहाराज्ञ्यै नमः

    यह भी पढ़ें: सावन से पहले इन चीजों को घर से करें बाहर, अच्छे दिन होंगे शुरू

    अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।