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    Chandra Grahan 2025: कब लग रहा है साल का दूसरा चंद्र ग्रहण, जानिए भारत में दिखेगा या नहीं

    Updated: Tue, 22 Apr 2025 10:19 AM (IST)

    साल 2025 का पहला चंद्र ग्रहण होली के दिन यानी 14 मार्च को लगा था। ऐसे में चलिए जानते हैं कि साल का दूसरा और आखिरी चंद्र ग्रहण (Chandra Grahan 2025 Date) कब लगने जा रहा है और यह भारत में नहीं दिखाई देगा या नहीं। साथ ही जानते हैं कि चंद्र ग्रहण के दौरान किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।

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    Chandra Grahan 2025 चंद्र ग्रहण के दौरान रखना चाहिए किन बातों का ध्यान।

    धर्म डेस्क, नई दिल्ली। न केवल वैज्ञानिक दृष्टि से, बल्कि धार्मिक रूप से भी चंद्र ग्रहण (Lunar Eclipse 2025) को काफी महत्वपूर्ण माना जाता है। इसका प्रभाव व्यक्ति के जीवन पर जरूरी रूप से पड़ता है। माना जा रहा है कि साल का दूसरा चंद्र ग्रहण खून की तरह सुर्ख लाल दिखाई देगा, जिस कारण इसे ब्लड मून का नाम दिया गया है।

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    चंद्र ग्रहण और सूतक का समय

    साल के दूसरे चंद्र ग्रहण का प्रारम्भ 7 सितम्बर को रात 09 बजकर 58 मिनट पर हो रहा है। वहीं चंद्र ग्रहण का समापन 8 सितम्बर को देर रात 01 बजकर 26 मिनट पर होगा। यह एक पूर्ण चंद्र ग्रहण होने वाला है। यह चंद्र ग्रहण भारत में भी दर्शनीय होगा, इसलिए सूतक काल भी मान्य होगा। इस दिन पर सूतक का समय कुछ इस प्रकार रहने वाला है -

    सूतक काल प्रारंभ - 7 सितम्बर को दोपहर 12 बजकर 35 मिनट पर

    सूतक काल समाप्त - 8 सितम्बर को देर रात 01 बजकर 26 मिनट तक

    इन बातों का रखें ध्यान

    चंद्र ग्रहण के दिन खाने या अन्य पवित्र चीजों में तुलसी के पत्ते डालकर रखने चाहिए, ताकि यह चीजें नकारात्मक प्रभाव से बनी रह सकें। चंद्र ग्रहण के नियमों का सबसे ज्यादा ध्यान गर्भवती महिलाओं को रखना चाहिए और किसी भी तरह की नुकीली चीजों के इस्तेमाल से बचना चाहिए।

    इसी के साथ चंद्र ग्रहण को कभी भी नग्न आंखों से नहीं देखना चाहिए। आप इस समय पर चंद्र देव के बीज मंत्र "ॐ श्रां श्रीं श्रौं सः चंद्रमसे नमः" का जप कर सकते हैं।

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    नहीं किए जाते ये काम

    चंद्र ग्रहण की अवधि में पूजा-पाठ करने या देवी-देवताओं की मूर्ति छूने, भोजन करना या बनाने और सोने से बचना चाहिए, क्योंकि इससे नकारात्मकता बढ़ सकती है। इस समय में बाहर निकलने से भी बचना चाहिए। इसी के साथ सूतक काल में तुलसी के पत्ते तोड़ना भी शुभ नहीं माना गया। इसी के साथ इस अवधि में कोई भी मांगलिक या शुभ कार्य करने की भी मनाही होती है।

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    अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।