Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Chaitra Navratri 2025: चैत्र नवरात्र के सातवें दिन करें मां काली के नामों का जप, बन जाएंगे सारे बिगड़े काम

    चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि पर शोभन योग समेत कई मंगलकारी योग बन रहे हैं। इन योग में देवी मां काली की पूजा करने से साधक को सभी प्रकार के कष्टों से मुक्ति मिलेगी। साथ ही मां काली की कृपा से घर में सुख और शांति बनी रहेगी। इस शुभ अवसर पर मंदिरों में देवी मां काली की विशेष पूजा की जाती है।

    By Pravin KumarEdited By: Pravin KumarUpdated: Thu, 03 Apr 2025 10:30 PM (IST)
    Hero Image
    Chaitra Navratri 2025: देवी मां काली को कैसे प्रसन्न करें?

    धर्म डेस्क, नई दिल्ली। चैत्र नवरात्र का सातवां दिन देवी मां काली को समर्पित होता है। इस दिन मां काली की भक्ति भाव से पूजा की जाती है। साथ ही मनचाहा वरदान पाने के लिए व्रत रखा जाता है। तंत्र सीखने वाले साधक सप्तमी तिथि पर निशा काल में देवी मां काली की कठिन साधना करते हैं। कठिन साधना से प्रसन्न होकर मां काली साधकों को मनोवांछित फल प्रदान करती हैं।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    धार्मिक मत है कि मां काली की पूजा करने वाले साधकों को सभी प्रकार के सुखों की प्राप्ति होती है। मां काली अपने भक्तों पर दया और कृपा बरसाती हैं। उनकी कृपा से साधक के सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। अगर आप भी मनचाहा वर पाना चाहते हैं, तो चैत्र नवरात्र के सातवें दिन (Chaitra Navratri 2025 Day 7) भक्ति भाव से मां काली की पूजा करें। साथ ही पूजा के समय मां काली के नामों का जप करें।

    यह भी पढ़ें: शनिवार से इन राशियों के शुरू होंगे अच्छे दिन, पैसों की तंगी होगी दूर

    देवी मां काली के 108 नाम

    1. ॐ काल्यै नमः।
    2. ॐ कपालिन्यै नमः।
    3. ॐ कान्तायै नमः।
    4. ॐ कामदायै नमः।
    5. ॐ कामसुन्दर्यै नमः।
    6. ॐ कालरात्र्यै नमः।
    7. ॐ कालिकायै नमः।
    8. ॐ कालभैरवपूजितायै नमः।
    9. ॐ कुरुकुल्लायै नमः।
    10. ॐ कामिन्यै नमः।
    11. ॐ कमनीयस्वभाविन्यै नमः।
    12. ॐ कुलीनायै नमः।
    13. ॐ कुलकर्त्र्यै नमः।
    14. ॐ कुलवर्त्मप्रकाशिन्यै नमः।
    15. ॐ कस्तूरीरसनीलायै नमः।
    16. ॐ काम्यायै नमः।
    17. ॐ कामस्वरूपिण्यै नमः।
    18. ॐ ककारवर्णनिलयायै नमः।
    19. ॐ कामधेन्वै नमः।
    20. ॐ करालिकायै नमः।
    21. ॐ कुलकान्तायै नमः।
    22. ॐ करालास्यायै नमः।
    23. ॐ कामार्तायै नमः।
    24. ॐ कलावत्यै नमः।
    25. ॐ कृशोदर्यै नमः।
    26. ॐ कामाख्यायै नमः।
    27. ॐ कौमार्यै नमः।
    28. ॐ कुलपालिन्यै नमः।
    29. ॐ कुलजायै नमः।
    30. ॐ कुलकन्यायै नमः।
    31. ॐ कलहायै नमः।
    32. ॐ कुलपूजितायै नमः।
    33. ॐ कामेश्वर्यै नमः।
    34. ॐ कामकान्तायै नमः।
    35. ॐ कुञ्जेश्वरगामिन्यै नमः।
    36. ॐ कामदात्र्यै नमः।
    37. ॐ कामहर्त्र्यै नमः।
    38. ॐ कृष्णायै नमः।
    39. ॐ कपर्दिन्यै नमः।
    40. ॐ कुमुदायै नमः।
    41. ॐ कृष्णदेहायै नमः।
    42. ॐ कालिन्द्यै नमः।
    43. ॐ कुलपूजितायै नमः।
    44. ॐ काश्यप्यै नमः।
    45. ॐ कृष्णमात्रे नमः।
    46. ॐ कुशिशाङ्ग्यै नमः।
    47. ॐ कलायै नमः।
    48. ॐ क्रींरूपायै नमः।
    49. ॐ कुलगम्यायै नमः।
    50. ॐ कमलायै नमः।
    51. ॐ कृष्णपूजितायै नमः।
    52. ॐ कृशाङ्ग्यै नमः।
    53. ॐ किन्नर्यै नमः।
    54. ॐ कर्त्र्यै नमः।
    55. ॐ कलकण्ठ्यै नमः।
    56. ॐ कार्तिक्यै नमः।
    57. ॐ कम्बुकण्ठ्यै नमः।
    58. ॐ कौलिन्यै नमः।
    59. ॐ कुमुदायै नमः।
    60. ॐ कामजीविन्यै नमः।
    61. ॐ कुलस्त्रियै नमः।
    62. ॐ कीर्तिकायै नमः।
    63. ॐ कृत्यायै नमः।
    64. ॐ कीर्त्यै नमः।
    65. ॐ कुलपालिकायै नमः।
    66. ॐ कामदेवकलायै नमः।
    67. ॐ कल्पलतायै नमः।
    68. ॐ कामाङ्गवर्धिन्यै नमः।
    69. ॐ कुन्तायै नमः।
    70. ॐ कुमुदप्रीतायै नमः।
    71. ॐ कदम्बकुसुमोत्सुकायै नमः।
    72. ॐ कादम्बिन्यै नमः।
    73. ॐ कमलिन्यै नमः।
    74. ॐ कृष्णानन्दप्रदायिन्यै नमः।
    75. ॐ कुमारीपूजनरतायै नमः।
    76. ॐ कुमारीगणशोभितायै नमः।
    77. ॐ कुमारीरञ्जनरतायै नमः।
    78. ॐ कुमारीव्रतधारिण्यै नमः।
    79. ॐ कङ्काल्यै नमः।
    80. ॐ कमनीयायै नमः।
    81. ॐ कामशास्त्रविशारदायै नमः।
    82. ॐ कपालखट्वाङ्गधरायै नमः।
    83. ॐ कालभैरवरूपिण्यै नमः।
    84. ॐ कोटर्यै नमः।
    85. ॐ कोटराक्ष्यै नमः।
    86. ॐ काशीवासिन्यै नमः।
    87. ॐ कैलासवासिन्यै नमः।
    88. ॐ कात्यायन्यै नमः।
    89. ॐ कार्यकर्यै नमः।
    90. ॐ काव्यशास्त्रप्रमोदिन्यै नमः।
    91. ॐ कामाकर्षणरूपायै नमः।
    92. ॐ कामपीठनिवासिन्यै नमः।
    93. ॐ कङ्गिन्यै नमः।
    94. ॐ काकिन्यै नमः।
    95. ॐ क्रीडायै नमः।
    96. ॐ कुत्सितायै नमः।
    97. ॐ कलहप्रियायै नमः।
    98. ॐ कुण्डगोलोद्भवप्राणायै नमः।
    99. ॐ कौशिक्यै नमः।
    100. ॐ कीर्तिवर्धिन्यै नमः।
    101. ॐ कुम्भस्तन्यै नमः।
    102. ॐ कटाक्षायै नमः।
    103. ॐ काव्यायै नमः।
    104. ॐ कोकनदप्रियायै नमः।
    105. ॐ कान्तारवासिन्यै नमः।
    106. ॐ कान्त्यै नमः।
    107. ॐ कठिनायै नमः।
    108. ॐ कृष्णवल्लभायै नमः।

    यह भी पढ़ें: इन 2 राशियों पर बरसेगी शनिदेव की कृपा, पैसों की तंगी होगी दूर

    अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।