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    Chaitra Navratri 2024 Day 8: शीघ्र विवाह के लिए चैत्र नवरात्र की अष्टमी तिथि पर जरूर करें ये 3 आसान उपाय

    By Pravin KumarEdited By: Pravin Kumar
    Updated: Mon, 15 Apr 2024 02:46 PM (IST)

    Chaitra Navratri 2024 Day 8 जगत जननी आदिशक्ति मां दुर्गा की महिमा शास्त्रों में निहित है। मां दुर्गा ममता की सागर हैं। अपने भक्तों की बिगड़ी बना देती हैं। वहीं दुष्टों का संहार करती हैं। उनकी कृपा से भक्तजन का हमेशा ही कल्याण होता है। ज्योतिष में चैत्र नवरात्र के दौरान शीघ्र विवाह हेतु विशेष उपाय करने का भी विधान है।

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    Chaitra Navratri 2024: शीघ्र विवाह के लिए चैत्र नवरात्र की अष्टमी तिथि पर जरूर करें ये 3 आसान उपाय

    धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Chaitra Navratri 2024 Day 8: चैत्र नवरात्र के आठवें दिन जगत जननी आदिशक्ति मां दुर्गा की पूजा, उपासना एवं कठिन साधना की जाती है। साथ ही मनोवांछित फल की प्राप्ति हेतु व्रत-उपवास भी रखा जाता है। इस दिन साधक कन्या पूजन भी करते हैं। मां दुर्गा की महिमा शास्त्रों में निहित है। मां दुर्गा ममता की सागर हैं। अपने भक्तों की बिगड़ी बना देती हैं। वहीं, दुष्टों का संहार करती हैं। उनकी कृपा से भक्तजन का हमेशा ही कल्याण होता है। ज्योतिष शास्त्रों में चैत्र नवरात्र के दौरान शीघ्र विवाह हेतु विशेष उपाय करने का भी विधान है। अगर आपकी शादी में भी बाधा आ रही है या शादी तय होकर टूट जाती है, तो चैत्र नवरात्र के आठवें दिन ये आसान उपाय जरूर करें। इन उपायों को करने से शीघ्र विवाह के योग बनने लगते हैं। आइए, उपाय जानते हैं-

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    उपाय

    • ज्योतिषियों की मानें तो कुंडली में शुक्र ग्रह कमजोर होने पर शादी में बाधा आती है। अतः चैत्र नवरात्र के आठवें दिन स्नान-ध्यान के बाद लाल रंग का वस्त्र धारण करें। इसके बाद विधि-विधान से मां दुर्गा की पूजा करें। इस समय मां दुर्गा को श्रृंगार की वस्तुएं अर्पित करें। इस उपाय को करने से शुक्र ग्रह मजबूत होता है। इससे विवाह के योग बनने लगते हैं।
    • अगर आपकी शादी में बाधा आ रही है, तो चैत्र नवरात्र की अष्टमी तिथि पर स्नान-ध्यान के बाद विधि-विधान से पूजा करें। इस समय मां को लाल रंग का पुष्प और सिंदूर अर्पित करें। पुष्प अर्पित करते समय शीघ्र विवाह की कामना करें।
    • अगर आप प्रेम प्रसंग में हैं और प्रेम विवाह करना चाहते हैं, तो चैत्र नवरात्र की अष्टमी तिथि पर स्नान-ध्यान के बाद पांच लौंग मां दुर्गा को अर्पित करें। अब अर्पित पांच लौंग को अपने साथ रख लें। इसे अगले दिन तक साथ रखें। चैत्र नवरात्र की नवमी तिथि पर लौंग को अपने पार्टनर को प्रसाद रूप में दें। मान्यता है कि इस उपाय को करने से शीघ्र विवाह के योग बनने लगते हैं।

    शीघ्र विवाह हेतु मंत्र

    श्री क्लीं ह्रीं वरदायै नम:।

    जीवसाथी पाने हेतु मंत्र

    ॐ कात्यायनि महामाये महायेगिन्यधीश्वरि ।

    नन्दगोपसुते देवि पतिं मे कुरु ते नमः ॥

    ॐ सृष्टिकर्ता मम विवाह कुरु कुरु स्वाहा

    मनचाहा वर पाने हेतु मंत्र

    पत्नीं मनोरामां देहि मनोववृत्तानुसारिणीम् ।

    तारिणीं दुर्गसंसार-सागरस्य कुलोभ्दवाम् ।।

    पति प्राप्ति के लिए मंत्र

    हे गौरी शंकरधंगी !

    यथा तवं शंकरप्रिया,

    तथा मां कुरु कल्याणी !

    कान्तकान्तम् सुदुर्लभं “

    शक्तिशाली मंत्र

    या देवी सर्वभूतेषु शक्तिरूपेण संस्थिता,

    नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः।।

    या देवी सर्वभूतेषु लक्ष्मीरूपेण संस्थिता,

    नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः।।

    या देवी सर्वभूतेषु तुष्टिरूपेण संस्थिता,

    नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः।।

    या देवी सर्वभूतेषु मातृरूपेण संस्थिता,

    नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः।।

    या देवी सर्वभूतेषु दयारूपेण संस्थिता,

    नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः।।

    या देवी सर्वभूतेषु बुद्धिरूपेण संस्थिता,

    नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः।।

    या देवी सर्वभूतेषु शांतिरूपेण संस्थिता,

    नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः।।

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    डिसक्लेमर- 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'