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Ram Navami 2024: राम नवमी पर इस शुभ मुहूर्त में करें भगवान शिव का अभिषेक, चमक उठेगा सोया हुआ भाग्य

हर वर्ष चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि पर भगवान श्रीराम का जन्मोत्सव मनाया जाता है। इस उपलक्ष्य पर देशभर में भगवान श्रीराम की झांकी निकाली जाती है। साथ ही विधि-विधान से राम परिवार की पूजा की जाती है। इस दिन चैत्र नवरात्र की नौंवी तिथि भी होती है। अतः राम नवमी के दिन जगत जननी आदिशक्ति मां सिद्धिदात्री की पूजा की जाती है।

By Pravin KumarEdited By: Pravin KumarPublished: Mon, 15 Apr 2024 02:20 PM (IST)Updated: Mon, 15 Apr 2024 02:20 PM (IST)
Ram Navami 2024: राम नवमी पर इस शुभ मुहूर्त में करें भगवान शिव का अभिषेक

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Ram Navami 2024: सनातन पंचांग के अनुसार, 17 अप्रैल को मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम का अवतरण दिवस है। आसान शब्दों में कहें तो 17 अप्रैल को राम नवमी है। यह पर्व हर वर्ष चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को मनाया जाता है। इसी दिन त्रेता युग में भगवान श्रीराम का अवतरण हुआ था। अतः हर वर्ष चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि पर भगवान श्रीराम का जन्मोत्सव मनाया जाता है। इस उपलक्ष्य पर देशभर में भगवान श्रीराम की झांकी निकाली जाती है। साथ ही विधि-विधान से राम परिवार की पूजा की जाती है। इस दिन चैत्र नवरात्र की नौंवी तिथि भी होती है। अतः राम नवमी के दिन जगत जननी आदिशक्ति मां सिद्धिदात्री की पूजा की जाती है। ज्योतिषियों की मानें तो राम नवमी के दिन भगवान शिव के अभिषेक हेतु कई शुभ योग बन रहे हैं। इन योग में भगवान शिव की पूजा करने से साधक को कभी न क्षय होने वाले फल की प्राप्ति होगी। आइए, शुभ मुहूर्त जानते हैं-

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पूजा समय

चैत्र नवरात्र के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि दोपहर 03 बजकर 14 मिनट पर समाप्त होगी। इससे पूर्व पूजा हेतु शुभ समय सुबह 11 बजकर 03 मिनट से लेकर दोपहर 01 बजकर 38 मिनट तक है। वहीं, भगवान श्रीराम के जन्म का समय दोपहर 12 बजकर 21 मिनट है। इस समय में भगवान श्रीराम की पूजा-अर्चना कर सकते हैं।

करण

चैत्र नवरात्र के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि पर रवि योग का निर्माण दिनभर है। इस दिन दोपहर 03 बजकर 14 मिनट तक कौलव करण का निर्माण हो रहा है। ज्योतिष मंगल कार्य करने हेतु कौलव करण को शुभ मानते हैं।

शिववास योग

ज्योतिषियों की मानें तो राम नवमी यानी चैत्र नवरात्र के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि पर देवों के देव महादेव अपनी अर्धागिनी जगत जननी मां पार्वती के साथ दोपहर 03 बजकर 14 मिनट तक रहेंगे। इस समय में भगवान शिव का अभिषेक करने से साधक को मनोवांछित फल की प्राप्ति होगी। साथ ही घर में सुख, समृद्धि और खुशहाली का आगमन होता है।

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डिसक्लेमर: इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।


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