Bada Mangal 2025 5th: पांचवे बड़े मंगल पर घर के इन प्रमुख स्थानों पर दीपक से करें ये उपाय
ज्येष्ठ महीने के मंगलवार को बड़ा मंगल (Bada Mangal 2025 5th) कहा जाता है। इस दिन हनुमान जी की पूजा करने से कष्ट दूर होते हैं। कहते हैं कि इस दौरान पूजा-पाठ करने और उपवास रखने से सभी इच्छाओं की पूर्ति होती है। इसके साथ ही जीवन में खुशहाली आती है। वहीं इस दिन को लेकर कुछ उपाय बताए गए हैं आइए जानते हैं।

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। बड़ा मंगल का पर्व बेहद शुभ माना जाता है। ज्येष्ठ महीने में पड़ने वाले सभी मंगलवार को 'बड़ा मंगल' या 'बुढ़वा मंगल' कहा जाता है। इस दिन भगवान हनुमान की पूजा का विधान है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन हनुमान जी की पूजा करने से भक्तों के सभी कष्ट दूर होते हैं और मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
इसके साथ ही जीवन में खुशहाली आती है, तो आइए इस दिन (5th Bada Mangal Upay 2025) से जुड़ी प्रमुख बातों को जानते हैं, जो इस प्रकार हैं।
पांचवे बड़े मंगल पर दीपक से करें ये उपाय (Fifth Bada Mangal Diya Ritual)

- मुख्य द्वार पर - पांचवे बड़े मंगल पर शाम के समय अपने घर के मुख्य द्वार पर सरसों के तेल का दीपक जलाएं। यह दीपक घर में नकारात्मक ऊर्जा के प्रवेश को रोकता है और सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है। मुख्य द्वार पर दीपक जलाने से घर में सुख-समृद्धि और शांति बनी रहती है।
- पूजा घर में दीपक - पूजा घर में खासतौर से हनुमान जी की प्रतीमा के सामने घी का दीपक जलाएं। इस दीपक को पूरी रात जलने दें। ऐस करने से हनुमान जी की कृपा मिलती है। इसके साथ ही परिवार के सदस्यों को रोग-दोष से मुक्ति मिलती है।
- तुलसी के पौधे के पास - अगर आपके घर में तुलसी का पौधा है, तो तुलसी के पौधे के पास एक दीपक जरूर जलाएं। तुलसी को हिंदू धर्म में बहुत पवित्र माना जाता है और इसमें मां लक्ष्मी का वास माना जाता है। कहते हैं कि तुलसी के पास दीपक जलाने से घर में धन-धान्य की कमी नहीं होती और सभी तरह से संकटों से मुक्ति मिलती है।
- रसोईघर में जलाएं दीपक - रसोई घर में मां अन्नपूर्णा का वास होता है। ऐसे में पांचवे बड़े मंगल को रात के समय रसोई घर में दीपक जलाएं। ऐसा करने घर में कभी भी अन्न की कमी नहीं होती है। इसके साथ ही घर में बरकत बनी रहती है।
- पीपल के पेड़ के पास - पांचवे बड़े मंगल की शाम को पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाएं, क्योंकि पीपल के पेड़ में देवताओं का वास होता है और यह शनि देव से भी जुड़ा है। इस उपाय को करने से शनि दोष से मुक्ति मिलती है और दुर्भाग्य दूर होता है।
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अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।

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