Astro Tips: दीपक की लौ से मिले ये संकेत, तो चमक सकती है आपकी किस्मत
सनातन धर्म में पूजा के दौरान देवी-देवता के समक्ष दीपक जलाने का विधान है। धार्मिक मान्यता है कि दीपक जलाने से घर-परिवार में सकारात्मकता का वास बना रहता है। साथ ही नकारात्मकता ऊर्जा और वास्तु दोष से छुटकारा मिलता है। दीपक की लौ से कई प्रकार के संकेत मिलते हैं जो जातक के जीवन के लिए शुभ माना जाता है।

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Astro Tips: सनातन धर्म में पूजा-पाठ के दौरान दीपक जलाने की परंपरा प्राचीन समय से चली आ रही है। दीपक को शुभता का प्रतीक माना जाता है। धार्मिक मान्यता है कि पूजा के दौरान सुबह और शाम दीपक जलाने से घर में सुख-समृद्धि का वास का आगमन होता है। ज्योतिष शास्त्र की मानें तो दीपक की लौ से कई प्रकार के संकेत मिलते हैं, जिससे जातक की किस्मत चमक सकती है। आइए जानते हैं इसके बारे में विस्तार से।
यह भी पढ़ें: Chandra Chalisa: सोमवार के दिन चंद्र ग्रह को मजबूत करने के लिए करें ये काम, सभी कार्य होंगे सफल
मिलते हैं ये संकेत
- अगर दीपक जलने के बाद उसमें फूल की आकृति बनती है, तो इसका मतलब है यह है कि आप जिस भगवान की उपासना कर रहे हैं। उनतक आपकी प्रार्थना पहुंच गई है और पूजा का पूर्ण फल प्राप्त होगा। साथ ही जीवन में कोई खुशखबरी मिलने वाली है।
- अगर दीपक की लौ ऊंची है, तो यह शुभ संकेत माना जाता है। इसका मतलब यह है कि आपकी पूजा स्वीकार हो गई है और घर में सकारात्मक ऊर्जा का आगमन होगा।
- इसके अलावा दीपक की लौ से त्रिशूल की आकृति बनने पर इस बात का संकेत मिलते हैं कि कार्यों में सफलता मिलने वाली है।
- दीपक की पूरी बाती का जलना शुभ माना जाता है। इससे यह संकेत मिलते हैं कि जातक को देवी-देवता का आशीर्वाद प्राप्त होने वाला है।
- दीपक में बांसुरी या फिर मोर पंख की आकृति का बनना शुभ माना गया है। इसका मतलब यह है कि वैवाहिक जीवन में खुशियां आने वाली हैं। इन दोनों चीजों को भगवान श्री कृष्ण की प्रिय मानी गई हैं।
घी का दीपक जलाने से मिलते हैं ये लाभ
पूजा के दौरान घी का दीपक भी मुख्य रूप से जलाना जाता है। अगर आप पूजा के दौरान तुलसी में घी का दीपक जलाते हैं, तो इससे नकारात्मकता ऊर्जा और वास्तु दोष से छुटकारा मिलता है और घर में सुख-शांति का वातावरण बना रहता है।
यह भी पढ़ें: Jyeshtha Purnima 2024: इन 6 शुभ योग में मनाई जाएगी ज्येष्ठ पूर्णिमा, सुख-समृद्धि में होगी वृद्धि
अस्वीकरण: ''इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है''।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।