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    Ahoi Ashtami 2024: अहोई अष्टमी का व्रत इन कार्यों से हो सकता है खंडित, जानें इस दिन क्या करें और क्या न करें?

    Updated: Sun, 20 Oct 2024 02:24 PM (IST)

    सनातन धर्म में अहोई अष्टमी के पर्व का अधिक महत्व है। इस व्रत को हर साल कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि पर किया जाता है। पंचांग के अनुसार इस साल अहोई अष्टमी का व्रत 24 अक्टूबर को रखा जाएगा। धार्मिक मान्यता है कि व्रत को करने से संतान को जीवन में तरक्की मिलती है और दीर्घायु का वरदान प्राप्त होता है।

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    Ahoi Ashtami 2024: अहोई अष्टमी का धार्मिक महत्व

    धर्म डेस्क, नई दिल्ली। अहोई अष्टमी का व्रत संतान से जुड़ी समस्या को दूर करने के लिए किया जाता है। धार्मिक मान्यता है कि इस व्रत को विधिपूर्वक करने से संतान की लंबी आयु और सुख-समृद्धि में अपार वृद्धि होती है। साथ ही संतान सुख की प्राप्ति होती है। ऐसा माना जाता है कि अहोई अष्टमी के व्रत के दौरान कुछ गलतियों को करने से साधक व्रत के पुण्य की प्राप्ति से वंचित रहता है और जीवन में कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इसलिए अहोई अष्टमी (Ahoi Ashtami 2024 Vrat Niyam) के दिन कुछ कार्यों को करने से बचना चाहिए। आइए इस लेख में हम आपको बताएंगे कि अहोई अष्टमी के दिन क्या करें और क्या न करें?

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    अहोई अष्टमी के दिन क्या करें (What to do on Ahoi Ashtami)

    • अहोई अष्टमी व्रत को निर्जला किया जाता है।  
    • व्रत के दौरान अहोई माता की विधिपूर्वक पूजा-अर्चना करें।
    • पूजा थाली में विशेष चीजों को शामिल करें।
    • अहोई अष्टमी व्रत कथा का पाठ जरूर करें।  
    • रात में तारे को अर्घ्य देने के बाद ही व्रत का पारण करें।
    • श्रद्धा अनुसार गरीब लोगों में अन्न, वस्त्र और धन का दान करें।
    • सात्विक भोजन का सेवन करें।
    • ब्रह्मचर्य नियम के नियम का पालन न करें।

    यह भी पढ़ें: Ahoi Ashtami 2024: 24 या 25 अक्टूबर, कब है अहोई अष्टमी का पर्व? जानें क्या है सही डेट और शुभ मुहूर्त

    अहोई अष्टमी के दिन क्या न करें (What not to do on Ahoi Ashtami)

    • अहोई अष्टमी के दिन घर और मंदिर को गंदा न रखें। मान्यता है कि गंदगी वाली जगह पर देवी-देवताओं का वास नहीं होता है।
    • दिन में सोने से बचना चाहिए।
    • किसी से बातचीत के दौरान अभद्र भाषा का प्रयोग न करें।
    • बड़े-बुर्जुगों और महिलाओं का अपमान न करें।  
    • तामसिक भोजन का सेवन न करें।

    कब है अहोई अष्टमी? (Ahoi Ashtami 2024 Date and Time)

    पंचांग के अनुसार, कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि की शुरुआत 24 अक्टूबर को रात 01 बजकर 18 मिनट पर होगी। वहीं, इसका समापन अगले दिन यानी 25 अक्टूबर को रात 01 बजकर 58 मिनट पर होगा। सनातन धर्म में उदया तिथि का विशेष महत्व है। ऐसे में देशभर में अहोई अष्टमी का व्रत 24 अक्टूबर को किया जाएगा।  

    अहोई अष्टमी 2024 शुभ मुहूर्त (Ahoi Ashtami 2024 Subh Muhurat)

    इस दिन पूजा करने का शुभ मुहूर्त (Ahoi Ashtami 2024 Puja Time) शाम को 05 बजकर 42 मिनट से लेकर 06 बजकर 59 मिनट तक है। इस दौरान महिलाएं अहोई माता और गणपति बप्पा की उपासना कर सकती हैं।

    यह भी पढ़ें: Ahoi Ashtami Vrat 2024: अहोई अष्टमी पर जरूर करें ये उपाय, संतान को मिलेगा लाभ

    अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।