Aaj ka Panchang 26 Feb 2025: आज महाशिवरात्रि पर बन रहे हैं कई शुभ योग, पंचांग से जानें पूजा का मुहूर्त
महाशिवरात्रि (Mahashivratri 2025) के दिन भगवान शिव के साथ पार्वती जी की पूजा-अर्चना का विशेष महत्व माना गया है। इस दिन कई साधक व्रत भी करते हैं जिससे महादेव की असीम कृपा की प्राप्ति होती है। ऐसे में चलिए पंडित हर्षित शर्मा जी से जानते हैं आज के लिए राहुकाल और शुभ अशुभ मुहूर्त का समय क्या रहने वाला है।

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। पंचांग के अनुसार, आज यानी बुधवार 26 फरवरी 2025 के दिन फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि है, जो सुबह तक रहने वाली है, इसके बाद चतुर्दशी तिथि प्रारंभ हो जाएगी। ऐसे में आज महाशिवरात्रि का पर्व मनाया जा रहा है। इस तिथि पर कई तरह के शुभ योग बन रहे हैं, जिसमें भगवान शिव की पूजा से शुभ फलों की प्राप्ति होती है। ऐसे में पढ़ते हैं आज का पंचांग।
आज का पंचांग (Maha shivratri Panchang 2025)
फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि समाप्त - सुबह 11 बजकर 13 मिनट पर
नक्षत्र - श्रवण
वार - बुधवार
ऋतु - वसंत
सूर्योदय और सूर्यास्त का समय
सूर्योदय - सुबह 06 बजकर 54 मिनट पर
सूर्यास्त - शाम 06 बजकर 23 मिनट पर
चंद्रोदय - सुबह 06 बजकर 29 मिनट से
चन्द्रास्त - दोपहर 04 बजकर 36 मिनट पर
चन्द्र राशि - मकर
(Picture Credit: AI Image)
शुभ समय
ब्रह्म मुहूर्त - प्रातः 05 बजकर 09 मिनट से 05 बजकर 59 मिनट तक
गोधूलि मुहूर्त - शाम 06 बजकर 17 मिनट से शाम 06 बजकर 42 मिनट तक
निशिता मुहूर्त - रात्रि 12 बजकर 09 मिनट से 27 फरवरी देर रात 12 बजकर 59 मिनट तक
अभिजीत मुहूर्त - कोई नहीं
अमृत काल - सुबह 07 बजकर 28 मिनट से सुबह 09 बजे तक
अशुभ समय
राहुकाल - दोपहर 12 बजकर 36 मिनट से दोपहर 01 बजकर 03 मिनट तक
गुलिक काल - सुबह 11 बजकर 16 मिनट से दोपहर 12 बजकर 35 मिनट तक
भद्रा - सुबह 11 बजकर 08 मिनट से रात 10 बजकर 05 मिनट तक
विडाल योग - सुबह 06 बजकर 49 मिनट से शाम 05 बजकर 23 मिनट तक
आडल योग - शाम 05 बजकर 23 मिनट 27 फरवरी सुबह 06 बजकर 48 मिनट तक
पंचक - 27 फरवरी प्रातः 04 बजकर 37 मिनट से 06 बजकर 48 मिनट तक
दिशा शूल - उत्तर
(Picture Credit: Freepik)
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नक्षत्र के लिए उत्तम ताराबल
अश्विनी, कृत्तिका, रोहिणी, मृगशिरा, आर्द्रा, पुष्य, मघा, उत्तरा फाल्गुनी, हस्त, चित्रा, स्वाति, अनुराधा, मूल, उत्तराषाढ़ा, श्रवण, धनिष्ठा, शतभिषा, उत्तराभाद्रपद
राशि के लिए उत्तम चन्द्रबलम - मेष, कर्क, सिंह, वृश्चिक, मकर, मीन
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अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।
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