Aaj ka Panchang 5 May 2025: वृद्धि योग में मनाई जा रही है सीता नवमी, एक क्लिक में पढ़ें पंचांग
आज यानी 05 मई को सीता नवमी (Sita Navami 2025) का पर्व मनाया जा रहा है। इस शुभ अवसर पर भगवान श्रीराम संग मां सीता की पूजा करने से सुख और सौभाग्य में वृद्धि होती है। एस्ट्रोपत्री डॉटकॉम के पंडित आनंद सागर पाठक के अनुसार सीता नवमी के दिन कई शुभ योग बन रहे हैं। आइए पढ़ते हैं आज का पंचांग।

आनंद सागर पाठक, एस्ट्रोपत्री। आज यानी 05 मई को वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि है। हर साल वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि पर सीता नवमी मनाई जाती है। इस शुभ अवसर पर जगत की देवी मां जानकी और भगवान श्रीराम की पूजा की जा रही है। महिलाएं सुख और सौभाग्य में वृद्धि के लिए सीता नवमी पर व्रत भी रख रही हैं। इस व्रत को करने से मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है। सीता नवमी पर कई शुभ (Today Puja Time) संयोग बन रहे हैं। ऐसे में आइए एस्ट्रोपत्री डॉटकॉम के पंडित आनंद सागर पाठक से जानते हैं आज का (Aaj ka Panchang 05 May 2025) पंचांग।
आज का पंचांग (Aaj ka Panchang 5 May 2025)
तिथि- अष्टमी तिथि सुबह 07 बजकर 35 मिनट तक
योग- वृद्धि 06 मई को रात 12 बजकर 20 मिनट तक
करण- बव सुबह 07 बजकर 35 मिनट तक
बालव- रात 08 बजकर 01 मिनट तक
सूर्योदय और सूर्यास्त का समय
सूर्योदय - सुबह 05 बजकर 36 मिनट पर
सूर्यास्त - शाम 06 बजकर 58 मिनट पर
चंद्रोदय - दोपहर 12 बजकर 37 मिनट पर
चन्द्रास्त - 06 मई को रात 02 बजकर 08 मिनट पर
वार - सोमवार
शुभ समय (Today Shubh Muhurat)
अभिजीत मुहूर्त - सुबह 11 बजकर 51 मिनट से दोपहर 12 बजकर 44 मिनट तक
ब्रह्म मुहूर्त - प्रातः 04 बजकर 12 मिनट से 04 बजकर 55 मिनट तक
गोधूलि मुहूर्त - शाम 06 बजकर 58 मिनट से शाम 07 बजकर 19 मिनट तक
निशिता मुहूर्त - रात 11 बजकर 56 मिनट से रात 12 बजकर 39 मिनट तक
अशुभ समय
राहु काल - सुबह 07 बजकर 17 मिनट से शाम 08 बजकर 57 मिनट तक
गुलिक काल - दोपहर 01 बजकर 58 मिनट से 03 बजकर 38 मिनट तक
यमगंडा- दोपहर 10 बजकर 37 मिनट से दोपहर 12 बजकर 18 मिनट तक
आज के नक्षत्र
आज चंद्रदेव पुष्य नक्षत्र से मघा नक्षत्र में जा रहे हैं।
पुष्य नक्षत्र- दोपहर 02 बजे तक
स्वामी ग्रह- बुध
अश्लेषा नक्षत्र - 05 मई दोपहर 02 बजे तक। इसके बाद मघा नक्षत्र का संयोग है।
ग्रह स्वामी- बुध
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सीता नवमी शुभ योग (Sita Navami Shubh Yoga)
सीता नवमी पर वृद्धि योग का संयोग बन रहा है। साथ ही रवि और शिववास योग का भी निर्माण हो रहा है। इन योग में भगवान राम और जगत जननी मां जानकी की पूजा करने से साधक की हर मनोकामना पूरी होगी। साथ ही सुख और सौभाग्य में वृद्धि होगी।
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