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    Aaj ka Panchang 3 August 2025: रविवार के दिन बन रहे ये शुभ-अशुभ योग, एक क्लिक में पढ़ें पंचांग

    Updated: Sun, 03 Aug 2025 09:03 AM (IST)

    सनातन धर्म में रविवार का दिन सूर्य देव की पूजा-अर्चना करने का विधान है। धार्मिक मान्यता के अनुसार सच्चे मन से सूर्य देव की उपासना करने से सुख-समृद्धि में वृद्धि होती है। ऐसे में आइए एस्ट्रोलॉजर आनंद सागर पाठक से जानते हैं आज का (Aaj ka Panchang 3 August 2025) पंचांग।

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    Aaj ka Panchang 3 August 2025: आज का पंचांग

    आनंद सागर पाठक, एस्ट्रोपत्री। आज यानी 3 जुलाई को सावन माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि है। इस तिथि पर रविवार पड़ रहा है। यह दिन सूर्य देव को समर्पित है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, सूर्य देव की पूजा-अर्चना और अर्घ्य देने से साधक को शुभ फल की प्राप्ति होती है और कारोबार में वृद्धि होती है। इस दिन कई शुभ और अशुभ योग भी बन रहे हैं। ऐसे में आइए जानते हैं आज के पंचांग (Aaj ka Panchang 3 August 2025) के बारे में।

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    तिथि: शुक्ल नवमी

    मास पूर्णिमांत: सावन (श्रावण)

    दिन: रविवार

    संवत्: 2082

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    तिथि: नवमी प्रातः 09 बजकर 42 मिनट तक

    योग: शुभ प्रातः 06 बजकर 24 मिनट तक

    करण: कौलव प्रातः 09 बजकर 42 मिनट तक

    करण: तैतिल रात्रि 10 बजकर 44 मिनट तक

    सूर्योदय और सूर्यास्त का समय

    सूर्योदय: सुबह 05 बजकर 44 मिनट पर

    सूर्यास्त: शाम 07 बजकर 11 मिनट पर

    चंद्रमा का उदय: दोपहर 02 बजकर 25 मिनट पर

    चन्द्रास्त: 4 अगस्त को रात 12 बजकर 44 मिनट पर

    सूर्य राशि: कर्क

    चंद्र राशि: वृश्चिक

    पक्ष: शुक्ल

    शुभ समय अवधि

    अभिजीत मुहूर्त: दोपहर 12 बजे से 12 बजकर 54 मिनट तक

    अमृत काल: रात्रि 09 बजकर 40 मिनट से 11 बजकर 27 मिनट तक

    अशुभ समय अवधि

    राहु काल: शाम 05 बजकर 30 मिनट से 07 बजकर 11 मिनट तक

    गुलिक काल: दोपहर 03 बजकर 49 मिनट से शाम 05 बजकर 30 मिनट तक

    यमगंड काल: दोपहर 12बजकर 27 मिनट से 02 बजकर 08 मिनट तक

    आज का नक्षत्र

    आज भी चंद्रदेव विशाखा नक्षत्र में रहेंगे…

    विशाखा नक्षत्र: प्रातः 06 बजकर 35 मिनट तक

    सामान्य विशेषताएं: ईर्ष्यालु, क्रोधी, ईश्वर-भक्त, ईमानदार, महत्वाकांक्षी, योद्धा स्वभाव, धैर्यवान, हास्यप्रिय और मिलनसार

    नक्षत्र स्वामी: बृहस्पति

    राशि स्वामी: शुक्र, मंगल

    देवता: इंद्राग्नि - यज्ञ के देवता

    प्रतीक: विजय का मेहराब या कुम्हार का चाक

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    यह दैनिक पंचांग Astropatri.com के सौजन्य से प्रस्तुत है. सुझाव व प्रतिक्रियाओं के लिए hello@astropatri.com पर ईमेल करें।