Aaj ka Panchang 23 September 2025: शारदीय नवरात्र के दूसरे दिन बन रहे ये मंगलकारी योग, पढ़ें आज का शुभ मुहूर्त
Shardiya Navratri 2025 Day 2 Aaj ka Panchang 23 सितंबर 2025 के अनुसार शारदीय नवरात्र का दूसरा दिन मां ब्रह्मचारिणी (Maa brahmacharini )को समर्पित है। ऐसा माना जाता है कि मां ब्रह्मचारिणी की उपासना करने से महादेव भी प्रसन्न होते हैं। मंगलवार के दिन कई मंगलकारी योग भी बन रहे हैं। ऐसे में आइए एस्ट्रोलॉजर आनंद सागर पाठक से जानते हैं आज का पंचांग।

आनंद सागर पाठक, एस्ट्रोपत्री। आज यानी 23 सितंबर को आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि है। शारदीय नवरात्र (Shardiya Navratri Day 2) की द्वितीया तिथि पर मां ब्रह्मचारिणी की पूजा-अर्चना करने का विधान है।
धार्मिक मान्यता के अनुसार, मां ब्रह्मचारिणी की उपासना करने से साधक के जीवन में सुख-शांति बनी रहती है। साथ ही माता रानी प्रसन्न होती हैं। शारदीय नवरात्र की द्वितीया तिथि पर कई योग भी बन रहे है। ऐसे में आइए जानते हैं आज का पंचांग (Aaj ka Panchang 23 September 2025) के बारे में।
तिथि: शुक्ल द्वितीया
मास पूर्णिमांत: अश्विन
दिन: मंगलवार
संवत्: 2082
तिथि: प्रतिपदा रात्रि 02 बजकर 55 मिनट तक
योग: शुक्ल रात्रि 07 बजकर 59 मिनट तक
करण: किन्तुघ्न प्रातः 02 बजकर 06 मिनट तक
करण: बव रात्रि 02 बजकर 55 मिनट तक
सूर्योदय और सूर्यास्त का समय
सूर्योदय: सुबह 06 बजकर 10 मिनट पर
सूर्यास्त: शाम 06 बजकर 16 मिनट पर
चंद्रमा का उदय: सुबह 07 बजकर 19 मिनट पर
चन्द्रास्त: शाम 06 बजकर 58 मिनट पर
सूर्य राशि: कन्या
चंद्र राशि: कन्या
पक्ष: शुक्ल
शुभ समय अवधि
अभिजीत मुहूर्त: सुबह 11 बजकर 49 मिनट से दोपहर 12 बजकर 37 मिनट तक
अमृत काल: सुबह 07 बजकर 06 मिनट से प्रातः 08 बजकर 51 मिनट तक
अशुभ समय अवधि
राहुकाल: दोपहर 03 बजकर 15 बजे से 04 बजकर 46 मिनट तक
गुलिकाल: दोपहर 12 बजकर 13 बजे से 01 बजकर 44 मिनट तक
यमगण्ड: प्रातः 09 बजकर 12 बजे से 10 बजकर 42 मिनट तक
अशुभ समय अवधि
राहुकाल: दोपहर 01 बजकर 47 मिनट से 03 बजकर 19 मिनट तक
गुलिकाल: प्रातः 09 बजकर 11 मिनट से 10 बजकर 43 मिनट तक
यमगण्ड: प्रातः 06 बजकर 39 मिनट से 08 बजकर 11 मिनट तक
आज का नक्षत्र
आज चंद्रदेव हस्त नक्षत्र में रहेंगे…
हस्त नक्षत्र- दोपहर 01 बजकर 40 मिनट तक
सामान्य विशेषताएं: साहसी, दानशील, निर्दयी, चालाक, परिश्रमी, ऊर्जावान, झगड़ालू, प्रेरणादायक, बुद्धिमान चंद्रमा और खेल में कौशल
नक्षत्र स्वामी: चंद्रमा
राशि स्वामी: बुध देव
सविता - सूर्योदय के देवता
प्रतीक: हाथ या बंद मुट्ठी
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