Aaj ka Panchang 22 May 2025: गुरुवार को बन रहे हैं कई शुभ-अशुभ योग, पंचांग से जानें मुहूर्त
ज्येष्ठ महीने के कृष्ण पक्ष की दशमी तिथि और गुरुवार का दिन है। आज के दिन भगवान विष्णु या उनके अवतारों जैसे भगवान राम और कृष्ण की पूजा करने से मनोकामनाएं पूरी होती हैं। व्यक्ति की प्रतिष्ठा और कीर्ति चारों तरफ फैलती है। चलिए पंडित आनंद सागर पाठक से जानते हैं आज का पंचांग।

आनंद सागर पाठक, एस्ट्रोपत्री। आज यानी 22 मई गुरुवार के दिन ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष की दशमी तिथि है। आज का दिन विष्कुंभ योग है, जिसका मतलब होता है जहर से भरा हुआ घड़ा। इस योग में कोई काम शुरू करने पर उसका शुभ फल नहीं मिल पाता है।
हालांकि, इस योग में जन्मे लोग जीवन में बहुत सफल होते हैं। विष्कुंभ योग में जन्मे जातक कई बार चिकित्सा के क्षेत्र में जाते हैं क्योंकि उन्हें दूसरों की मदद करना और चुनौतियों से लड़ने में परेशानी नहीं होती है।
गुरुवार के दिन केसर का तिलक लगाने से मान-सम्मान, प्रतिष्ठा और धन की प्राप्ति होती है। यदि केसर नहीं है, तो हल्दी का टीका लगा सकते हैं। पंचांग के अनुसार, इस तिथि पर बहुत से शुभ और अशुभ योग बन रहे हैं। ऐसे में चलिए जानते हैं आज का (Aaj ka Panchang 22 May 2025) पंचांग।
आज का पंचांग (Panchang 22 May 2025)
तिथि- ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष की दशमी प्रातः 01:12 बजे तक, 23 मई
संवत् - 2082
नक्षत्र - पूर्वा भाद्रपद
योग - विष्कुंभ रात्रि 09:50 बजे तक
करण- वनिजा दोपहर 02:21 बजे तक, विष्टि प्रात: 01:12 तक, 23 मई
वार - गुरुवार
ऋतु - ग्रीष्म
सूर्योदय और सूर्यास्त का समय
- सूर्योदय- सुबह 5 बजकर 27 मिनट पर
- सूर्यास्त- शाम 7 बजकर 09 मिनट पर
- चंद्रोदय- 02 बजकर 23 मिनट
- चंद्रास्त- 01 बजकर 59 मिनट
शुभ समय
- अभिजीत मुहूर्त - प्रातः 11:51 बजे से दोपहर 12:45 बजे तक
अशुभ समय
- राहुकाल - दोपहर 02:01 बजे से दोपहर 03:44 बजे तक
- गुलिक काल - प्रातः 08:52 बजे से प्रातः 10:35 तक
- यमगंडा - प्रात: 05:27 बजे से प्रात: 07:10 बजे तक
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आज के नक्षत्र के बारे में जानिए
आज चंद्रदेव पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र में प्रवेश करेंगे। पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र शाम 05:47 बजे तक रहेगा।
सामान्य विशेषताएं: इस नक्षत्र में जन्मे जातक आशावादी, ईमानदार, भरोसेमंद, कलाप्रेमी, शिष्टाचार, खुले दिल वाले, बुद्धिमान, लालच, भगवान में आस्था, गुस्सा, हिंसक प्रवृत्ति वाले होते हैं।
नक्षत्र स्वामी: बृहस्पति
राशि स्वामी: शनि, बृहस्पति
देवता: अज एकपद (अग्नि ड्रैगन)
प्रतीक: शव वाहन (शव ले जाने वाला वाहन)
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यह दैनिक पंचांग Astropatri.com के सौजन्य से प्रस्तुत है। सुझाव और प्रतिक्रियाओं के लिए hello@astropatri.com पर ईमेल करें।
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