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    Aaj ka Panchang 20 September 2025: चतुर्दशी श्राद्ध पर बन रहे हैं कई शुभ-अशुभ योग, पढ़ें आज का पंचांग

    Updated: Sat, 20 Sep 2025 09:09 AM (IST)

    पंचांग के अनुसार आज यानी शनिवार 20 सिंतबर के दिन आश्विन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि है। पंचांग के अनुसार आज पितृ पक्ष का चतुर्दशी श्राद्ध किया जाएगा। चलिए आज के पंचांग (Aaj ka Panchang 20 September 2025) से जानते हैं शुभ मुहूर्त और राहुकाल के विषय में।

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    Aaj ka Panchang 20 September 2025 पढ़ें आज का पंचांग।

    आनंद सागर पाठक, एस्ट्रोपत्री। पितृ पक्ष (Pitru Paksha 2025) की अवधि चल रही है, जिसे पितरों की कृपा प्राप्ति के लिए विशेष माना गया है। इन 15 दिनों की अवधि में पिंडदान और तर्पण आदि किया जाता है, ताकि पितरों की आत्मा मोक्ष की प्राप्ति हो सके। ऐसे में चलिए एस्ट्रोपत्री डॉटकॉम के पंडित आनंद सागर पाठक जी से जान सकते हैं कि आज के दिन कौन से शुभ-अशुभ योग बन रहे हैं।

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    आज का  पंचांग (Panchang 20 September 2025)

    आश्विन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि समाप्त - रात 12 बजकर 16 मिनट पर

    साध्य योग - रात 8 बजकर 7 मिनट तक

    करण -

    विष्टि - सुबह 11 बजकर 53 मिनट तक

    शकुनी - रात 12 बजकर 16 मिनट तक

    वार - शनिवार

    (Picture Credit: Freepik) (AI Image)

    सूर्योदय और सूर्यास्त का समय

    सूर्योदय - सुबह 6 बजकर 8 मिनट से

    सूर्यास्त - शाम 6 बजकर 20 मिनट पर

    चंद्रोदय - प्रातः 5 बजकर 30 मिनट से

    चंद्रास्त - शाम 5 बजकर 35 मिनट पर

    सूर्य राशि - कन्या

    चंद्र राशि - कर्क

    शुभ समय अवधि

    अभिजीत मुहूर्त - दोपहर 11 बजकर 50 मिनट से दोपहर 12 बजकर 39 मिनट तक

    अमृत काल - देर रात 2 बजकर 45 मिनट से प्रातः 4 बजकर 26 मिनट तक

    अशुभ समय अवधि

    राहुकाल - सुबह 10 बजकर 43 मिनट से दोपहर 12 बजकर 15 मिनट तक

    गुलिक काल - सुबह 7 बजकर 40 मिनट से सुबह 9 बजकर 11 मिनट तक

    यमगण्ड - दोपहर 3 बजकर 18 मिनट से दोपहर 4 बजकर 50 मिनट तक

    आज का नक्षत्र

    आज चंद्रदेव मघा नक्षत्र में रहेंगे…

    मघा नक्षत्र - सुबह 8 बजकर 5 बजे तक

    सामान्य विशेषताएं - परंपरावादी, अधिकारप्रिय, अहंकार, सहज समृद्धि, क्रोधी स्वभाव, कामुक और उदारता

    नक्षत्र स्वामी - केतु देव

    राशि स्वामी - सूर्य देव

    देवता - पितृ (पूर्वज)

    प्रतीक - राजसिंहासन

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    यह दैनिक पंचांग Astropatri.com  के सौजन्य से प्रस्तुत है, सुझाव व प्रतिक्रियाओं के लिए hello@astropatri.com पर ईमेल करें।