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    Aaj ka Panchang 15 April 2025: आज बन रहे हैं कई शुभ-अशुभ योग, पंचांग से जानें मंगलवार का मुहूर्त

    Updated: Tue, 15 Apr 2025 08:59 AM (IST)

    पंचांग के अनुसार आज मंगलवार 15 अप्रैल के दिन वैशाख माह के कृष्ण पक्ष की द्वितीया तिथि है। इस दिन पर कई तरह के शुभ और अशुभ योग बन रहे हैं जिसमें अशुभ मानी गई भद्रा और शुभ माना गया त्रिपुष्कर योग भी शामिल है। ऐसे में चलिए पंडित हर्षित शर्मा जी से जानते हैं आज का पंचांग और शुभ मुहूर्त के विषय में।

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    Aaj ka Panchang 15 April 2025: पढ़ें आज का पंचांग।

    धर्म डेस्क, नई दिल्ली। हिंदू धर्म में मंगलवार का दिन हनुमान जी के लिए समर्पित माना गया है। इस दिन विधिवत रूप में बजरंगबली की आराधना करने और हनुमान चालीसा का पाठ करने से भक्तों को हनुमान जी की विशेष कृपा की प्राप्ति हो सकती है। तो आइए पढ़ते हैं आज का पंचांग और जानते हैं आज के राहुकाल और शुभ मुहूर्त के विषय में।

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    आज का पंचांग (Panchang 15 April 2025)

    वैशाख माह के कृष्ण पक्ष की द्वितीया तिथि समाप्त - रात 11 बजकर 02 बजे तक

    नक्षत्र - विशाखा

    वार - मंगलवार

    ऋतु - वसंत

    सूर्योदय और सूर्यास्त का समय

    सूर्योदय - सुबह 06 बजकर 09 मिनट पर

    सूर्यास्त - शाम 06 बजकर 51 मिनट पर

    चंद्रोदय - रात 09 बजे

    चन्द्रास्त - सुबह 07 बजकर 12 मिनट पर

    चन्द्र राशि - तुला

    शुभ समय

    ब्रह्म मुहूर्त - प्रातः 04 बजकर 49 मिनट से 05 बजकर 34 मिनट तक

    गोधूलि मुहूर्त - शाम 06 बजकर 54 मिनट से शाम 07 बजकर 17 मिनट तक

    निशिता मुहूर्त - रात्रि 12 बजकर 14 मिनट से देर रात 01 बजे तक

    अभिजीत मुहूर्त - दोपहर 12 बजकर 08 मिनट से दोपहर 12 बजकर 54 मिनट तक

    त्रिपुष्कर योग - सुबह 06 बजकर 20 मिनट से सुबह 10 बजकर 55 मिनट तक

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    अशुभ समय

    राहुकाल - दोपहर 03 बजकर 36 मिनट से शाम 05 बजकर 07 मिनट तक

    गुलिक काल - दोपहर 12 बजकर 36 मिनट से दोपहर 02 बजकर 12 मिनट तक

    विडाल योग - 16 अप्रैल देर रात 03 बजकर 10 मिनट से सुबह 06 बजकर 19 मिनट तक

    आडल योग - 16 अप्रैल सुबह 06 बजकर 20 मिनट से देर रात 03 बजकर 10 मिनट तक

    भद्रा - रात 12 बजकर 07 मिनट से सुबह 06 बजकर 19 मिनट तक

    विंछुड़ो - रात 08 बजकर 27 मिनट से 16 अप्रैल सुबह 06 बजकर 19 मिनट तक

    दिशा शूल - उत्तर

    नक्षत्र के लिए उत्तम ताराबल

    भरणी, रोहिणी, आर्द्रा, पुनर्वसु, पुष्य, आश्लेषा, पूर्वा फाल्गुनी, हस्त, स्वाति, विशाखा, अनुराधा, ज्येष्ठा, पूर्वाषाढ़ा, श्रवण, शतभिषा, पूर्वाभाद्रपद, उत्तराभाद्रपद, रेवती

    राशि के लिए उत्तम चन्द्रबलम - मेष, वृषभ, सिंह, तुला, धनु, मकर

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    अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।