Masik Karthigai पर करें इन मंत्रों का जप, खुशियों से भर जाएगा जीवन
हर महीने मासिक कार्तिगाई के त्योहार को दक्षिण भारत में बेहद उत्साह के साथ मनाया जाता है। वैदिक पंचांग के अनुसार इस बार 26 मई को मासिक कार्तिगाई का पर्व मनाया जाएगा। इस दिन भगवान कार्तिकेय की विशेष पूजा-अर्चना करने का विधान है। ऐसे में आइए जानते हैं कि मासिक कार्तिगाई के दिन कैसे प्राप्त करें भगवान कार्तिकेय की कृपा

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। मासिक कार्तिगाई के पर्व को मासिक कार्तिगाई दीपम भी कहा जाता है। इस त्योहार को हर महीने कृतिका नक्षत्र पड़ने वाले तिथि पर मनाया जाता है। इस शुभ अवसर पर भगवान कार्तिकेय की पूजा-अर्चना करने का विधान है। साथ ही विशेष चीजों का दान करना चाहिए। धार्मिक मान्यता के अनुसार, पूजा करने से साधक को जीवन में शुभ परिणाम मिलते हैं। इस दिन भगवान कार्तिकेय के 108 नामों का जप करना चाहिए। इससे भगवान कार्तिकेय की कृपा प्राप्त होगी। जीवन में खुशियों का आगमन होता है।
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भगवान कार्तिकेय के 108 नाम
- ॐ ब्रह्मवादिने नमः।
- ॐ ब्रह्मणे नमः।
- ॐ ब्रह्मब्राह्मणवत्सलाय नमः।
- ॐ ब्रह्मण्याय नमः।
- ॐ ब्रह्मदेवाय नमः।
- ॐ ब्रह्मदाय नमः।
- ॐ ब्रह्मसंग्रहाय नमः।
- ॐ पराय नमः।
- ॐ परमाय तेजसे नमः।
- ॐ मङ्गलानाञ्च मङ्गलाय नमः।
- ॐ अप्रमेयगुणाय नमः।
- ॐ मन्त्राणां मन्त्रगाय नमः।
- ॐ सावित्रीमयाय देवाय नमः।
- ॐ सर्वत्रैवापराजिताय नमः।
- ॐ मन्त्राय नमः।
- ॐ सर्वात्मकाय नमः।
- ॐ देवाय नमः।
- ॐ षडक्षरवतां वराय नमः।
- ॐ गवां पुत्राय नमः।
- ॐ सुरारिघ्नाय नमः।
- ॐ सम्भवाय नमः।
- ॐ भवभावनाय नमः।
- ॐ पिनाकिने नमः।
- ॐ शत्रुघ्ने नमः।
- ॐ कूटाय नमः।
- ॐ स्कन्दाय नमः।
- ॐ सुराग्रण्ये नमः।
- ॐ द्वादशाय नमः।
- ॐ भुवे नमः।
- ॐ भुवाय नमः।
- ॐ भाविने नमः।
- ॐ भुवःपुत्राय नमः।
- ॐ नमस्कृताय नमः।
- ॐ नागराजाय नमः।
- ॐ सुधर्मात्मने नमः।
- ॐ नाकपृष्ठाय नमः।
- ॐ सनातनाय नमः।
- ॐ हेमगर्भाय नमः।
- ॐ महागर्भाय नमः।
- ॐ जयाय नमः।
- ॐ विजयेश्वराय नमः।
- ॐ कर्त्रे नमः।
- ॐ विधात्रे नमः।
- ॐ नित्याय नमः।
- ॐ अनित्याय नमः।
- ॐ अरिमर्दनाय नमः।
- ॐ महासेनाय नमः।
- ॐ महातेजसे नमः।
- ॐ वीरसेनाय नमः।
- ॐ चमूपतये नमः।
- ॐ सुरसेनाय नमः।
- ॐ सुराध्यक्षाय नमः।
- ॐ भीमसेनाय नमः।
- ॐ निरामयाय नमः।
- ॐ शौरये नमः।
- ॐ यदवे नमः।
- ॐ महातेजसे नमः।
- ॐ वीर्यवते नमः।
- ॐ सत्यविक्रमाय नमः।
- ॐ तेजोगर्भाय नमः।
- ॐ असुररिपवे नमः।
- ॐ सुरमूर्तये नमः।
- ॐ सुरोर्जिताय नमः।
- ॐ कृतज्ञाय नमः।
- ॐ वरदाय नमः।
- ॐ सत्याय नमः।
- ॐ शरण्याय नमः।
- ॐ साधुवत्सलाय नमः।
- ॐ सुव्रताय नमः।
- ॐ सूर्यसङ्काशाय नमः।
- ॐ वह्निगर्भाय नमः।
- ॐ रणोत्सुकाय नमः।
- ॐ पिप्पलिने नमः।
- ॐ शीघ्रगाय नमः।
- ॐ रौद्रये नमः।
- ॐ गाङ्गेयाय नमः।
- ॐ रिपुदारणाय नमः।
- ॐ कार्तिकेयाय नमः।
- ॐ प्रभवे नमः।
- ॐ क्षान्ताय नमः।
- ॐ नीलदंष्ट्राय नमः।
- ॐ महामनसे नमः।
- ॐ निग्रहाय नमः।
- ॐ निग्रहाणां नेत्रे नमः।
- ॐ दैत्यसूदनाय नमः।
- ॐ प्रग्रहाय नमः।
- ॐ परमानन्दाय नमः।
- ॐ क्रोधघ्नाय नमः।
- ॐ तारकोच्छिदाय नमः।
- ॐ कुक्कुटिने नमः।
- ॐ बहुलाय नमः।
- ॐ वादिने नमः।
- ॐ कामदाय नमः।
- ॐ भूरिवर्धनाय नमः।
- ॐ अमोघाय नमः।
- ॐ अमृतदाय नमः।
- ॐ अग्नये नमः।
- ॐ शत्रुघ्नाय नमः।
- ॐ सर्वबोधनाय नमः।
- ॐ अनघाय नमः।
- ॐ अमराय नमः।
- ॐ श्रीमते नमः।
- ॐ उन्नताय नमः।
- ॐ अग्निसम्भवाय नमः।
- ॐ पिशाचराजाय नमः।
- ॐ सूर्याभाय नमः।
- ॐ शिवात्मने नमः।
- ॐ सनातनाय नमः।
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