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    Kaal Bhairav Aarti: कालाष्टमी की पूजा इस आरती के बिना है अधूरी, जीवन होगा सुखमय

    Updated: Wed, 01 May 2024 07:30 AM (IST)

    वैशाख माह में कालाष्टमी आज यानी 01 मई को मनाई जा रही है। इस दिन भगवान शिव के उग्र स्वरूप काल भैरव की पूजा और व्रत किया जाता है। कालाष्टमी का पर्व तंत्र पूजा के लिए भी शुभ माना गया है। इस अवसर पर विधिपूर्वक काल भैरव की पूजा की जाती है। धार्मिक मान्यता के अनुसार काल भैरव उपासना करने से साधक को मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है।

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    Kaal Bhairav Aarti: कालाष्टमी की पूजा इस आरती के बिना है अधूरी, जीवन होगा सुखमय

    धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Kaal Bhairav Aarti Lyrics: हर माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को कालाष्टमी मनाई जाती है। इस बार वैशाख माह में कालाष्टमी आज यानी 01 मई को मनाई जा रही है। इस दिन भगवान शिव के उग्र स्वरूप काल भैरव की पूजा और व्रत किया जाता है। कालाष्टमी का पर्व तंत्र पूजा के लिए भी शुभ माना गया है। इस अवसर पर विधिपूर्वक काल भैरव की पूजा की जाती है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, काल भैरव की उपासना करने से साधक को मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है। अगर आप भी काल भैरव की कृपा प्राप्त करना चाहते हैं, तो पूजा के दौरान आरती अवश्य करें। इससे इंसान के सभी दुख और संताप दूर हो जाते हैं। आइए पढ़ते हैं काल भैरव की आरती।

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    काल भैरव जी की पावन आरती

    जय भैरव देवा, प्रभु जय भैंरव देवा।

    जय काली और गौरा देवी कृत सेवा।।

    तुम्हीं पाप उद्धारक दुख सिंधु तारक।

    भक्तों के सुख कारक भीषण वपु धारक।।

    वाहन शवन विराजत कर त्रिशूल धारी।

    महिमा अमिट तुम्हारी जय जय भयकारी।।

    तुम बिन देवा सेवा सफल नहीं होंवे।

    चौमुख दीपक दर्शन दुख सगरे खोंवे।।

    तेल चटकि दधि मिश्रित भाषावलि तेरी।

    कृपा करिए भैरव करिए नहीं देरी।।

    पांव घुंघरू बाजत अरु डमरू डमकावत।।

    बटुकनाथ बन बालक जन मन हर्षावत।।

    बटुकनाथ जी की आरती जो कोई नर गावें।

    कहें धरणीधर नर मनवांछित फल पावें।।

    कालाष्टमी 2024 शुभ मुहूर्त

    वैशाख माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि का प्रारंभ 01 मई को सुबह 05 बजकर 45 मिनट से होगा। वहीं इसका समापन 02 मई को सुबह 04 बजकर 01 मिनट पर होगा। ऐसे में कालाष्टमी का पर्व 01 मई को मनाया जाएगा।

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    डिसक्लेमर: 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'