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    Shardiya Navratri के दौरान रोजाना करें मां दुर्गा के नामों का मंत्र जप, आर्थिक तंगी हो जाएगी दूर

    By Pravin KumarEdited By: Pravin Kumar
    Updated: Thu, 03 Oct 2024 07:00 AM (IST)

    देशभर में शारदीय नवरात्र(Shardiya Navratri 2024) का त्योहार धूमधाम से मनाया जाता है। विशेषकर बंगाल में दुर्गा पूजा की विशेष धूम रहती है। सनातन शास्त्रों में वर्णित है कि नवरात्र के दौरान जगत जननी मां दुर्गा धरती पर अपने भक्तों के मध्य वास करती हैं। इस शुभ अवसर पर मां दुर्गा की भक्ति भाव से पूजा एवं साधना की जाती है।

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    Shardiya Navratri 2024: मां दुर्गा को कैसे प्रसन्न करें ?

    धर्म डेस्क, नई दिल्ली। शारदीय नवरात्र की शुरुआत आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा यानी पहली तिथि से होती है। इस दिन से लेकर नवमी तिथि तक मां दुर्गा के नवरुपों की भक्ति भाव से पूजा की जाती है। साथ ही मां दुर्गा के निमित्त नवरात्र का व्रत रखा जाता है। सनातन शास्त्रों में निहित है कि मां दुर्गा ममता की सागर हैं और बेहद कृपालु हैं। अपने भक्तों के सभी दुख हर लेती हैं। उनकी कृपा से साधक को सभी प्रकार के सुखों की प्राप्ति होती है। अतः साधक श्रद्धा भाव से मां दुर्गा की पूजा करते हैं। अगर आप भी आर्थिक तंगी समेत जीवन में व्याप्त अन्य समस्याओं से निजात पाना चाहते हैं, तो शारदीय नवरात्र के दौरान मां दुर्गा की भक्ति भाव से पूजा करें। वहीं, पूजा के समय मां दुर्गा के 108 नामों का मंत्र जप करें।

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    मां दुर्गा के 108 नाम

    1. ॐ शिवायै नमः
    2. ॐ श्रीमहाविद्यायै नमः
    3. ॐ श्रीमन्मुकुटमण्डितायै नमः
    4. ॐ कल्याण्यै नमः
    5. ॐ करुणारससागरायै नमः
    6. ॐ कमलाराध्यायै नमः
    7. ॐ कालिप्रभृतिसंसेव्यायै नमः
    8. ॐ कमलासनसंस्तुतायै नमः
    9. ॐ अम्बिकाय नमः
    10. ॐ अनेकसौभाग्यदात्र्यै नमः
    11. ॐ आनन्दविग्रहायै नमः
    12. ॐ ईक्षणत्रयसंयुक्ताय नमः
    13. ॐ हृत्सरोरुहवासिन्यै नमः
    14. ॐ आद्यन्तरहितायै नमः
    15. ॐ अनेककोटिभास्करप्रभायै नमः
    16. ॐ ईश्वरोत्संगनिलयायै नमः
    17. ॐ ईतिबाधाविनाशिन्यै नमः
    18. ॐ इन्दिरारतिसंसेव्यायै नमः
    19. ॐ ईश्वरार्धशरीरिण्यै नमः
    20. ॐ लक्ष्म्यर्थरूपायै नमः
    21. ॐ लक्ष्मीशब्रह्मेशामरपूजितायै नमः
    22. ॐ उत्पत्यादिविनिर्मुक्तायै नमः
    23. ॐ विद्याप्रतिपादिन्यै नमः
    24. ॐ ऊर्ध्वलोकप्रदाय नमः
    25. ॐ हानिवृद्धिविवार्जितायै नमः
    26. ॐ सर्वेश्वर्यै नमः
    27. ॐ सर्वलभ्यायै नमः
    28. ॐ गुरुमूर्तिस्वरूपायै नमः
    29. ॐ समस्तप्राणिनिलयायै नमः
    30. ॐ सर्वलोकसुन्दर्यै नमः
    31. ॐ कामाक्ष्यै नमः
    32. ॐ कामदात्र्य नमः
    33. ॐ कामेशाङ्कनिवासिन्यै नमः
    34. ॐ हरार्धदेहायै नमः
    35. ॐ कल्हारभूषिताय नमः
    36. ॐ हरिलोचनायै नमः
    37. ॐ ललितायै नमः
    38. ॐ लाकिनीसेव्याय नमः
    39. ॐ लब्धैश्वर्यप्रवर्तिन्यै नमः
    40. ॐ ह्रींकारपद्मनिलयायै नमः
    41. ॐ ह्रींकारनवकौस्तुभायै नमः
    42. ॐ समस्तलोकजनन्यै नमः
    43. ॐ सर्वभूतेश्वर्यै नमः
    44. ॐ करीन्द्रारूढसंसेव्याय नमः
    45. ॐ कमलेशसहोदर्यै नमः
    46. ॐ गणेशगुहाम्बायै नमः
    47. ॐ ह्रींकारबिन्दुलक्षितायै नमः
    48. ॐ एकाक्षर्य नमः
    49. ॐ एकरूपायै नमः
    50. ॐ ऐश्वर्यफलदायिन्यै नमः
    51. ॐ ओंकारवर्णनिलयायै नमः
    52. ॐ औदार्यादिप्रदायै नमः
    53. ॐ गायत्र्यै नमः
    54. ॐ गिरिराजकन्याय नमः
    55. ॐ गूढार्थबोधिन्यै नमः
    56. ॐ चन्द्रशेखरार्धाङ्ग्य नमः
    57. ॐ चूडामणिभूषितायै नमः
    58. ॐ जातीचंपकपुन्नागकेतकीकुसुमार्चितायै नमः
    59. ॐ तनुमध्यायै नमः
    60. ॐ दानवेन्द्रसंहर्त्र्य नमः
    61. ॐ दीनरक्षिण्यै नमः
    62. ॐ स्वधर्मपरसंसेव्यायै नमः
    63. ॐ धनधान्याभिवृद्धिदाय नमः
    64. ॐ नारायण्यै नमः
    65. ॐ नामरूपविवर्जिताय नमः
    66. ॐ अपराजितायै नमः
    67. ॐ परमानन्दरूपायै नमः
    68. ॐ परमानन्ददायै नमः
    69. ॐ पाशाङ्कुशाभयवरविलसत्करपल्लवायै नमः
    70. ॐ पुराणपुरुषसेव्यायै नमः
    71. ॐ पुष्पमालाविराजिताय नमः
    72. ॐ फणीन्द्ररत्नशोभाढ्यायै नमः
    73. ॐ बदरीवनवासिन्यै नमः
    74. ॐ बालायै नमः
    75. ॐ विक्रमसंहृष्टायै नमः
    76. ॐ बिम्बोष्ठ्य नमः
    77. ॐ बिल्वपूजितायै नमः
    78. ॐ बिन्दुचक्रैकनिलयाय नमः
    79. ॐ भवारण्यदवानलायै नमः
    80. ॐ भवान्यै नमः
    81. ॐ भवरोगघ्न्यै नमः
    82. ॐ भवदेहार्धधारिण्य नमः
    83. ॐ भक्तसेव्यायै नमः
    84. ॐ भक्तगण्यायै नमः
    85. ॐ भाग्यवृद्धिप्रदायिन्यै नमः
    86. ॐ भूतिदात्र्यै नमः
    87. ॐ भैरवादिसंवृताय नमः
    88. ॐ माहेश्वर्यै नमः
    89. ॐ सर्वेष्टायै नमः
    90. ॐ श्रीमहादेव्यै नमः
    91. ॐ त्रिपुरसुन्दर्यै नमः
    92. ॐ मुक्तिदात्र्यै नमः
    93. ॐ राजराजेश्वर्यै नमः
    94. ॐ विद्याप्रदायिन्यै नमः
    95. ॐ भवरूपायै नमः
    96. ॐ विश्वमोहिन्यै नमः
    97. ॐ शंकर्यै नमः
    98. ॐ शत्रुसंहर्त्र्यै नमः
    99. ॐ त्रिपुरायै नमः
    100. ॐ त्रिपुरेश्वर्यै नमः
    101. ॐ श्रीशारदासंसेव्यायै नमः
    102. ॐ श्रीमत्सिंहासनेश्वर्यै नमः
    103. ॐ श्रीमन्मुनीन्द्रसंसेव्याय नमः
    104. ॐ श्रीमन्नगरनायिकायै नमः
    105. ॐ श्रीराजराजेश्वर्यै नमः
    106. ॐ श्रीस्वर्णगौर्यै नमः
    107. ॐ श्रीमात्रे नमः
    108. ॐ श्रीमहाराज्ञ्यै नमः

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