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    Apara Ekadashi 2023: आज भगवान विष्णु के साथ बरसेगी भगवान सूर्य देव की कृपा, जानिए किस समय करें भगवान की उपासना

    By Shantanoo MishraEdited By: Shantanoo Mishra
    Updated: Mon, 15 May 2023 09:50 AM (IST)

    Apara Ekadashi 2023 इस वर्ष ज्येष्ठ मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि के दिन का विशेष महत्व है। बता दें कि इस दिन अपरा एकादशी व्रत और सूर्य संक्रांति एक साथ रखा जाएगा। धार्मिक और ज्योतिष दृष्टिकोण से इस दिन को बहुत ही शुभ माना गया है।

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    जानिए क्या है अपरा एकादशी व्रत और वृषभ संक्रांति का शुभ मुहूर्त।

    नई दिल्ली, आध्यात्म डेस्क | Apara Ekadashi 2023 and Vrishabh Sankranti 2023: हिन्दू पंचांग के अनुसार, ज्येष्ठ मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि के दिन अपरा एकादशी व्रत रखा जाता है। यह व्रत आज यानि 15 मई 2023, सोमवार के दिन रखा जा रहा है। साथ ही आज भगवान सूर्य राशि परिवर्तन करने जा रहे हैं, जिसे वृषभ संक्रांति के नाम से जाना जाता है।

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    बता दें कि अपरा एकादशी के दिन भगवान विष्णु की उपासना करने से साधक को अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है। वहीं संक्रांति के दिन सूर्य देव की उपासना करने से जीवन में आ रही सभी समस्याएं दूर हो जाती हैं और कुंडली में सूर्य प्रबल होते हैं, जिससे जातक को लाभ मिलता है। आइए जानते हैं, अपरा एकादशी व्रत और वृषभ संक्रांति का शुभ मुहूर्त,

    अपरा एकादशी व्रत 2023 शुभ मुहूर्त (Apara Ekadashi 2023 Shubh Muhurat)

    हिंदू पंचांग के अनुसार, ज्येष्ठ मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि 15 मई को रात्रि 02 बजकर 46 मिनट से शुरू होगी और इसका समापन 16 मई को रात्रि 01 बजकर 03 मिनट पर हो जाएगा। ऐसे में अपरा एकादशी व्रत 15 मई 2023, सोमवार के दिन रखा जाएगा। पंचांग में बताया गया है की व्रत पारण का समय 16 मई को सुबह 06 बजकर 41 मिनट से सुबह 08 बजकर 13 मिनट के बीच रहेगा।

    वृषभ संक्रांति 2023 शुभ मुहूर्त (Vrishabh Sankranti 2023 Shubh Muhurat)

    वृषभ संक्रांति के दिन पुण्यकाल का समय सुबह 05 बजकर 31 मिनट से सुबह 11 बजकर 58 मिनट तक रहेगा। वहीं महा पुण्यकाल सुबह 09 बजकर 42 मिनट से सुबह 11 बजकर 58 मिनट तक रहेगा। बता दें कि इस दिन सूर्य देव सुबह 11 बजकर 58 मिनट पर मेष राशि से निकलकर वृषभ राशि में प्रवेश करेंगे और 15 जून तक इसी राशि में विराजमान रहेंगे। ज्योतिष दृष्टिकोण से भी इस दिन को बहुत ही महत्वपूर्ण माना गया है।

    डिसक्लेमर: इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।