Shukra Gochar 2025: इन 2 राशियों की चमकेगी किस्मत, पैसों की तंगी होगी दूर और शुरू होंगे अच्छे दिन
ज्योतिष शास्त्र में शुक्र देव (Shukra Gochar 2025) को सुखों का कारक माना जाता है। कुंडली में शुक्र मजबूत होने से जातक को जीवन में सभी प्रकार के भौतिक सुखों की प्राप्ति होती है। वहीं कमजोर शुक्र से जातक को धन समेत नाना प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ता है।

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। सुखों के कारक शुक्र देव राशि परिवर्तन कर चुके हैं। वर्तमान समय में शुक्र देव वृषभ राशि में उपस्थित हैं। इससे पहले शुक्र देव मेष राशि में विराजमान थे। इस राशि में शुक्र देव 25 दिनों तक रहेंगे। इसके बाद अपनी स्थिति बदलेंगे। शुक्र देव के वृषभ राशि में गोचर करने से कई राशि के जातकों के जीवन में बदलाव देखने को मिल सकता है। आइए, इसके बारे में सबकुछ जानते हैं-
यह भी पढ़ें: कबूतर देखे बिना अधूरा माना जाता है बाबा बर्फानी के दर्शन, सदियों से चली आ रही है परंपरा
कर्क राशि
शुक्र देव की चाल बदलने से कर्क राशि के जातकों को फायदा मिलेगा। कई अवसर पर आपको शुक्र देव का साथ मिलेगा। आसान शब्दों में कहें तो शुक्र देव की कृपा बरसेगी। सेहत संबंधी परेशानी दूर होगी। गुणों में विकास होगा। धन-संपत्ति में बढ़ोतरी होगी। भविष्य के लिए प्लानिंग कर सकते हैं। वहीं, शेयर मार्केट में निवेश करने का प्लान करेंगे। आमदनी में बढ़ोतरी होगी। सात्विक गुणों में विकास होगा। भूमि और भवन से जुड़े सपने पूरे होंगे। ससुराल पक्ष से धन लाभ होगा। शुक्र देव की कृपा पाने के लिए देवों के देव महादेव की पूजा करें।
सिंह राशि
सिंह राशि के जातकों के लिए जुलाई का महीना शानदार साबित हो सकता है। विवाहित दंपति को धन लाभ होगा। जुलाई महीने में जीवन सुखमय बीतेगा। विवाह के लिए रिश्ते आ सकता है। मान-सम्मान में वृद्धि होगी। यात्रा के योग बनेंगे। परिवार वालों के साथ देव दर्शन करने का अवसर मिलेगा। मनोरंजन में आपकी रूचि बढ़ेगी। धर्म-कर्म में रूचि बढ़ेगी। साथ ही दान-पुण्य भी करेंगे। सरकारी तंत्र से लाभ होगा। गहने की खरीदारी कर सकते हैं। छात्रों को सरकारी नौकरी मिलने के योग हैं। ऐसा भी हो सकता है कि जुलाई महीने में आपको प्रमोशन मिल सकता है।
यह भी पढ़ें: कुंभ राशि के जातकों को कब मिलेगी शनि की साढ़ेसाती से मुक्ति, इन उपायों से पाएं राहत
अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।