Rahu Gochar 2025: इस दिन राहु कुंभ राशि में होंगे वक्री, इन 2 राशियों की गोल्ड की तरह चमकेगी किस्मत
ज्योतिष शास्त्र में ग्रह गोचर की घटना का विशेष महत्व है। ज्योतिष गणना के अनुसार सूर्य से लेकर राहु और केतु तक सभी ग्रह अपनी चाल में बदलाव करते हैं जिसका असर राशि के जातकों पर पड़ता है। वहीं राहु देव (Rahu Gochar 2025) कुंभ राशि में वक्री होंगे जिससे मेष और वृश्चिक राशि के जातको के अच्छे दिन शुरू होंगे।

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, राहु (Rahu Gochar 2025) को मायावी ग्रह माना जाता है। राहु देव उल्टी चाल (वक्री) चलते हैं। वर्तमान में राहु मीन राशि में विराजमान हैं। अब अगले महीने यानी मई में राहु वक्री होने जा रहे हैं। राहु के राशि परिवर्तन करने से मेष और वृश्चिक राशि के जातकों की किस्मत चमक सकती है। साथ ही शुभ दिन शुरू होंगे। ऐसे में आइए विस्तार से जानते हैं कि राहु के कुंभ राशि में गोचर करने से मेष और वृश्चिक राशि के जातकों को कौन-से लाभ मिलेंगे?
राहु और केतु कब करेंगे राशि परिवर्तन?
ज्योतिषियों के अनुसार, 18 मई का दिन बेहद खास माना जा रहा है। इस दिन राहु (Rahu Gochar 2025 Date) और केतु दोनों ही ग्रह अपनी चाल में बदलाव करेंगे। इस दिन राहु कुंभ राशि और केतु सिंह राशि में प्रवेश करेंगे। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि अभी राहु मीन राशि और केतु कन्या राशि में विराजमान हैं।
मेष (Aries)
राहु ग्रह का राशि परिवर्तन करने से मेष राशि के जातकों की किस्मत चमक सकती है। इस राशि के जातकों की इनकम में वृद्धि के योग बनेंगे। किसी काम में बड़ा इन्वस्टमेंट करने का प्लान बन सकता है, जिससे लाभ मिलेगा। शेयर मार्किट में इन्वस्टमेंट करने के योग बन रहे हैं। लंबे समय से रुके हुए काम पूरे होंगे, जिससे आपका मन प्रसन्न होगा।
वृश्चिक (Aries)
इसके अलावा राहु के गोचर वृश्चिक राशि के जातकों के जीवन में खुशियों का आगमन होगा। जीवन में सभी तरह के सुखों की प्राप्ति होगी। वाहन और प्रॉपर्टी खरीद सकते हैं। नए काम की शुरुआत करने के लिए प्लान बना सकते हैं, जिसमें जल्द ही सफलता मिलेगी। राजनीति के क्षेत्र में आपको विशेष पद दिया जा सकता है।
राहु को ऐसे करें प्रसन्न
अगर आप जीवन में राहु की कुदृष्टि (बुरी नजर) का सामना कर रहे हैं, तो इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए सोमवार का दिन शुभ माना जाता है। इस दिन सुबह स्नान करने के बाद महादेव की विशेष पूजा-अर्चना करें। साथी ही कच्चे दूध में काले तिल मिलाकर भगवान शिव का अभिषेक करें। इस दौरान शिव मंत्रों का जप करें। धार्मिक मान्यता है कि इस उपाय को सच्चे मन करने से राहु की कुदृष्टि से बचाव होता है।
राहु बीज मंत्र: ॐ भ्रां भ्रीं भ्रौं सः राहवे नमः
राहु तांत्रिक मंत्र: ॐ ह्रीं राहवे नमः
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अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।
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