Chandra gochar 2025: एकादशी तक पैसों में खेलेंगे इन दो राशि के लोग, तनाव भी होगा दूर
ज्योतिषीय गणना के अनुसार मन के कारक चंद्र देव (Chandra Gochar 2025) की कृपा बरसने से जातक को सभी कामों में सफलता मिलती है। साथ ही मां के आशीर्वाद से जातक अपने जीवन में ऊंचा मुकाम हासिल करता है। भगवान शिव की पूजा करने से कुंडली में चंद्रमा मजबूत होता है। मनचाहा जीवनसाथी पाने के लिए सोमवार के दिन दूध से भगवान शिव का अभिषेक करें।

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। हर साल माघ माह में षटतिला एकादशी मनाई जाती है। यह पर्व माघ माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन लक्ष्मी नारायण जी की पूजा की जाती है। साथ ही उनके निमित्त एकादशी का व्रत रखा जाता है। इस व्रत को करने से साधक की हर मनोकामना पूरी होती है। उनकी कृपा से जीवन में सुखों का आगमन होता है।
इस साल 25 जनवरी को षटतिला एकादशी है। इस शुभ अवसर पर कई मंगलकारी योग बन रहे हैं। इन योग में लक्ष्मी नारायण जी की पूजा करने से सुख और सौभाग्य में वृद्धि होगी। इस शुभ तिथि तक मन के कारक चंद्र देव वृश्चिक राशि में गोचर करेंगे। इससे कई राशि के जातकों को धन लाभ हो सकता है। आसान शब्दों में कहें तो आमदनी बढ़ेगी। कारोबार में वृद्धि होगी। आइए, इन राशियों के बारे में जानते हैं-
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तुला राशि
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तुला राशि के जातकों पर शनिदेव की विशेष कृपा बरसती है। उनकी कृपा से तुला राशि के जातक बेहद कर्मशील होते हैं। साथ ही मल्टी टैलेंटेड होते हैं। हर क्षेत्र में बेहतर करते हैं। ऐसे लोग बेहद प्रतिभाशाली होते हैं। अपने कार्य क्षेत्र में उत्तम प्रदर्शन करते हैं। एकादशी तिथि तक चंद्र देव की कृपा तुला राशि के जातकों पर बरसेगी। उनकी कृपा से न केवल मानसिक तनाव से मुक्ति मिलेगी, बल्कि आर्थिक स्थिति भी सुधरेगी। इसके साथ ही कोई बड़ी खुशखबरी मिल सकती है। चंद्र देव की कृपा पाने के लिए सफेद चीजों का दान करें।
मकर राशि
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चंद्र देव के राशि परिवर्तन करने से मकर राशि के जातकों को लाभ होगा। इस राशि पर माघ महीने में सूर्य और बुध देव की कृपा बरस रही है। इसके साथ ही चंद्र देव की भी कृपा बरसने वाली है। मकर राशि के जातकों के जीवन में बड़ा बदलाव होने वाला है। आमदनी में बढ़ोतरी होगी। धन लाभ हो सकता है। किसी अपने से प्यार और स्नेह मिल सकता है। मानसिक तनाव से छुटकारा मिलेगा। रुके कार्य पूरे होंगे। घर पर खुशी का माहौल रहेगा। कारोबार से जुड़े लोगों का विशेष लाभ हो सकता है। एकादशी तिथि पर लक्ष्मी नारायण जी को चावल की खीर अर्पित करें।
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अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।

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